कोटा: शहर के आसपास स्थित वाटर बॉडीज में बड़ी संख्या में मगरमच्छ मौजूद हैं. ऐसे में बीते दो दिनों में तीन मगरमच्छ मृत हालत में वाटर बॉडीज में मिले हैं, जिनमें एक मगरमच्छ शनिवार को रायपुर इलाके के नाले में मृत अवस्था में मिला था. जबकि दो मगरमच्छ रविवार को चंद्रसेल मठ के नजदीक चंद्रलोई नदी में मिले. वन विभाग कोटा टेरिटोरियल के कार्यवाहक एसीएफ संजय नागर का कहना है कि मौके पर टीम को भेजा गया है.
टीम ने जानकारी दी है कि दो मगरमच्छ मृत अवस्था में चन्द्रलोई नदी में मिले हैं. दोनों मगरमच्छों को नदी से निकलकर देवली अरब रोड स्थित नर्सरी पर ले जाया जाएगा, जहां पर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. मौके पर पहुंचे फॉरेस्ट टीम के सदस्य वीरेंद्र सिंह हाडा ने बताया कि एक रविवार को मिले दो मगरमच्छ 5 से 6 फीट लंबे हैं. टीम ने खासी मशक्कत कर इन्हें बाहर निकाला है.
पेट में मिले पत्थर व कांच के टुकड़े, संघर्ष के निशान भी : शनिवार को रायपुर नाले में मगरमच्छ मृत होने की सूचना विभाग को मिली थी. लाडपुरा रेंज के अधिकारी और कार्मिक घटनास्थल पर पहुंचे थे, जहां मृत मिले मगरमच्छ का पोस्टमार्टम बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय के उपनिदेशक डॉ. अखिलेश कुमार पांडे ने किया था. यह घटनास्थल के नजदीक ही किया गया और उसका अंतिम संस्कार मौका स्थल के नजदीकी किया गया है.
उन्होंने बताया कि मगरमच्छ की उम्र करीब 60 साल के आसपास थी. वहीं, उसकी लंबाई 10.5 फीट और वजन 150 किलो के आसपास है. साथ ही डॉक्टर पांडे का कहना है कि मगरमच्छ के शरीर पर कई घाव थे और उसकी बॉडी भी कुछ दिन पुरानी थी. उसके पेट में पत्थर और कांच के टुकड़े मिले हैं. उसकी मौत मल्टी ऑर्गन फैलियर के चलते होना सामने आ रही है.