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बस 5 मिनट में जानिए क्या है हेपेटाइटिस, किन चीजों की अनदेखी बन जाती है जानलेवा - hepatitis

Symptoms and prevention of hepatitis बारिश के मौसम में कई तरह की बीमारियां हमें घेर सकती है.ज्यादातर बीमारियां दूषित जल के कारण होती है.ऐसी ही एक बीमारी है हेपेटाइटिस.जिसके कई प्रकार हैं,जिनमें से कुछ जानलेवा हैं.important things related to hepatitis

Symptoms and prevention of hepatitis
बस 5 मिनट में जानिए क्या है हेपेटाइटिस (ETV Bharat Chhattisgarh)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 29, 2024, 6:18 PM IST

सरगुजा : हेपेटाइटिस इस बीमारी के कई प्रकार होते हैं.जिसमें एक प्रकार सामान्य होता है.जबकि दूसरा जानलेवा. हेपेटाइटिस को मेडिकल साइंस में ABCD और E कैटेगरी में बांटा गया है. लेकिन हमें ये समझना होगा कि कौन सी कैटेगरी सामान्य है और कौन सी खतरनाक.आपको जानकर हैरानी होगी कि हेपटाइटिस का इलाज काफी महंगा होता है.कुछ कैटेगरी में हर दिन का खर्च 5 हजार रुपए प्रतिदिन का है.लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय कार्यक्रम में इसका इलाज निशुल्क किया जाता है.



हेपेटाइटिस के वायरस कैसे करते हैं प्रवेश : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता के मुताबिक हेपेटाइटिस एक गंभीर बीमारी है. इसमें प्रकार का वर्गीकरण कई प्रकार से किया गया है. जिस प्रकार का संक्रमण व्यक्ति को है. उसे वायरल का सबसे अधिक सामान्य माना जाता है. उसमे पांच प्रकार होते हैं हेपेटाईटिस ABCD और E. इसमें से पांचों वायरस शरीर में अलग-अलग मार्ग से प्रवेश करते हैं. हेपेटाइटिस A ये दूषित जल के सेवन या ऐसी चीज जो दूषित हो चुकी है. मल के संपर्क में आने के बाद हाथ ठीक से साफ नहीं होने पर वायरस शरीर में आता है. इसके अलावा हेपेटाइटिस A ज्यादातर बच्चों में होता है. लेकिन ये लंबे समय तक टिकता नहीं है. एक से दो सप्ताह में वायरल हेपेटाइटिस ठीक हो जाता है. इसमें विशेष दवाई की जरूरत नही पड़ती है. सिर्फ आराम करने से लीवर को रेस्ट देने से ये ठीक हो जाता है.



हेपेटाइटिस की दूसरी कैटेगिरी है घातक : वहीं दूसरी कैटेगरी में हेपेटाइटिस B C D और E दूषित पानी के संक्रमण से नहीं होता है. ये ब्लड ट्रांसफ्यूजन या असुरक्षित यौन सम्बन्ध के कारण संक्रमित व्यक्ति से ही दूसरे व्यक्ति में होता है. B C D लम्बे समय तक शरीर में संक्रमण के रूप में रहते हैं.हेपेटाईटिस बी अगर किसी को हो गया तो ये बहद खतरनाक होता है. जो धीरे धीरे लीवर को डैमेज करता है और लीवर अक्षम हो जाता है.

कौन सी हेपेटाइटिस बन जाती है जानलेवा (ETV Bharat Chhattisgarh)

''लीवर ही शरीर में जाने वाले हानिकारक तत्व को डीटॉक्स करता है. शरीर में पाचन के लिए जरूरी एंजाइम का निर्माण करता है और लीवर ख़राब होने से ये सारी प्रक्रिया बंद हो जाती है. इसके उपचार के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम चलता है क्योंकि इसका इलाज काफी महंगा है. कुछ में तो एक दिन की दवाईयों का खर्च ही 5 हजार से अधिक है, जिस कारण इसका सम्पूर्ण इलाज निशुल्क किया जाता है" - डॉ शैलेंद्र गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी

हेपेटाइटिस में किन बातों का रखें ध्यान (ETV Bharat Chhattisgarh)

हेपेटाइटिस से संबंधित तथ्य : हेपेटाइटिस बी एक वायरल संक्रमण है जो लीवर पर हमला करता है. इससे तीव्र (Acute) और दीर्घकालिक (Chronic) दोनों तरह की बीमारी पैदा कर सकता है.

