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11 माह के बच्चे के अपहरण मामले में यूपी पुलिस का निलंबित हैड कांस्टेबल गिरफ्तार, 14 महीने पहले किया था किडनैप - Kidnapping Accused Arrested

14 महीने पहले एक 11 माह के सांगानेर से अपहरण के मामले में पुलिस ने यूपी पुलिस के निलंबित हैड कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी पहचान छुपाने के लिए कई तरह के वेश धारण करता था.

head constable arrested in kidnapping case
यूपी पुलिस का निलंबित हैड कांस्टेबल गिरफ्तार (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 28, 2024, 9:31 PM IST

जयपुर: राजधानी की सांगानेर सदर थाना पुलिस ने 11 महीने के बालक के अपहरण के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के निलंबित हैड कांस्टेबल तनुज चाहर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अपह्रत बालक को मथुरा उत्तर प्रदेश से दस्तयाब किया है. आरोपी पर 25000 रुपए का इनाम घोषित था. 11 महीने के बालक का 14 जून, 2023 में वाटिका सांगानेर से अपहरण हुआ था. बालक को दस्तयाब करने के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में लगातार तलाश की जा रही थी. आरोपी साधु का चोला पहनकर वेश बदल कर रह रहा था.

बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि 14 जून, 2023 को सांगानेर सदर थाने में 11 महीने के बालक का अपहरण होने का मामला दर्ज हुआ था. बालक की मां पूनम चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि तनुज चाहर नाम का व्यक्ति बालक को उठाकर ले गया. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पूनम चौधरी अपने पति और बच्चे के साथ सांगानेर वाटिका में रहती है. आरोपी तनुज चाहर महिला के मामा का लड़का है. उत्तर प्रदेश पुलिस में हैड कांस्टेबल के पद पर था.

पढ़ें: जयपुर से अपहृत अनुज को पुलिस ने सोलन से छुड़ाया, नींद से उठाकर पुलिस बोली- बेटा अब आप सुरक्षित हो - Jaipur Kidnaping Case

उन्होंने बताया कि आरोपी 14 जून को अपने चार-पांच साथियों के साथ पीड़ित के घर पर आया था. उसने पहले बच्चे की मां को अपने साथ जबरन ले जाने का प्रयास किया और मारपीट की. बच्चे की मां ने बचने के लिए भाग कर दूसरे मकान में रह रहे अपने भाई को सूचना दी. इसके बाद आरोपी 11 महीने के बच्चे का अपहरण कर ले गया. आरोपी के साथियों ने बच्चे को बचाने के लिए आ रहे एक व्यक्ति को गुलेल से वार किया, जिससे उसकी आंख पर चोट लग गई. आरोपी तनुज चाहर 11 महीने के बच्चे को उठाकर ले गया.

पढ़ें: व्यापार में घाटा लगा तो सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बनाया गिरोह, युवक का अपहरण कर हिमाचल में मांगी 20 लाख की फिरौती - 5 Kidnappers Arrested

न्यायालय से जारी करवाया गिरफ्तारी वारंट: पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीमों का गठन किया. आरोपी तनुज के निवास स्थान आगरा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य ठिकानों पर पुलिस की टीम भेजी गई. आरोपी तनुज अपनी ड्यूटी से गैर हाजिर चल रहा था, जिसकी वजह से उसे निलंबित कर दिया गया. आरोपी तनुज की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से धारा 37 पुलिस एक्ट का गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया गया, जिसके बाद कई जगह पर आरोपी की तलाश की गई. आरोपी पर 25000 रुपए का इनाम घोषित किया गया.

पढ़ें: सौतेले पिता ने रची थी बेटे के अपहरण की साजिश, नाकाम हुआ, एक और आरोपी गिरफ्तार - child kidnapping case

साधु का चोला पहन दे रहा था गच्चा: आरोपी तनुज की तलाश में मथुरा, अलीगढ़, आगरा जाकर काफी प्रयास किए गए. मथुरा वृंदावन में तलाश के दौरान पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपी तनुज ने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली है. वह साधु का चोला पहनकर वृंदावन के परिक्रमा मार्ग और यमुना जी के खादर क्षेत्र में कुटिया बनाकर रहता है. आरोपी पुलिस में होने की वजह से पुलिस की बारीकी और पकड़ने के तरीकों को समझता था. ऐसी स्थिति में पुलिस की टीम की ओर से साधारण मनुष्य की तरह तलाश करने पर आरोपी के दस्तयाबी के कोई चांस नहीं थे. पुलिस ने साधु के वेश में की आरोपी की तलाश: पुलिस की टीम ने साधु के वेश में रहना शुरू करके वृंदावन के परिक्रमा मार्ग और यमुना जी के खादर क्षेत्र में भजन गान करते हुए एक साधु की तरह घूम-फिर कर आरोपी की तलाश शुरू की. इस दौरान 27 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली कि तनुज अलीगढ़ साइड में गया है. पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंच कर आरोपी की तलाश की. पुलिस की भनक लगने पर आरोपी बालक को अपनी गोदी में लेकर खेतों में भाग गया. पुलिस टीम ने 8 से 10 किलोमीटर खेतों में पीछा करके आरोपी को दबोच लिया और अपह्रत बालक को भी दस्तयाब कर लिया.

