नई दिल्ली: दिल्ली में क्रिप्टो करेंसी चोरी होने का मामला सामने आया है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ यूनिट ने छह बीटीसी (करीब 3 करोड़ रुपए) चुराने वाली मास्टरमाइंड युवती और मर्चेंट नेवी के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी युवती पीड़ित महिला की दोस्त है.
स्पेशल सेल आईएफएसओ के डीसीपी डॉक्टर हेमंत तिवारी के अनुसार 4 जुलाई को टीम को एक लिखित शिकायत मिली थी. जिसमें शिल्पा जायसवाल नाम की लड़की ने यह शिकायत दी थी कि उनके मोबाइल फोन के वॉलेट से लगभग 6 बीटीसी क्रिप्टो जो लगभग 3 करोड़ की रकम होती है, चोरी हो गई है.
आरोपियों के पास ये हुआ बरामद
आरोपियों के पास से लगभग 2.6 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. इनमें 1.25 करोड़ रुपये नकद, 2.32 बीटीसी और 9600 यूएसडीटी है. पुलिस का दावा है कि चोरी की गई क्रिप्टो करेंसी की 90 फीसदी रकम बरामद कर ली गई है.
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शिकायत के आधार पर स्पेशल सेल ने अलग-अलग बीएनएस के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की. मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम के तेज तर्रार लोगों को इस मामले को सुलझाने में लगाया गया. टीम में लोकल इंटेलीजेंस और टेक्निकल सर्विलांस की मददसे 19 जुलाई को उत्तम नगर की रहने वाली मोक्षी को गिरफ्तार कर लिया. जब उस सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने इस चोरी में दो और युवकों के शामिल होने की बात कबूली. उसकी निशानदेही पर टीम ने एक आरोपी को हरियाणा से जबकि दूसरे आरोपी को उत्तम नगर इलाके से गिरफ्तार कर लिया. इन दोनों के नाम शेरी शर्मा और आशीष शर्मा है. दोनों मर्चेंट नेवी में कार्यरत हैं. तीनों आरोपियों ने क्रिप्टोकरंसी चोरी करने की बात कुबूल कर ली.
पूछताछ के दौरान मोक्षी ने बताया कि उसे इस बात का पता था शिकायतकर्ता के वॉलेट में क्रिप्टो करेंसी है. अपने दोनों दोस्तों के साथ मिलकर क्रिप्टो करेंसी को चुराने की साजिश रची. इन लोगों को इस बात की भी जानकारी थी कि 4 जुलाई को शिकायतकर्ता विदेश जा रही है और इस दौरान फ्लाइट में उनका फोन 7-8 घंटे फ्लाइट मोड पर होगा. इसलिए उसने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इस चोरी को अंजाम देने की पूरी साजिश रची.
विदेश जाने वाले दिन मोक्षी ने शिकायतकर्ता के साथ एयरपोर्ट तक के रास्ते में नेविगेशन देखने के बहाने उसका मोबाइल फोन लिया और उसके वॉलेट से पूरी क्रिप्टो राशि जो लगभग 6 बीटीसी और भारतीय रुपए में 3 करोड़ रुपये होती है अलग-अलग क्रिप्टो वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया.
इसके बाद तीनों आरोपियों ने बिटकॉइन को अलग-अलग वॉलेट में ट्रांसफर कर दिया जबकि कुछ क्रिप्टो करेंसी से उन्होंने कुछ सामान भी खरीद लिया. जानकारी के अनुसार उनके पास से लगभग 2.32 बीटीसी, तीन मोबाइल फोन बरामद हुआ है. इसके अलावा उनके पास से सवा करोड़ रुपये कैश भी मिले हैं.
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