हिसार: हरियाणा में पराली जलाने का मामला बढ़ता जा रहा है. इस बीच प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दिया है. पिछले एक दिन में बारह किसानों पर मुकदमे दर्ज किए गए है. साथ ही 42 लोगों का चालान काटा गया है. इसके साथ ही विभाग ने कुल 336 किसानों की रेड एंट्री कर दी है. किसान आगे दो सीजन तक "मेरी फसल, मेरा बयौरा" पोर्टल के जरिए अपनी फसल मंडियों में बेच सकेंगे.
23 अक्टूबर को अगली सुनवाई: दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही हरियाणा सरकार को पराली प्रबंधन को लेकर फटकार लगाई थी. मामले की अगली सुनवाई 23 अक्टूबर को होगी. बात अगर पूरे राज्य की करें तो पराली जलाने के मामले में पिछले 24 घंटे में 26 केस दर्ज हुए हैं. वहीं, अब तक राज्य में पराली जलाने के 642 मामले दर्ज किए गए हैं.
पिछले आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले तीन सालों से इस बार आकंड़ा बढ़ा है. इस बार आई क्यू कैथल 372 में काफी ज्यादा पहुंच गया है. वहीं, हिसार में 232 पहुंचा है.
डीसी के आदेश पर टीम का गठन किया गया. टीम गांव में जाकर किसानों को जागरुक कर रही है. अब तक हिसार में कुल सोलह केस दर्ज किए गए हैं, जबकि 32 हजार का जुर्माना ठोका गया है. गांव वालों को पंचायत की ओर सेपराली न जालने को लेकर जागरुक किया गया है. -राजबीर सिंह, कृषि उपनिदेशक, हिसार
इन जिलों में पराली जलाने वालों पर केस दर्ज:
जिला | केस दर्ज |
हिसार | 18 |
झज्जर | 3 |
रोहतक | 6 |
पंचकुला | 14 |
सिरसा | 16 |
यमुनानगर | 24 |
पलवल | 26 |
पानीपत | 27 |
फरीदाबाद | 30 |
फतेहाबाद | 36 |
सोनीपत | 40 |
जींद | 49 |
करनाल | 69 |
अंबाला | 73 |
कुरुक्षेत्र | 90 |
कैथल | 123 |
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