अयोध्या: मर्यादा पुरुषोतम भगवान राम की नगरी में भी भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाये जाने की तैयारी है. मठ मंदिरों में साज-सज्जा शुरू कर दिया गया है. भव्य राम मंदिर में इस उत्सव की एक अलग छटा दिखाई देगी. 26 अगस्त को रात्रि 12 बजे एक घंटे के लिए मंदिर के द्वार खोले जाएंगे, लेकिन इस दौरान कोई भी मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा.
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहला श्री कृष्ण जन्मोत्सव का भव्य मनाया जाएगा. वहीं सभी मंदिरों में इस आयोजन की तैयारी शुरू हो गई है. जिस प्रकार राम नवमी पर भगवान राम जन्मोत्सव मनाया जाता है, उसी तरह भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर भी अयोध्या के सभी मठ-मंदिरों में भी विशेष आयोजन होते हैं. इस दौरान सभी मंदिरों में रंग बिरंगी लाइटों व फूलों से झांकियां सजाई जाएंगी तो वहीं कई अन्य स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा.
जन्माष्टमी पर हर घर में लड्डू गोपाल की झांकी सजाई जाएगी, जिसको लेकर बाजारों में भी रौनक बढ़ गई है बड़ी संख्या में लोग दुकानों से भगवान के वस्त्र, बांसुरी, झूला, श्रृंगार के सामानों को खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं. व्यापारी विश्वनाथ गुप्ता ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारी को लेकर दुकानों में सामान स्टोर कर लिया गया है. बड़ी संख्या में लोग खरीदने के लिए भी पहुंच रहे हैं. व्यापारी की मानें तो इसकी तैयारी हम लोग पहले से कर लेते हैं. लोग श्रृंगार के सामान कपड़े, बांसुरी, मुकुट खरीद रहे हैं.
श्री कृष्ण जन्माष्टमी का मुहूर्त बेहद खास है. ज्योतिषचार्य प्रवीण शर्मा के मुताबिक भगवान का जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ था. रात्रि 11.59 से 12.43 तक पूजा करने का विशेष मुहूर्त है. रोहिणी नक्षत्र की शुरुआत 26 अगस्त को शाम 3.55 मिनट से होगी और 27 अगस्त को 3.38 तक रहेगी.