दंतेवाड़ा: नाबालिगों को बंधक बनाकर जबरन उसने काम कराने वाले दो लोगों को दंतेवाड़ा पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पकड़े गए दोनों लोगों को दंतेवाड़ा पुलिस ने आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार किया. पुलिस के एडिशनल एसपी आरके बर्मन के मुताबिक दोनों लोग नाबालिग सहित मजदूरों को झांसा देकर आंध्र प्रदेश ले गए. उनसे कहा गया कि उनको कंपनी में अच्छी सैलरी और फ्री मेडिकल सुविधा दी जाएगी. साथ में फ्री में खाना भी दिया जाएगा. लालच के चक्कर में पड़कर दंतेवाड़ा के नाबालिग और मजदूर आंध्र प्रदेश काम करने चले गए.
नाबालिगों को बनाया बंधक, पुलिस ने छुड़ाया: पीड़ितों ने पुलिस को बताया कि अच्छा पैसा और फ्री में खाने का लालच देकर कंपनी के सुपरवाइजर ने उनको वहां बुलाया. वहां जाते ही उनसे ज्यादा काम कराया जाने लगा. जब नाबालिग मजदूरों ने विरोध जताया तो उनको वहां पर बंधक बनाकर रखा गया. उनसे जबरन घास काटने का काम कराया जाने लगा. मजदूरों का आरोप था कि उनको काम के बदले पैसे भी नहीं दिए जा रहे थे. इस बात की शिकायत दंतेवाड़ा के कटेकल्याण थाने में की गई. मामले की जानकारी होने के बाद एसपी ने मजदूरों को छुड़ाने के निर्देश दिए.
झींगा मछली कंपनी में काम दिलाने के बहाने सुपरवाइजर इनको ले गया था. बंधक बनाए गए मजदूरों में कुछ नाबालिग भी शामिल रहे. सभी को पुलिस टीम की मदद से छुड़ा लिया गया है. दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. :आरके बर्मन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक
एसपी गौरव राय के निर्देश पर टीम ने की कार्रवाई: पुलिस ने बताया कि बंधक बनाए गए मजदूरों में से कुछ मजदूर भागकर घर लौटे और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम को आंध्र प्रदेश के लिए रवाना किया. टीम ने वहां जाकर बाकी बचे बंधकों को रिहा कराया. मौके से सुपरवाइजर सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.