फरीदाबाद: जिले में सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन होने वाला है. हर साल की तरह इस बार भी अरावली की खूबसूरत वादियों में मेले का आयोजन किया जाएगा. पिछले 37 सालों से सूरजकुंड में ये खास मेला लग रहा है. इस बार भी हर साल की तरह सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारियां काफी खास तरीके से की गई है. मेले में काफी कुछ खास देखने को मिलेगा. फिलहाल मेले की तैयारियां अंतिम पड़ाव में है.
7-23 फरवरी तक लगेगा मेला: इस बार 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का आयोजन 7 फरवरी 2025 से लेकर 23 फरवरी 2025 तक किया जाएगा. यही कारण है कि मेले के आयोजन को लेकर किसी भी तरह से प्रशासन कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है. मेले में आने वाले मेहमानों को लेकर मेला ग्राउंड लगभग पूरी तरह से तैयार हो चुका है.
मेले में दिखेगी अलग-अलग संस्कृति की झलक: इस बारे में सूरजकुंड मेले के नोडल अधिकारी यूएस भारद्वाज ने बताया, "इस बार का मेला बहुत ही खास होने वाला है, क्योंकि पहली बार इस मेले में दो राज्य थीम स्टेट होंगे. ओडिशा और मध्य प्रदेश थीम स्टेट के रूप में इस मेले में शामिल होंगे. यही वजह है कि दोनों राज्यों की संस्कृति कला, कल्चर इस मेले में बखूबी देखने को मिलेगी.
इसके अलावा पहली बार इस मेले में बिम्सटेक देश की संस्कृति भी देखने को मिलेगी. बिम्सटेक 7 देश का एक आर्थिक सहयोगी संगठन है, जिसमें भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, भूटान शामिल है. भारत के साथ-साथ इन सभी देशों की संस्कृति, कला की झलक भी मेले में दिखेगी."
दिल्ली मेट्रो बना टिकटिंग पार्टनर: इसके अलावा इस बार में टिकटिंग पार्टनर दिल्ली मेट्रो रहने वाला है. यानी कि दिल्ली मेट्रो के किसी भी प्लेटफार्म पर सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले का टिकट खरीद सकते हैं. हर बार मेले में दो चौपाल पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था, लेकिन इस बार मेले में तीन चौपालों पर पर्यटक सांस्कृतिक कार्यक्रम देख सकते हैं.
लाखों लोग होंगे शामिल: सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में इस बार सरयू घाट की झलक देखने को मिलेगा. इसके साथ ही सुरक्षा को लेकर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाएगा. सीसीटीवी कैमरे से मेले की निगरानी की जाएगा. मेले में पुलिसकर्मी वर्दी में तैनात रहेंगे. साथ ही क्राइम ब्रांच की टीम सादी वर्दी में मेले में तैनात रहेंगे. प्रशासनिक अधिकारी लगातार मेले को पूरी तरह सफल बनाने को लेकर दिन रात जुटे हुए हैं. मेले में लाखों लोगों के शामिल होने की संभावना है.
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