दौसा/माल्टा : सात समंदर पार यूरोपियन देश माल्टा में दौसा जिले की रहने वाली धोली मीना ने राजस्थानी समुदाय के साथ मिलकर मकर संक्रांति और पौष बड़ा महोत्सव धूमधाम से मनाया. इसमें राजस्थानी के साथ ही यूरोपियन ने भी भाग लिया. सभी ने मिलकर पतंगबाजी भी की. धोली मीना ने बताया कि माल्टा की धरती पर पहली बार मकर संक्रांति का कार्यक्रम आयोजित किया गया. माल्टा में बसे राजस्थानियों के साथ मिलकर 12 जनवरी 2025 को मैनोएल आइलैंड, ग्ज़ीरा, माल्टा पर मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर एक भव्य पतंग महोत्सव का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में 150 से अधिक राजस्थानी समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया और भारत की सांस्कृतिक विविधता की अद्भुत झलक प्रस्तुत की. वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजा अर्चना के साथ की गई.
राजस्थानियों को इकट्ठा कर मनाया पर्व : धोली मीना ने बताया कि माल्टा में अभी तक राजस्थानी समुदाय के लोग अलग-थलग रह रहे थे. पिछले चार साल से वो माल्टा में रहकर मकर संक्रांति का त्योहार अकेले ही मनाती थीं. उन्होंने इस बार कुछ विशेष करने की ठानी और सोचा क्यों न इस बार मकर संक्रांति का त्योहार राजस्थानी समुदाय के साथ मिलकर मनाया जाए. इस कड़ी में सबसे बड़ी चुनौती थी लोगों को ढूंढना और उनको एक मंच पर इकट्ठा करना.
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कोर टीम बनाकर राजस्थानियों की लिस्ट बनाई : धोली मीना ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने एक कोर टीम बनाई. इसके बाद माल्टा में रह रहे सभी राजस्थानियों को एक-एक करके ढूंढना शुरू किया. देखते ही देखते उनके ग्रुप में 25 लोगों से बढ़कर एक सप्ताह में 100 से भी अधिक लोग जुड़ गए. माल्टा जैसे देश में यह संख्या बहुत अधिक है. कार्यक्रम में उनकी टीम की सोच से भी अधिक 150 के लगभग लोगों ने भाग लिया. कार्यक्रम में यूरोपियन लोग और नेपाल के लोगों ने भी भाग लिया.
यहाँ हमारी जैसी पतंग नहीं मिलती हैं. pic.twitter.com/psvwgTEVDo
— Dholi Meena (@DholiMeena007) January 12, 2025
पौष बड़ा खिलाया : इस दौरान धोली मीना ने उपस्थित लोगों को भोजन में पौष बड़ा खिलाया. साथ ही सांस्कृतिक एवं देश भक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई. धोली मीना ने राजस्थानी समुदाय के साथ पतंग उड़ाई और पारंपरिक खेल जैसे की कांच की गोली, सतोलिए का खेल भी खेला. धोली मीना ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने में वॉलंटियर्स का विशेष योगदान रहा.
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कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण : कार्यक्रम में पतंगबाजी मुख्य आकर्षण रही, जहां बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी ने बड़े उत्साह के साथ पतंगबाजी में हिस्सा लिया. इसके साथ ही पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और रंगीन बना दिया. धोली मीना ने बताया कि कार्यकम के सफल आयोजन के बाद राजस्थानी समुदाय ने एक मंच बनाने का निर्णय लिया है, जिसका नाम उन्होंने Rajasthani Association Malta (RAM) रखने का निर्णय लिया है. धोली मीना ने ख़ुशी जाहिर कि राजस्थान में राम के नाम को सबसे बड़ा माना जाता है और राजस्थानी समुदाय ने अपने मंच का नाम भी राम (RAM) रखने का निर्णय लिया है. ऐसे में अब भविष्य में राजस्थान दिवस, होली उत्सव, रक्षाबंधन, नवरात्रि और दीपावली जैसे प्रमुख भारतीय त्योहारों को भी मनाने की योजना बनाई है. बता दें कि, मकर संक्रांति एक ऐसा त्योहार है, जो सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में भारतीय समुदाय की ओर से मनाया जाता है. हमारे देश में इस साल मकर संक्रांति का त्योहार 14 जनवरी को मनाया जाएगा.