अलवर: खैरथल जिले के किरवारी गांव में एक 7 वर्षीय मासूम बालिका पर घर लौटते समय 5-6 लावारिस श्वानों ने हमला कर लहूलुहान कर दिया. लावारिस श्वानों के नोचने से मासूम के शरीर पर कई जगह घाव हो गए. इस दौरान पास के खेतों में काम कर रहे स्थानीय लोगों ने श्वानों के हमले से बच्ची को बचाया और अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.
प्रत्यक्षदर्शी बलराम यादव ने गुरुवार को बताया कि बुधवार शाम को वह अपने खेत में कार्य कर रहे थे. इस दौरान मृतका इकराना (7 साल) के साथ बेर खाने गई लड़कियां दौड़ती हुई आईं और उन्होंने कहा कि इकराना पर कुछ आवारा श्वानों ने हमला कर दिया. सूचना के बाद वे लड़कियों के साथ मौके पर पहुंचे और वहां देखा तो बच्ची लहूलुहान हालत में पड़ी हुई थी और लावारिस श्वान इकराना को नोच रहे थे.
पढ़ें : खेत पर खाना देने जा रहे 10 साल के बालक पर श्वान ने किया हमला, लगे 10 टांके - DOG BITE CASE
बलराम ने बताया कि उन्होंने मौके से सभी श्वानों को भगाया और लहूलुहान हालत में बालिका को लेकर खैरथल के सैटेलाइट अस्पताल पहुंचे, जांच डॉक्टर ने बच्ची की जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया. उन्होंने बताया कि लावारिस श्वानों ने इकराना को इस तरह नोचा कि मौके पर मृतका के चमड़ी के साथ बाल भी गिरे हुए मिले.
मृतका इकराना के परिजनों का कहना है कि इकराना परिवार की ही कुछ लड़कियों के साथ बुधवार दोपहर करीब 2 बजे कुएं पर बेर खाने के लिए गई थी, जहां उसके दादा सरदार खान ने बच्चियों को बेर खाकर कुएं पर रहने के लिए कहा. इसके बाद वे बाजार आ गए. सरदार खान के बाजार जाने के बाद इकराना सहित सभी लड़कियां कुएं से अपने घर आने के लिए पैदल खेतों के रास्ते निकलीं.
इस दौरान रास्ते में कुछ लावारिस श्वानों ने इकराना पर हमला कर दिया. जिसके बाद अन्य बच्चियां मौके से भाग कर लोगों को सूचित किया. घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय लोग और इकराना के परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. परिजनों ने बताया कि इकराना अपने पिता की इकलौती बेटी थी. सैटेलाइट अस्पताल के डॉ. नितिन ने बताया कि बच्ची की हालात को देखकर वह भी व्यथित हो गए. उन्होंने बताया कि उसके शरीर पर 40 से अधिक घाव के निशान थे. श्वानों के नोचने से उसके पेट की आंत बाहर आ गई थी. परिजन जब बच्ची को अस्पताल लेकर पहुंचे तब तक वह दम तोड़ चुकी थी.