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मलाणा में फंसे सैलानी सुरक्षित रेस्क्यू, रसोल की पहाड़ियों से होकर निकाला बाहर - Kullu Tourists Rescue

Tourists Rescued in Malana: कुल्लू जिले के मलाणा में बादल फटने की घटना के बाद 25 से ज्यादा सैलानी फंस गए थे. जिन्हें प्रशासन ने रसोल की पहाड़ियों से होते हुए रेस्क्यू कर जरी पहुंचा दिया है, क्योंकि मलाणा में डैम के क्षतिग्रस्त होने से सड़कों को बुरी तरह से नुकसान पहुंचा है.

Tourists Rescued in Malana
मलाणा से पर्यटकों को किया रेस्क्यू (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 6, 2024, 10:40 AM IST

Updated : Aug 6, 2024, 12:50 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में डैम के क्षतिग्रस्त होने से सड़कों को खासा नुकसान पहुंचा है. जिसके चलते यहां पर 25 से ज्यादा सैलानी फंस गए थे. ऐसे में अब सैलानियों को रसोल की पहाड़ियों से होते हुए रेस्क्यू किया गया है. मलाणा में सैलानियों को स्थानीय लोगों और रेस्क्यू टीम की मदद से रसोल की पहाड़ियों से अब जरी लाया गया है. सोमवार सुबह से ही सभी सैलानियों को मलाणा से निकालकर जरी पहुंचाया गया. बता दें कि रविवार को सैलानियों ने जिला प्रशासन से उन्हें मलाणा से बाहर निकालने का आग्रह किया था.

रसोल की पहाड़ियों से किया सैलानियों को रेस्क्यू (ETV Bharat)

मलाणा पंचायत के उप प्रधान राम जी ठाकुर ने बाताया, "मलाणा में 25 से ज्यादा सैलानी फंसे हुए थे. ऐसे में अब प्रशासन द्वारा ये फैसला लिया गया कि इन सैलानियों को रसोल के रास्ते बाहर निकाला जाए, क्योंकि मलाणा के रास्ते क्षतिग्रस्त हैं. इसके लिए प्रशासन की ओर से रेस्क्यू टीम भेजी गई और स्थानीय लोगों ने भी इसमें काफी मदद की है. अब प्रशासन से ये आग्रह है कि वे यहां पर जल्द से जल्द सड़क को ठीक करें और मलाणा गावं की ओर जाने वाले पुल का भी निर्माण करें, ताकि लोगों को आवागमन में आसानी हो सके."

एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया, "सैलानियों को रसोल के रास्ते से बाहर निकाला गया और सभी सैलानी सुरक्षित हैं. मलाणा गांव को जोड़ने के लिए सड़क और पुल का कार्य भी जल्द किया जाएगा."

गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को मलाणा में बादल फटा था. जिसके कारण मलाणा डैम क्षतिग्रस्त हो गया और पार्वती नदी में भी बाढ़ आ गई. जिससे मलाणा के पुल समेत वहां की सड़कों को खासा नुकसान पहुंचा और मलाणा का सबसे संपर्क टूट गया. इस दौरान 25 से ज्यााद सैलानी मलाणा में फंस गए थे, जिन्हें अब प्रशासन ने रसोल की पहाड़ियों के रास्ते जरी पहुंचा दिया है और वहां से उन्हें अपने-अपने घरों के लिए रवाना कर दिया है. वहीं, अस्थाई तौर पर मलाणा में भी ग्रामीणों ने लकड़ी के पुल का निर्माण किया है, ताकि लोगों को मलाणा से बाहर आने-जाने में परेशानी न हो.

ये भी पढ़ें: बादल फटने से बह गया था तोष में पुल, ग्रामीणों ने खुद बना दिया लकड़ी का ब्रिज, कुल्लू-मनाली सड़क पर यातायात शुरू

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ये भी पढ़ें: हिमाचल के 3 जिलों में इस दिन भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

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रसोल की पहाड़ियों से किया सैलानियों को रेस्क्यू (ETV Bharat)

मलाणा पंचायत के उप प्रधान राम जी ठाकुर ने बाताया, "मलाणा में 25 से ज्यादा सैलानी फंसे हुए थे. ऐसे में अब प्रशासन द्वारा ये फैसला लिया गया कि इन सैलानियों को रसोल के रास्ते बाहर निकाला जाए, क्योंकि मलाणा के रास्ते क्षतिग्रस्त हैं. इसके लिए प्रशासन की ओर से रेस्क्यू टीम भेजी गई और स्थानीय लोगों ने भी इसमें काफी मदद की है. अब प्रशासन से ये आग्रह है कि वे यहां पर जल्द से जल्द सड़क को ठीक करें और मलाणा गावं की ओर जाने वाले पुल का भी निर्माण करें, ताकि लोगों को आवागमन में आसानी हो सके."

एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया, "सैलानियों को रसोल के रास्ते से बाहर निकाला गया और सभी सैलानी सुरक्षित हैं. मलाणा गांव को जोड़ने के लिए सड़क और पुल का कार्य भी जल्द किया जाएगा."

गौरतलब है कि 31 जुलाई की रात को मलाणा में बादल फटा था. जिसके कारण मलाणा डैम क्षतिग्रस्त हो गया और पार्वती नदी में भी बाढ़ आ गई. जिससे मलाणा के पुल समेत वहां की सड़कों को खासा नुकसान पहुंचा और मलाणा का सबसे संपर्क टूट गया. इस दौरान 25 से ज्यााद सैलानी मलाणा में फंस गए थे, जिन्हें अब प्रशासन ने रसोल की पहाड़ियों के रास्ते जरी पहुंचा दिया है और वहां से उन्हें अपने-अपने घरों के लिए रवाना कर दिया है. वहीं, अस्थाई तौर पर मलाणा में भी ग्रामीणों ने लकड़ी के पुल का निर्माण किया है, ताकि लोगों को मलाणा से बाहर आने-जाने में परेशानी न हो.

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Last Updated : Aug 6, 2024, 12:50 PM IST
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