सरगुजा: संदीप लकड़ा हत्याकांड में बुधवार को सरगुजा एसपी ने कई अहस खुलासा किया है. हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी कैसे फरार हुआ? कहां-कहां छिप कर रहा और पुलिस की टीम ने कितने प्रयासों के बाद उसे पकड़ा. घटना से जुड़ी सारी जानकारी सरगुजा एसपी योगेश पटेल ने आज प्रेसवार्ता के जरिए दी.
जुलाई में हुआ था केस दर्ज : दरअसल 20 जुलाई को संदीप की पत्नी सलीमा ने सीतापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. शिकायत के मुताबिक उसके पति दीपेश उर्फ संदीप लकड़ा से ठेकेदार अभिषेक पांडेय ने मारपीट की थी. 7 जून की शाम करीब 7 से 8 बजे के बीच ठेकदार ने अपने सहयोगियों के साथ उससे मारपीट की. घटना के बाद से पति संदीप घर नहीं आया. इस मामले में पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज किया और जांच में जुट गई.
एसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी: इस बारे में बुधवार को एसपी योगेश पटेल ने प्रेसवार्ता कर कई जानकारियां दी. एसपी ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी अभिषेक ने बताया कि वो फरार होने के बाद अपने साथी राजा यादव के साथ बिलासपुर पहुंचा. बिलासपुर में अपनी बहन के पति के पास घटना में इस्तेमाल किया गया वाहन रखकर उनसे पैसे और क्रेडिट कार्ड लेकर कैब से जगदलपुर चला गया. कैब ड्राइवर के नाम से सिम खरीदकर व्हाट्सअप कॉल के माध्यम से अपनी बहन के पति के संपर्क में रहा. गिरफ्तारी के डर से आरोपी अपने साथी राजा यादव के साथ हैदराबाद, तिरुपति, बैंगलोर, भोपाल, ग्वालियर, झांसी, अयोध्या, गोरखपुर होते हुए नेपाल बॉर्डर चला गया.
इसके बाद अभिषेक नेपाल के काठमांडू, पोखरा, कपिलवस्तु, महेन्द्रनगर में कई दिनों तक अलग-अलग ठिकानो में रहा. नेपाल के अलग-अलग लॉज होटल में फर्जी नाम पता बताकर लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा. इसके बाद पुलिस की टीम को जैसे ही जानकारी मिली टीम नेपाल पहुंची. नेपाल पुलिस की सहायता से आरोपी के हर संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी गई. इस बीच आरोपी ने अंबिकापुर आकर आत्मसमर्पण कर दिया. आरोपी अभिषेक के साथ उसका साथी राजा यादव भी था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. -योगेश पटेल, एसपी
ऐसे हुई संदीप की मौत: पुलिस की मानें तो मामले में मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी से पहले टीम ने प्रत्युष पाण्डेय, गुड्डू कुमार, तुलेश्वर तिवारी, शैल शक्ति साहू को पकड़कर पूछताछ की. आरोपियों ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि घटना 7 जून की है. अभिषेक पाण्डेय के साइट से लोहा और छड़ की चोरी कर लेने के संदेह में संदीप लकड़ा से मारपीट की गई. इसके बाद घायल संदीप को हाथ पांव बांधकर आमाटोली सीतापुर स्थित अपने गोदाम में ले जाकर बंद करके सभी चले गए थे. 8 जून को गोदाम आकर देखा तो संदीप लकड़ा की मौत हो चुकी थी.
पानी टंकी की नींब में दफनाया गया था शव : संदीप की मौत के बाद शव को अभिषेक पाण्डेय के कम्पनी की पिकअप वाहन में लोड कर प्रत्युष पाण्डेय और अन्य आरोपियों ने कमलेश्वरपुर के ग्राम लुरेना के बड़वापाट में ठिकाने लगाया. अभिषेक पाण्डेय के साथ बड़वापाट मोहल्ले में नल जल योजना के तहत लगाये जा रहे निर्माणाधीन पानी टंकी के टावर के नीचे जेसीबी से गढ्ढा खोदकर शव को गड्ढे में दफनाया गया. उसके ऊपर कंक्रीट की ढलाई कर दी गई. आरोपी प्रत्युश पाण्डेय की निशानदेही पर पुलिस ने शव को बरामद किया.
मुख्य आरोपी ने अंबिकापुर कोर्ट में किया सरेंडर: मामले में कई धाराओं में केस दर्ज किया गया. उसके बाद केस में शामिल सभी फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया. अभिषेक पांडेय कई महीनों से फरार था. उसके बाद उसने अंबिकापुर कोर्ट में सरेंडर किया. अभी इस केस में कार्रवाई जारी है.