नई दिल्ली: दिल्ली की दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट हमेशा से हॉट सीट रही है. कांग्रेस और भाजपा के दिग्गज नेता यहां से चुनाव लड़ते रहे हैं. इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व बलराज मधोक, अर्जुन सिंह, मदनलाल खुराना, विजय कुमार मल्होत्रा और सुषमा स्वराज जैसे दिग्गजों ने किया है.
दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट 1966 में अस्तित्व में आई. इसका कुछ हिस्सा हरियाणा के गुरुग्राम से लगा है. साल 1967 में हुए लोकसभा चुनाव में ही यह हॉट सीट बन गई. इस सीट से जनसंघ (जो कांग्रेस के बाद दूसरी बड़ी और मुख्य विपक्षी पार्टी थी) के अध्यक्ष बलराज मधोक चुनाव मैदान में उतरे. वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के भी संस्थापक थे. इस सीट के पहले चुनाव में ही मधोक ने जीत दर्ज की.
इसके बाद अधिकांश चुनावों में दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट हॉट सीट बनी रही. कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के बड़े नेता इस सीट से चुनाव लड़ते जीतते और हारते रहे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना, ललित माकन, अर्जुन सिंह, विजय कुमार मल्होत्रा, शांति भूषण और पूर्व मुख्यमंत्री सुषमा स्वराज जैसे बड़े नेता इस सीट से सांसद बने और उन्होंने दिल्ली ही नहीं भारतीय राजनीति में भी अपनी अलग छाप छोड़ी.
साल 1999 के लोकसभा चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने भी इस सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन भाजपा के उस समय के कद्दावर नेता प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा ने उन्हें 30 हजार वोटों से हराया था. 2008 में इस सीट के क्षेत्र में आंशिक फेरबदल हुआ औऱ इसमें कुछ और विधानसभा क्षेत्र जोड़े गए. इससे इसमें आने वाली विधानसभा सीटों की संख्या बढ़कर 10 हो गई. अभी तक इस सीट पर हुए कुल 15 चुनावों में नौ बार भाजपा, पांच बार कांग्रेस और एक बार जनता पार्टी को जीत मिली है.
दक्षिणी दिल्ली लोकसभा में है 10 विधानसभा सीटः दक्षिणी दिल्ली लोकसभा में आने वाली 10 विधानसभा सीटों में बिजवासन, पालम, महरौली, छतरपुर, देवली, अंबेडकर नगर, संगम विहार, कालका जी, तुगलकाबाद और बदरपुर सीटें आती हैं. 10 में से सिर्फ एक सीट बदरपुर भाजपा के पास है. बाकी नौ सीटों पर आम आदमी पार्टी के विधायक हैं.
इस लोकसभा क्षेत्र की शान ये प्रसिद्ध स्थल भी हैंः दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में ही ऐतिहासिक स्मारक कुतुबमीनार स्थित है. महरौली में बना दिल्ली का पहला किला लाल कोट, दिल्ली के संस्थापक राजा अनंग पाल के नाम से बना अनंग ताल, लोटस टेंपल, कालका जी मंदिर, मां कात्यायनी का प्रसिद्ध मंदिर आदि इसी लोकसभा क्षेत्र में स्थित हैं.
ये दो नेता दक्षिणी दिल्ली से सांसद रहते हुए बने मुख्यमंत्रीः दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट एक मायने में और खास हो जाती है. दरअसल, यहां से सांसद रहते हुए दो नेताओं को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ. हालांकि, वे अधिक समय तक मुख्यमंत्री नहीं रहे. 1993 में दिल्ली में गठित पहली विधानसभा में भाजपा को जीत मिली. उस समय मदनलाल खुराना को मुख्यमंत्री बनाया गया. वे अटल बिहारी वाजपेयी के खास थे और दिल्ली में प्रथम पंक्ति के नेता थे. इससे पहले वे 1991 में दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा के लिए चुने गए थे और 1993 में सांसद रहते हुए मुख्यमंत्री बने. इसी तरह वर्ष 1998 में सुषमा स्वराज दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा चुनाव जीतीं थीं. लेकिन, उन्हें दिल्ली में 1998 के विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले ही साहिब सिंह वर्मा को हटाकर दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया गया.
इतने हैं वोटरः दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट पर कुल मतदाता 15 लाख 42 हजार 412 हैं. इनमें से आठ लाख 91 हजार 156 पुरुष और छह लाख 51 हजार 256 महिला मतदाता हैं. जबकि, 2011 की जनगणना के अनुसार यहां की आबादी कुल 27 लाख 33 हजार 752 है.
2019 लोकसभा चुनाव का परिणामः पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट से भाजपा के रमेश बिधूड़ी ने लगातार दूसरी बार बड़ी जीत दर्ज की. बिधूड़ी को छह लाख 87 हजार 14 वोट मिले. वहीं, AAP के राघव चड्ढा को तीन लाख 19 हजार 971 वोट मिले. इस तरह राघव को तीन लाख 67 हजार 043 वोट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस प्रत्याशी बॉक्सर विजेंदर कुमार को एक लाख 64 हजार 613 वोट मिले. और कांग्रेस प्रत्याशी की जमानत जब्त हो गई.
सनी देओल ने किया था हैंडपंप हाथ में लेकर प्रचारः 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी का चुनाव प्रचार करने फिल्म अभिनेता सनी देओल भी पहुंचे थे. सनी देओल ने रोड शो के दौरान बीजेपी के कलर में रंगा हैंडपंप हाथ में लेकर मतदाताओं से भाजपा को जीताने की अपील की थी. लोगों को हैंड पंप दिखाते हुए उन्होंने गदर फिल्म की यादें ताजा कर दी थीं. सनी देओल के रोड शो में भारी भीड़ उमड़ी थी. करीब 4 घंटे के लिए दक्षिणी दिल्ली की सड़कें जाम हो गई थीं
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2024 चुनाव के संभावित प्रत्याशीः इस बार AAP और कांग्रेस के बीच गठबंधन है. यहां AAP चुनाव लड़ेगी. AAP ने मंगलवार को तुगलकाबाद विधानसभा सीट से दो बार के विधायक सहीराम पहलवान को प्रत्याशी बनाया है. वहीं, भाजपा की ओर से दो बार के मौजूदा सांसद रमेश बिधूड़ी को ही सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. इसके अलावा नेता प्रतिपक्ष और बदरपुर के विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी का नाम भी भाजपा की ओर से संभावित है.
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