कुचामन सिटी. कुचामन शहर पुलिस थाने में एक निजी अस्पताल संचालक ने अपने हॉस्पिटल में कार्यरत तीन युवतियों के खिलाफ सवा ग्यारह लाख रुपए का गबन करने का मामला दर्ज करवाया है. सीआई सुरेश कुमार ने बताया कि बूडसू रोड स्थित मारवाड़ हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर ओपी बिशु ने तीन महिला कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है.
इसमें बताया गया कि उनका अस्पताल वर्ष 2019 से चल रहा है. तब से ही सुरेंद्र नगर निवासी पूजा पुत्री राजेंद्र प्रसाद शर्मा, ऋतु शर्मा पुत्री प्रहलाद शर्मा को रिसेप्सनिस्ट एवं वर्ष 2020 में शिवादनपुरा गांव निवासी अनिता पुत्री भंवरलाल पोषक को कैशियर पद पर नियुक्त किया गया था. तीनों युवतियों ने मिलीभगत कर अस्पताल में आने वाले मरीजों की सोनोग्राफी शुल्क, लेब शुल्क और परामर्श शुल्क की डाटा की एंट्रियों (कंप्यूटरीकृत खाते) में हेर फेर कर 11 लाख 23 हजार 16 रुपए का गबन किया.
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गल्ले में से रुपए निकाले: उन्होंने बताया कि कैशियर अनिता को मैंने स्वयं सीसीटीवी फुटेज में गल्ले से रुपए निकालकर जेब में डालते हुए देखा तो शक हुआ. इसके बाद अन्य कैमरों के फुटेज की जांच की और हिसाब मिलाया तो गड़बड़ी सामने आई. इसके साथ ही तीनों ने मिलकर सोनोग्राफी जांच के डेटा को कंप्यूटर से नष्ट कर दिया. डॉक्टर ओपी बिसु ने बताया कि इसके बाद तीनों को बुलाकर स्टाफ के सामने बात की तो इन तीनों ने अपनी गलती लिखित में स्वीकार की और रुपए लौटाने का आश्वासन दिया.
अस्पताल आना बंद किया: गलती स्वीकारने के बाद तीनों युवतियों ने अस्पताल आना बंद कर दिया और रुपए लौटाने से इंकार कर दिया. थाना प्रभारी ने बताया कि मारवाड़ हॉस्पिटल संचालक की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. तीनों आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.