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Rajasthan: देसी गर्ल की विदेशी धरती पर उड़ान, इस बार पीली लुगड़ी में उड़ाई चील गाड़ी - धोली मीणा ने उड़ाया प्लेन

यूरोप में देसी गर्ल धोली मीणा ने समंदर पार प्लेन उड़ाया और इस दौरान उनका लिबास सबके लिए चर्चा का मुद्दा बना रहा.

धोली मीणा ने उड़ाया प्लेन
धोली मीणा ने उड़ाया प्लेन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 29, 2024, 11:34 AM IST

जयपुर : धोली मीणा ने एक बार फिर सात-समंदर पार राजस्थानी संस्कृति का परचम लहराया है. धोली ने यूरोप के आसमान में राजस्थानी घाघरा-लुगड़ी पहनकर प्लेन उड़ाया है. धोली मीणा दौसा की फेमस पीली-लुगड़ी और झलरी का लहंगा पहने यूरोप के आसमान में हवाई जहाज यानी चील गाड़ी उड़ती हुई दिख रही हैं. धोली मीणा ने इसके फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए, तो लोग अब धोली मीना की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं.

महिला सशक्तिकरण का संदेश : अपनी इस कामयाब उड़ान को लेकर धोली मीणा ने बताया कि इसके माध्यम से वो भारतीय महिलाओं को यह संदेश देना चाहती हैं कि महिलाएं किसी से कम नहीं. अगर वो ठान लें तो कुछ भी कर सकती हैं, बल्कि जरूरत सिर्फ अपने आत्मबल को पहचानने की और अपने आसमान की ओर कदम बढ़ाने की. उन्होंने कहा कि आज की महिलाएं अपनी मेहनत से इतिहास रच रही हैं. महिला अबला नहीं, वह एक शक्ति है. महिलाओं को विपरीत परिस्थितियों में भी साहस और धैर्य नहीं खोना चाहिए. महिला चाहे गृहिणी हो या सर्विस करती हो, हमेशा समाज में महिलाओं के घर से बाहर निकलने की पाबंदी होती है. उसका विरोध होना चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर हक मिलना चाहिए.

पढ़ें. माउंट एटना पहुंचने वाली पहली भारतीय आदिवासी महिला बनीं धोली मीना, जिंदा ज्वालामुखी पर लहराया तिरंगा

माउंट एटना पर लहराया था तिरंगा : देसी गर्ल धोली मीणा लगातार अपने कामों के जरिए यूरोप में राजस्थानी संस्कृति को साकार करती रहती हैं. इसके पहले इसी साल उन्होंने फरवरी में उन्होंने यूरोप के सबसे खतरनाक और सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट एटना पर तिरंगा लहराया था. इस दौरान उनके साथ में शिखर पर विदेशियों ने भी जय श्री राम के नारे लगाए. तब भी धोली ने दौसा की फेमस पीली लूगड़ी और झलरी का लहंगा पहनकर चढ़ाई की थी.

जयपुर : धोली मीणा ने एक बार फिर सात-समंदर पार राजस्थानी संस्कृति का परचम लहराया है. धोली ने यूरोप के आसमान में राजस्थानी घाघरा-लुगड़ी पहनकर प्लेन उड़ाया है. धोली मीणा दौसा की फेमस पीली-लुगड़ी और झलरी का लहंगा पहने यूरोप के आसमान में हवाई जहाज यानी चील गाड़ी उड़ती हुई दिख रही हैं. धोली मीणा ने इसके फोटो-वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किए, तो लोग अब धोली मीना की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं.

महिला सशक्तिकरण का संदेश : अपनी इस कामयाब उड़ान को लेकर धोली मीणा ने बताया कि इसके माध्यम से वो भारतीय महिलाओं को यह संदेश देना चाहती हैं कि महिलाएं किसी से कम नहीं. अगर वो ठान लें तो कुछ भी कर सकती हैं, बल्कि जरूरत सिर्फ अपने आत्मबल को पहचानने की और अपने आसमान की ओर कदम बढ़ाने की. उन्होंने कहा कि आज की महिलाएं अपनी मेहनत से इतिहास रच रही हैं. महिला अबला नहीं, वह एक शक्ति है. महिलाओं को विपरीत परिस्थितियों में भी साहस और धैर्य नहीं खोना चाहिए. महिला चाहे गृहिणी हो या सर्विस करती हो, हमेशा समाज में महिलाओं के घर से बाहर निकलने की पाबंदी होती है. उसका विरोध होना चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी पुरुषों के बराबर हक मिलना चाहिए.

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माउंट एटना पर लहराया था तिरंगा : देसी गर्ल धोली मीणा लगातार अपने कामों के जरिए यूरोप में राजस्थानी संस्कृति को साकार करती रहती हैं. इसके पहले इसी साल उन्होंने फरवरी में उन्होंने यूरोप के सबसे खतरनाक और सबसे ऊंचे ज्वालामुखी माउंट एटना पर तिरंगा लहराया था. इस दौरान उनके साथ में शिखर पर विदेशियों ने भी जय श्री राम के नारे लगाए. तब भी धोली ने दौसा की फेमस पीली लूगड़ी और झलरी का लहंगा पहनकर चढ़ाई की थी.

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