अपहरण करने का उद्देश्य: पुलिस के मुताबिक आरोपी बच्चे की मां और बच्चे को अपने पास रखना चाहता था. इस बात से बच्चे की मां सहमत नहीं थी. आरोपी ने बच्चे की मां पर काफी दबाव बनाया, लेकिन वह नहीं मानी. इसलिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जबरन बच्चे का अपहरण कर लिया था. अपहरण के बाद आरोपी बालक की मां से अपनी बात मनवाने के लिए बार-बार कॉल करके धमकी दे रहा था. रंजिश की आग में आरोपी अपनी नौकरी से भी निलंबित हो गया. लेकिन अपनी जिद को नहीं छोड़ रहा था.

पुलिस की कार्यप्रणाली से था वाकिफ: आरोपी तनुज चाहर उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर रिजर्व पुलिस लाइन जिला अलीगढ़ में तैनात था. पहले भी यूपी पुलिस की विशेष टीम और सर्विलांस टीम में तैनात रह चुका था. आरोपी पुलिस की कार्यप्रणाली से अच्छी तरह से वाकिफ था. छुपाव हासिल करने के साथ पुलिस से सावधानी बरतने के हर तरीके से वाकिफ था. इसलिए आरोपी ने फरारी के दौरान स्वयं के मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया. एक जगह से मोबाइल का उपयोग करने के बाद उसे जगह दोबारा नहीं जाता था.

पहचान छुपाने के लिए करता था रूप परिवर्तन: आरोपी मोबाइल की लोकेशन के स्थान पर तुरंत उस जगह को छोड़ देता था. अपने जानकार व्यक्ति से एक बार मिलने के बाद दोबारा नहीं मिलता था. अपनी पहचान छुपाने के लिए रूप परिवर्तन करने के लिए कभी दाढ़ी बड़ा लेता था. कभी सफेद दाढ़ी पर डाई कर लेता था. नए आदमी को अपना परिचय नहीं देता था. इसलिए आरोपी तनुज की गिरफ्तारी में काफी प्रयासों के बाद सफलता प्राप्त हुई है.

जयपुर: राजधानी की सांगानेर सदर थाना पुलिस ने 11 महीने के बालक के अपहरण के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस के निलंबित हैड कांस्टेबल तनुज चाहर को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने अपह्रत बालक को मथुरा उत्तर प्रदेश से दस्तयाब किया है. आरोपी पर 25000 रुपए का इनाम घोषित था. 11 महीने के बालक का 14 जून, 2023 में वाटिका सांगानेर से अपहरण हुआ था. बालक को दस्तयाब करने के लिए उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान में लगातार तलाश की जा रही थी. आरोपी साधु का चोला पहनकर वेश बदल कर रह रहा था.

बुधवार को मामले का खुलासा करते हुए डीसीपी साउथ दिगंत आनंद ने बताया कि 14 जून, 2023 को सांगानेर सदर थाने में 11 महीने के बालक का अपहरण होने का मामला दर्ज हुआ था. बालक की मां पूनम चौधरी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि तनुज चाहर नाम का व्यक्ति बालक को उठाकर ले गया. प्रारंभिक जांच में सामने आया कि पूनम चौधरी अपने पति और बच्चे के साथ सांगानेर वाटिका में रहती है. आरोपी तनुज चाहर महिला के मामा का लड़का है. उत्तर प्रदेश पुलिस में हैड कांस्टेबल के पद पर था.

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उन्होंने बताया कि आरोपी 14 जून को अपने चार-पांच साथियों के साथ पीड़ित के घर पर आया था. उसने पहले बच्चे की मां को अपने साथ जबरन ले जाने का प्रयास किया और मारपीट की. बच्चे की मां ने बचने के लिए भाग कर दूसरे मकान में रह रहे अपने भाई को सूचना दी. इसके बाद आरोपी 11 महीने के बच्चे का अपहरण कर ले गया. आरोपी के साथियों ने बच्चे को बचाने के लिए आ रहे एक व्यक्ति को गुलेल से वार किया, जिससे उसकी आंख पर चोट लग गई. आरोपी तनुज चाहर 11 महीने के बच्चे को उठाकर ले गया.

