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गंगोत्री हाईवे पर टनल में अंधेरे से हादसों का खतरा, जिम्मेदार नहीं ले रहे सुध - TUNNEL LIGHT SYSTEM

उत्तरकाशी गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने टनल में लाइटिंग की व्यवस्था नहीं है. जिससे आए दिन हादसों का खतरा बना रहता है.

no lighting arrangement inside the tunnel
टनल में अंधेरे से हादसों का खतरा (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 13, 2024, 8:53 AM IST

उत्तरकाशी: गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुंगी बड़ेथी और ज्ञानसू के बीच करोड़ों की लागत से बनाई गई ओपन टनल में लाइटिंग की व्यवस्था नहीं है. इस कारण रात्रि के समय यहां दुर्घटना का खतरा बना हुआ है. वहीं, पैदल आवागमन करने वाले लोगों को अंधेरे के चलते परेशानी का सामना करना पड़ता है.

जिला मुख्यालय से गुजरने वाले गंगोत्री हाईवे पर चुंगी बड़ेथी क्षेत्र में भूस्खलन की समस्या पर एनएचआईडीसीएल की आरे से पहले भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट पर करीब 28 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. इस ट्रीटमेंट के बाद भी यहां भूस्खलन के खतरे को देखते हुए 28.3 करोड़ रुपए की लागत से 310 मीटर लंबी ओपन टनल का निर्माण किया गया. लेकिन दो साल पूर्व बनकर तैयार हुई, इस ओपन टनल में लाइटिंग की व्यवस्था नहीं है. इस कारण यहां रात में घुप अंधेरा रहता है.

इससे वाहन चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं, पैदल राहगीरों को भी समस्या से दो चार होना पड़ता है. पूर्व में यहां घुप अंधेरे के चलते टनल में दोपहिया वाहन को टक्कर मारकर भागने की घटना भी घट चुकी है. बावजूद इसके ओपन टनल में लाइटिंग की व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, शहर के प्रवेश द्वार वाली इस ओपन टनल में पसरे अंधेरे से चारधाम यात्रियों और पर्यटकों में भी गलत संदेश जाता है. इधर, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा का कहना है कि टनल में लाइटिंग की व्यवस्था होनी चाहिए, इससे जहां सौंदर्यकरण होगा, वहीं लोगों को सुविधा भी मिलेगी.

ओपन टनल का निर्माण एनएचआईडीसीएल की ओर से किया गया है. लाइटिंग की व्यवस्था भी उनकी ओर से की जाएगी. इसे लेकर शीघ्र एनएचआईडीसीएल को पत्र लिखा जाएगा. बृजेश कुमार तिवारी, एसडीएम भटवाड़ी
पढ़ें-निराकोट गांव पैदल मार्ग ध्वस्त, नाप रहे अतिरिक्त दूरी

उत्तरकाशी: गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुंगी बड़ेथी और ज्ञानसू के बीच करोड़ों की लागत से बनाई गई ओपन टनल में लाइटिंग की व्यवस्था नहीं है. इस कारण रात्रि के समय यहां दुर्घटना का खतरा बना हुआ है. वहीं, पैदल आवागमन करने वाले लोगों को अंधेरे के चलते परेशानी का सामना करना पड़ता है.

जिला मुख्यालय से गुजरने वाले गंगोत्री हाईवे पर चुंगी बड़ेथी क्षेत्र में भूस्खलन की समस्या पर एनएचआईडीसीएल की आरे से पहले भूस्खलन जोन के ट्रीटमेंट पर करीब 28 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. इस ट्रीटमेंट के बाद भी यहां भूस्खलन के खतरे को देखते हुए 28.3 करोड़ रुपए की लागत से 310 मीटर लंबी ओपन टनल का निर्माण किया गया. लेकिन दो साल पूर्व बनकर तैयार हुई, इस ओपन टनल में लाइटिंग की व्यवस्था नहीं है. इस कारण यहां रात में घुप अंधेरा रहता है.

इससे वाहन चालकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं, पैदल राहगीरों को भी समस्या से दो चार होना पड़ता है. पूर्व में यहां घुप अंधेरे के चलते टनल में दोपहिया वाहन को टक्कर मारकर भागने की घटना भी घट चुकी है. बावजूद इसके ओपन टनल में लाइटिंग की व्यवस्था की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. वहीं, शहर के प्रवेश द्वार वाली इस ओपन टनल में पसरे अंधेरे से चारधाम यात्रियों और पर्यटकों में भी गलत संदेश जाता है. इधर, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा का कहना है कि टनल में लाइटिंग की व्यवस्था होनी चाहिए, इससे जहां सौंदर्यकरण होगा, वहीं लोगों को सुविधा भी मिलेगी.

ओपन टनल का निर्माण एनएचआईडीसीएल की ओर से किया गया है. लाइटिंग की व्यवस्था भी उनकी ओर से की जाएगी. इसे लेकर शीघ्र एनएचआईडीसीएल को पत्र लिखा जाएगा. बृजेश कुमार तिवारी, एसडीएम भटवाड़ी
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