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हरियाणा के "बजरंगी भाईजान", 11 साल पहले लापता हुई बेटी को पुलिस अफसर ने परिवार से मिलवाया - SONIPAT MISSING DAUGHTER

हरियाणा के सोनीपत में एक पुलिस अफसर ने बजरंगी भाईजान की भूमिका निभाते हुए एक खोई हुई बेटी को 11 साल बाद परिवार से मिलवाया.

Sonipat Crime Branch ASI Rajesh becomes Bajrangi Bhaijaan helps in reunited Missing daughter Sonia with her family after 11 years
11 साल पहले लापता हुई बेटी को पुलिस अफसर ने परिवार से मिलवाया (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Dec 1, 2024, 9:36 PM IST

सोनीपत : हरियाणा के एक पुलिस ऑफिसर ने रियल लाइफ में बजरंगी भाईजान का किरदार निभाते हुए 11 साल पहले लापता हुई बच्ची को अपने परिवार से मिलवा दिया है.

एएसआई राजेश कुमार बने मसीहा : अपनी बेटी को 11 साल पहले गंवा चुके एक परिवार के लिए हरियाणा के स्टेट क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई राजेश कुमार मसीहा साबित हुए हैं. उन्होंने लापता हुई बच्ची सोनिया को परिवार से मिलवाया जिसके बाद परिवार के आंखों से खुशी के आंसू फूट पड़े. एक दशक के बाद अपनी बेटी से मिल पाने पर परिवार ने एएसआई राजेश को धन्यवाद दिया है. आपको बता दें कि एएसआई राजेश कुमार अब तक 850 से ज्यादा बच्चों को अपने परिवारों से मिलवा चुके हैं.

हरियाणा के "बजरंगी भाईजान" (Etv Bharat)

2013 में लापता हुई थी बच्ची : पूरे मामले की जानकारी देते हुए एएसआई राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने किसी केस के सिलसिले में सीसीई में वेलफेयर ऑफिसर से संपर्क किया था. उनके द्वारा बताया गया कि एक लड़की हमारे पास 2013 में कुंडली बॉर्डर पर लावारिस मिली थी. वो अब हमारे पास रह रही है. उन्होंने जानकारी लेने के बाद वीडियो कॉल के जरिए बच्ची की काउंसलिंग की. इस दौरान बच्ची ने अपना नाम, पिता का नाम, दादा का नाम बताया. इसके बाद मिली जानकारी के आधार पर उसके परिवार की सर्चिंग शुरू कर दी गई.

परिवार की तलाश की : आसपास के राज्यों में गुमशुदा बच्चों की रिपोर्ट वाली फाइलों को खंगाला गया. इसके बाद उन्हें नरेला पुलिस स्टेशन में बच्ची के परिवार के बारे में कुछ जानकारी हासिल हुई. लेकिन बच्ची का परिवार नरेला से अपने घर को बेचकर कहीं और चला गया था. वहां पर उन्हें एक दुकान से पता चला कि परिवार गुमड़ गांव जिला सोनीपत का रहने वाला है. वहां पर संपर्क करने पर पता चला कि उनके परिवार का एक सदस्य पंजाब के बरनाला में रहता है. वहां पर जब कॉन्टैक्ट किया तो जानकारी मिली कि लड़की की मां करनाल में रहती है.

11 साल बाद बेटी से मिलवाया : फिर जैसे-तैसे बच्ची की मां से संपर्क करने पर जानकारी मिली कि उनकी बच्ची बेटे के साथ साल 2013 में नरेला में गुम हो गई थी. काफी तलाश के बाद भी वो नहीं मिली. लेकिन दो साल बाद बेटा मिल गया. आज बेटी के मिलने पर वो काफी ज्यादा खुश हैं. उन्होंने बताया कि राजेश कुमार ने पहले वीडियो कॉलिंग के जरिए बच्ची से बात करवाई और उन्होंने अपने कलेजे के टुकड़े को पहचान लिया. फिर परिवार वालों ने सोनिया के गुम होने के पहले का फोटो भी पुलिस टीम को दिखाया जिसके बाद उन्हें यकीन हुआ कि सोनिया इसी परिवार की बच्ची है. इसके बाद तमाम कागजी कार्रवाई की गई और फिर उन्हें बच्ची से मिलवा दिया गया.