  1. हेपेटाइटिस वायरस के 5 मुख्य प्रकार हैं - A, B, C, D और E.
  2. यह वायरस मुख्य रूप से जन्म और प्रसव के दौरान, बचपन में, साथ ही संक्रमित साथी के साथ यौन संबंध के दौरान रक्त या अन्य शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने, असुरक्षित इंजेक्शन या संक्रमित धारदार वस्तु के संपर्क में आने से मां से बच्चे में फैलता है.
  3. WHO का अनुमान है कि 2022 में 254 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे. वहीं हर साल 1.2 मिलियन नए लोग संक्रमित होते हैं.
  4. 2022 में हेपेटाइटिस बी के कारण अनुमानित 1.1 मिलियन मौतें हुईं, जिनमें से ज्यादातर सिरोसिस और हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (Primary Liver Cancer) से हुईं.
  5. हेपेटाइटिस बी को सुरक्षित, उपलब्ध और प्रभावी टीकों से रोका जा सकता है. 2022 में 304 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित हैं.
  6. 2022 में जन्म के 24 घंटे के भीतर केवल 45 फीसदी शिशुओं को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया गया
  7. हेपेटाइटिस B और C एक साथ सबसे आम संक्रमण हैं.
  8. 2022 में क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से 1.3 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई और 2.2 मिलियन नए संक्रमण होते हैं.
  9. परीक्षण और उपचार की कम कवरेज 2030 तक वैश्विक उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संबोधित किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण अंतर है.
  10. हेपेटाइटिस वायरस के 5 मुख्य प्रकार हैं - A, B, C, D और E.
  11. यह वायरस मुख्य रूप से जन्म और प्रसव के दौरान, बचपन में, साथ ही संक्रमित साथी के साथ यौन संबंध के दौरान रक्त या अन्य शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने, असुरक्षित इंजेक्शन या संक्रमित धारदार वस्तु के संपर्क में आने से मां से बच्चे में फैलता है.
  12. WHO का अनुमान है कि 2022 में 254 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे. वहीं हर साल 1.2 मिलियन नए लोग संक्रमित होते हैं.
  13. 2022 में हेपेटाइटिस बी के कारण अनुमानित 1.1 मिलियन मौतें हुईं, जिनमें से ज्यादातर सिरोसिस और हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (Primary Liver Cancer) से हुईं.
  14. हेपेटाइटिस बी को सुरक्षित, उपलब्ध और प्रभावी टीकों से रोका जा सकता है. 2022 में 304 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित हैं.
  15. 2022 में जन्म के 24 घंटे के भीतर केवल 45 फीसदी शिशुओं को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया गया
  16. हेपेटाइटिस B और C एक साथ सबसे आम संक्रमण हैं.
  17. 2022 में क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से 1.3 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई और 2.2 मिलियन नए संक्रमण होते हैं.
  18. परीक्षण और उपचार की कम कवरेज 2030 तक वैश्विक उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संबोधित किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण अंतर है.
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सरगुजा : हेपेटाइटिस इस बीमारी के कई प्रकार होते हैं.जिसमें एक प्रकार सामान्य होता है.जबकि दूसरा जानलेवा. हेपेटाइटिस को मेडिकल साइंस में ABCD और E कैटेगरी में बांटा गया है. लेकिन हमें ये समझना होगा कि कौन सी कैटेगरी सामान्य है और कौन सी खतरनाक.आपको जानकर हैरानी होगी कि हेपटाइटिस का इलाज काफी महंगा होता है.कुछ कैटेगरी में हर दिन का खर्च 5 हजार रुपए प्रतिदिन का है.लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय के राष्ट्रीय कार्यक्रम में इसका इलाज निशुल्क किया जाता है.



हेपेटाइटिस के वायरस कैसे करते हैं प्रवेश : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता के मुताबिक हेपेटाइटिस एक गंभीर बीमारी है. इसमें प्रकार का वर्गीकरण कई प्रकार से किया गया है. जिस प्रकार का संक्रमण व्यक्ति को है. उसे वायरल का सबसे अधिक सामान्य माना जाता है. उसमे पांच प्रकार होते हैं हेपेटाईटिस ABCD और E. इसमें से पांचों वायरस शरीर में अलग-अलग मार्ग से प्रवेश करते हैं. हेपेटाइटिस A ये दूषित जल के सेवन या ऐसी चीज जो दूषित हो चुकी है. मल के संपर्क में आने के बाद हाथ ठीक से साफ नहीं होने पर वायरस शरीर में आता है. इसके अलावा हेपेटाइटिस A ज्यादातर बच्चों में होता है. लेकिन ये लंबे समय तक टिकता नहीं है. एक से दो सप्ताह में वायरल हेपेटाइटिस ठीक हो जाता है. इसमें विशेष दवाई की जरूरत नही पड़ती है. सिर्फ आराम करने से लीवर को रेस्ट देने से ये ठीक हो जाता है.