पढ़ें: व्यापार में घाटा लगा तो सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने बनाया गिरोह, युवक का अपहरण कर हिमाचल में मांगी 20 लाख की फिरौती - 5 Kidnappers Arrested

न्यायालय से जारी करवाया गिरफ्तारी वारंट: पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीमों का गठन किया. आरोपी तनुज के निवास स्थान आगरा, उत्तर प्रदेश समेत अन्य ठिकानों पर पुलिस की टीम भेजी गई. आरोपी तनुज अपनी ड्यूटी से गैर हाजिर चल रहा था, जिसकी वजह से उसे निलंबित कर दिया गया. आरोपी तनुज की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से धारा 37 पुलिस एक्ट का गिरफ्तारी वारंट जारी करवाया गया, जिसके बाद कई जगह पर आरोपी की तलाश की गई. आरोपी पर 25000 रुपए का इनाम घोषित किया गया.

पढ़ें: सौतेले पिता ने रची थी बेटे के अपहरण की साजिश, नाकाम हुआ, एक और आरोपी गिरफ्तार - child kidnapping case

साधु का चोला पहन दे रहा था गच्चा: आरोपी तनुज की तलाश में मथुरा, अलीगढ़, आगरा जाकर काफी प्रयास किए गए. मथुरा वृंदावन में तलाश के दौरान पुलिस टीम को सूचना मिली कि आरोपी तनुज ने अपनी दाढ़ी बढ़ा ली है. वह साधु का चोला पहनकर वृंदावन के परिक्रमा मार्ग और यमुना जी के खादर क्षेत्र में कुटिया बनाकर रहता है. आरोपी पुलिस में होने की वजह से पुलिस की बारीकी और पकड़ने के तरीकों को समझता था. ऐसी स्थिति में पुलिस की टीम की ओर से साधारण मनुष्य की तरह तलाश करने पर आरोपी के दस्तयाबी के कोई चांस नहीं थे. पुलिस ने साधु के वेश में की आरोपी की तलाश: पुलिस की टीम ने साधु के वेश में रहना शुरू करके वृंदावन के परिक्रमा मार्ग और यमुना जी के खादर क्षेत्र में भजन गान करते हुए एक साधु की तरह घूम-फिर कर आरोपी की तलाश शुरू की. इस दौरान 27 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली कि तनुज अलीगढ़ साइड में गया है. पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंच कर आरोपी की तलाश की. पुलिस की भनक लगने पर आरोपी बालक को अपनी गोदी में लेकर खेतों में भाग गया. पुलिस टीम ने 8 से 10 किलोमीटर खेतों में पीछा करके आरोपी को दबोच लिया और अपह्रत बालक को भी दस्तयाब कर लिया.

अपहरण करने का उद्देश्य: पुलिस के मुताबिक आरोपी बच्चे की मां और बच्चे को अपने पास रखना चाहता था. इस बात से बच्चे की मां सहमत नहीं थी. आरोपी ने बच्चे की मां पर काफी दबाव बनाया, लेकिन वह नहीं मानी. इसलिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर जबरन बच्चे का अपहरण कर लिया था. अपहरण के बाद आरोपी बालक की मां से अपनी बात मनवाने के लिए बार-बार कॉल करके धमकी दे रहा था. रंजिश की आग में आरोपी अपनी नौकरी से भी निलंबित हो गया. लेकिन अपनी जिद को नहीं छोड़ रहा था.

पुलिस की कार्यप्रणाली से था वाकिफ: आरोपी तनुज चाहर उत्तर प्रदेश पुलिस में हेड कांस्टेबल के पद पर रिजर्व पुलिस लाइन जिला अलीगढ़ में तैनात था. पहले भी यूपी पुलिस की विशेष टीम और सर्विलांस टीम में तैनात रह चुका था. आरोपी पुलिस की कार्यप्रणाली से अच्छी तरह से वाकिफ था. छुपाव हासिल करने के साथ पुलिस से सावधानी बरतने के हर तरीके से वाकिफ था. इसलिए आरोपी ने फरारी के दौरान स्वयं के मोबाइल का इस्तेमाल नहीं किया. एक जगह से मोबाइल का उपयोग करने के बाद उसे जगह दोबारा नहीं जाता था.

पहचान छुपाने के लिए करता था रूप परिवर्तन: आरोपी मोबाइल की लोकेशन के स्थान पर तुरंत उस जगह को छोड़ देता था. अपने जानकार व्यक्ति से एक बार मिलने के बाद दोबारा नहीं मिलता था. अपनी पहचान छुपाने के लिए रूप परिवर्तन करने के लिए कभी दाढ़ी बड़ा लेता था. कभी सफेद दाढ़ी पर डाई कर लेता था. नए आदमी को अपना परिचय नहीं देता था. इसलिए आरोपी तनुज की गिरफ्तारी में काफी प्रयासों के बाद सफलता प्राप्त हुई है.

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