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सोनीपत : हरियाणा के एक पुलिस ऑफिसर ने रियल लाइफ में बजरंगी भाईजान का किरदार निभाते हुए 11 साल पहले लापता हुई बच्ची को अपने परिवार से मिलवा दिया है.

एएसआई राजेश कुमार बने मसीहा : अपनी बेटी को 11 साल पहले गंवा चुके एक परिवार के लिए हरियाणा के स्टेट क्राइम ब्रांच में तैनात एएसआई राजेश कुमार मसीहा साबित हुए हैं. उन्होंने लापता हुई बच्ची सोनिया को परिवार से मिलवाया जिसके बाद परिवार के आंखों से खुशी के आंसू फूट पड़े. एक दशक के बाद अपनी बेटी से मिल पाने पर परिवार ने एएसआई राजेश को धन्यवाद दिया है. आपको बता दें कि एएसआई राजेश कुमार अब तक 850 से ज्यादा बच्चों को अपने परिवारों से मिलवा चुके हैं.

हरियाणा के "बजरंगी भाईजान" (Etv Bharat)

2013 में लापता हुई थी बच्ची : पूरे मामले की जानकारी देते हुए एएसआई राजेश कुमार ने बताया कि उन्होंने किसी केस के सिलसिले में सीसीई में वेलफेयर ऑफिसर से संपर्क किया था. उनके द्वारा बताया गया कि एक लड़की हमारे पास 2013 में कुंडली बॉर्डर पर लावारिस मिली थी. वो अब हमारे पास रह रही है. उन्होंने जानकारी लेने के बाद वीडियो कॉल के जरिए बच्ची की काउंसलिंग की. इस दौरान बच्ची ने अपना नाम, पिता का नाम, दादा का नाम बताया. इसके बाद मिली जानकारी के आधार पर उसके परिवार की सर्चिंग शुरू कर दी गई.

परिवार की तलाश की : आसपास के राज्यों में गुमशुदा बच्चों की रिपोर्ट वाली फाइलों को खंगाला गया. इसके बाद उन्हें नरेला पुलिस स्टेशन में बच्ची के परिवार के बारे में कुछ जानकारी हासिल हुई. लेकिन बच्ची का परिवार नरेला से अपने घर को बेचकर कहीं और चला गया था. वहां पर उन्हें एक दुकान से पता चला कि परिवार गुमड़ गांव जिला सोनीपत का रहने वाला है. वहां पर संपर्क करने पर पता चला कि उनके परिवार का एक सदस्य पंजाब के बरनाला में रहता है. वहां पर जब कॉन्टैक्ट किया तो जानकारी मिली कि लड़की की मां करनाल में रहती है.

11 साल बाद बेटी से मिलवाया : फिर जैसे-तैसे बच्ची की मां से संपर्क करने पर जानकारी मिली कि उनकी बच्ची बेटे के साथ साल 2013 में नरेला में गुम हो गई थी. काफी तलाश के बाद भी वो नहीं मिली. लेकिन दो साल बाद बेटा मिल गया. आज बेटी के मिलने पर वो काफी ज्यादा खुश हैं. उन्होंने बताया कि राजेश कुमार ने पहले वीडियो कॉलिंग के जरिए बच्ची से बात करवाई और उन्होंने अपने कलेजे के टुकड़े को पहचान लिया. फिर परिवार वालों ने सोनिया के गुम होने के पहले का फोटो भी पुलिस टीम को दिखाया जिसके बाद उन्हें यकीन हुआ कि सोनिया इसी परिवार की बच्ची है. इसके बाद तमाम कागजी कार्रवाई की गई और फिर उन्हें बच्ची से मिलवा दिया गया.

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