हेपेटाइटिस की दूसरी कैटेगिरी है घातक : वहीं दूसरी कैटेगरी में हेपेटाइटिस B C D और E दूषित पानी के संक्रमण से नहीं होता है. ये ब्लड ट्रांसफ्यूजन या असुरक्षित यौन सम्बन्ध के कारण संक्रमित व्यक्ति से ही दूसरे व्यक्ति में होता है. B C D लम्बे समय तक शरीर में संक्रमण के रूप में रहते हैं.हेपेटाईटिस बी अगर किसी को हो गया तो ये बहद खतरनाक होता है. जो धीरे धीरे लीवर को डैमेज करता है और लीवर अक्षम हो जाता है.

कौन सी हेपेटाइटिस बन जाती है जानलेवा (ETV Bharat Chhattisgarh)

''लीवर ही शरीर में जाने वाले हानिकारक तत्व को डीटॉक्स करता है. शरीर में पाचन के लिए जरूरी एंजाइम का निर्माण करता है और लीवर ख़राब होने से ये सारी प्रक्रिया बंद हो जाती है. इसके उपचार के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम चलता है क्योंकि इसका इलाज काफी महंगा है. कुछ में तो एक दिन की दवाईयों का खर्च ही 5 हजार से अधिक है, जिस कारण इसका सम्पूर्ण इलाज निशुल्क किया जाता है" - डॉ शैलेंद्र गुप्ता, स्वास्थ्य अधिकारी

हेपेटाइटिस में किन बातों का रखें ध्यान (ETV Bharat Chhattisgarh)

हेपेटाइटिस से संबंधित तथ्य : हेपेटाइटिस बी एक वायरल संक्रमण है जो लीवर पर हमला करता है. इससे तीव्र (Acute) और दीर्घकालिक (Chronic) दोनों तरह की बीमारी पैदा कर सकता है.

  1. हेपेटाइटिस वायरस के 5 मुख्य प्रकार हैं - A, B, C, D और E.
  2. यह वायरस मुख्य रूप से जन्म और प्रसव के दौरान, बचपन में, साथ ही संक्रमित साथी के साथ यौन संबंध के दौरान रक्त या अन्य शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने, असुरक्षित इंजेक्शन या संक्रमित धारदार वस्तु के संपर्क में आने से मां से बच्चे में फैलता है.
  3. WHO का अनुमान है कि 2022 में 254 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे. वहीं हर साल 1.2 मिलियन नए लोग संक्रमित होते हैं.
  4. 2022 में हेपेटाइटिस बी के कारण अनुमानित 1.1 मिलियन मौतें हुईं, जिनमें से ज्यादातर सिरोसिस और हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (Primary Liver Cancer) से हुईं.
  5. हेपेटाइटिस बी को सुरक्षित, उपलब्ध और प्रभावी टीकों से रोका जा सकता है. 2022 में 304 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित हैं.
  6. 2022 में जन्म के 24 घंटे के भीतर केवल 45 फीसदी शिशुओं को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया गया
  7. हेपेटाइटिस B और C एक साथ सबसे आम संक्रमण हैं.
  8. 2022 में क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से 1.3 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई और 2.2 मिलियन नए संक्रमण होते हैं.
  9. परीक्षण और उपचार की कम कवरेज 2030 तक वैश्विक उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संबोधित किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण अंतर है.
  10. हेपेटाइटिस वायरस के 5 मुख्य प्रकार हैं - A, B, C, D और E.
  11. यह वायरस मुख्य रूप से जन्म और प्रसव के दौरान, बचपन में, साथ ही संक्रमित साथी के साथ यौन संबंध के दौरान रक्त या अन्य शारीरिक तरल पदार्थ के संपर्क में आने, असुरक्षित इंजेक्शन या संक्रमित धारदार वस्तु के संपर्क में आने से मां से बच्चे में फैलता है.
  12. WHO का अनुमान है कि 2022 में 254 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी से संक्रमित थे. वहीं हर साल 1.2 मिलियन नए लोग संक्रमित होते हैं.
  13. 2022 में हेपेटाइटिस बी के कारण अनुमानित 1.1 मिलियन मौतें हुईं, जिनमें से ज्यादातर सिरोसिस और हेपेटोसेलुलर कार्सिनोमा (Primary Liver Cancer) से हुईं.
  14. हेपेटाइटिस बी को सुरक्षित, उपलब्ध और प्रभावी टीकों से रोका जा सकता है. 2022 में 304 मिलियन लोग क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित हैं.
  15. 2022 में जन्म के 24 घंटे के भीतर केवल 45 फीसदी शिशुओं को हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया गया
  16. हेपेटाइटिस B और C एक साथ सबसे आम संक्रमण हैं.
  17. 2022 में क्रोनिक हेपेटाइटिस बी और सी से 1.3 मिलियन लोगों की मृत्यु हुई और 2.2 मिलियन नए संक्रमण होते हैं.
  18. परीक्षण और उपचार की कम कवरेज 2030 तक वैश्विक उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए संबोधित किए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण अंतर है.
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