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हिमाचल के युवाओं में बढ़ रहा नशे का चलन, यहां बनेगा राज्य स्तरीय ड्रग-डी एडिक्शन सेंटर

युवाओं में बढ़ती नशे की लत को लेकर सीएम सुक्खू ने चिंता जताई है. इसके लिए प्रदेश सरकार सिरमौर में नशा निवारण केंद्र खोलेगी.

DRUGS INCREASE IN HIMACHAL
हिमाचल के युवाओं में बढ़ता नशे का प्रचलन (कॉन्सेप्ट इमेज)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 7, 2024, 6:09 PM IST

शिमला: हिमाचल में बढ़ रही नशा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार सख्ती बरत रही है. इसके तहत एक सप्ताह में नशे का काला धंधा करने वाले कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

मुख्यमंत्री ने नशे की समस्या पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से नशा निवारण पहल का शुभारंभ करते हुए ये बात कही. उन्होंने कहा सरकार नशे की तस्करी पर अंकुश लगाने और नशे की चपेट में आए लोगों के पुनर्वास के लिए कार्य कर रही है.

नशे की तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं. युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. हमारा लक्ष्य नशे की आदत से प्रभावित लोगों और उनके परिवारों को इससे बाहर निकालकर फिर से समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है.

यहां बनेगा राज्य स्तरीय नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र

मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश सरकार जिला सिरमौर के पच्छाद उपमंडल के अन्तर्गत कोटला-बड़ोग में राज्य स्तरीय नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र स्थापित करने जा रही है. यह केंद्र मादक पदार्थों की आदत से जूझ रहे लोगों को बाहर निकालकर समाज की मुख्यधारा में शामिल करने में सहायक साबित होगा.

इसके अलावा जिला सोलन के कंडाघाट में 9 हजार दिव्यांगजनों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किया जा रहा है. प्रदेश सरकार राज्य की विधवा एवं एकल नारियों के 23 हजार बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रही है और प्रदेश के वृद्धजनों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए एक नई योजना पर भी विचार किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें: "शिक्षा के स्तर पर हिमाचल का देश में 21वां स्थान, कभी टॉप-3 में आता था प्रदेश"

शिमला: हिमाचल में बढ़ रही नशा तस्करी पर अंकुश लगाने के लिए सरकार सख्ती बरत रही है. इसके तहत एक सप्ताह में नशे का काला धंधा करने वाले कई लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

मुख्यमंत्री ने नशे की समस्या पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से नशा निवारण पहल का शुभारंभ करते हुए ये बात कही. उन्होंने कहा सरकार नशे की तस्करी पर अंकुश लगाने और नशे की चपेट में आए लोगों के पुनर्वास के लिए कार्य कर रही है.

नशे की तस्करी में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए हैं. युवाओं को नशे के चंगुल से बचाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. हमारा लक्ष्य नशे की आदत से प्रभावित लोगों और उनके परिवारों को इससे बाहर निकालकर फिर से समाज की मुख्यधारा में शामिल करना है.

यहां बनेगा राज्य स्तरीय नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र

मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश सरकार जिला सिरमौर के पच्छाद उपमंडल के अन्तर्गत कोटला-बड़ोग में राज्य स्तरीय नशा निवारण एवं पुनर्वास केंद्र स्थापित करने जा रही है. यह केंद्र मादक पदार्थों की आदत से जूझ रहे लोगों को बाहर निकालकर समाज की मुख्यधारा में शामिल करने में सहायक साबित होगा.

इसके अलावा जिला सोलन के कंडाघाट में 9 हजार दिव्यांगजनों को उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किया जा रहा है. प्रदेश सरकार राज्य की विधवा एवं एकल नारियों के 23 हजार बच्चों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान कर रही है और प्रदेश के वृद्धजनों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए एक नई योजना पर भी विचार किया जा रहा है.

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