ETV Bharat / state

उत्तर-पूर्व से मारवाड़ में नशा आपूर्ति करने वाला तस्कर गिरफ्तार, 25 हजार का है इनामी - REWARDED SMUGGLER ARRESTED

जोधपुर रेंज आईजी की टीम ने मंगलवार को एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया. आरोपी पर 25 हजार का इनाम रखा गया था.

rewarded smuggler arrested
नशा तस्कर गिरफ्तार (ETV Bharat Jodhpur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 31, 2024, 4:46 PM IST

जोधपुर: रेंज आईजी कार्यालय की साइक्लोनर टीम लगातार वांछित इनामी अपराधियों की धरपकड़ कर रही है. मंगलवार को एक बार फिर टीम ने ऑपरेशन शैली के तहत तीन साल से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी तस्कर लोहावट निवासी मोहम्मद इलियास को गिरफ्तार कर लिया है.

25 हजार के इनामी बदमाश को ऐसे दबोचा (ETV Bharat Jodhpur)

रेंज आईजी ने बताया कि इलियास पर लगातार नजर रखी जा रही थी. वह सुदूर असम में अपना ठिकाना बन चुका था और बरपेटा से उत्तरपूर्व से मारवाड़ तक तस्करी का नेटवर्क चला रहा था. उसे पकड़ने के लिए टीम गुवाहाटी जाने वाली थी. संयोगवश वह कार से राजस्थान के लिए रवाना हो गया. मंगलवार को वह राजस्थान में प्रवेश कर गया. सीमा से टीम उसके पीछे लग गई. जयपुर रिंग रोड पर वह एक ढाबे पर रुका. जिसके बाद पीछा करती टीम ने उसे दबोच लिया. आईजी ने बताया कि इलियास के नाम के अक्षरों को उलटा कर ऑपरेशन शैली तय किया गया था.

पढ़ें: साइक्लोनर टीम ने 6 साल से फरार 25 हजार का इनामी कुख्यात तस्कर को पकड़ा, दो साथी भी दबोचे - NOTORIOUS SMUGGLER ARRESTED

तस्करों को मिलवाता था, फिर खड़ा किया नेटवर्क: इलियास ने झारखंड से तस्करी की शुरुआत की थी. वहां से खेप लेकर आता था. 2019 में रतनगढ़ पुलिस ने उसे पकड़ा. अगले साल जमानत पर बाहर आने तक वह उसके कई तस्करों से सम्पर्क हो गए. 2022 वह फलोदी में पुलिस के हत्थे चढ़ने से बच गया. इसके बाद उसने गुवाहाटी में अपना काम शुरू किया. होटल संचालक की आड़ में वह मारवाड़ के तस्करों का उत्तर पूर्वी क्षेत्र के तस्करों से गठजोड़ करवाने लगा. इसके बाद धीरे धीरे अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया. फलोदी पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था.

पढ़ें: ट्रेलर में छुपा रखा था 5 क्विंटल गांजा, दो गिरफ्तार, ओडिशा से लाई जा रही थी खेप - SMUGGLING IN JODHPUR

सऊदी अरब गया कमाने, वापस आकर तस्कर बना: रेंज आईजी ने बताया कि इलियास दसवीं तक पढ़ा हुआ है. दसवीं पास करने के बाद वह सऊदी अरब काम करने के लिए चला गया था, लेकिन वहां मेहनत ज्यादा थी. इसलिए जब वापस लौटा तो दोबारा नहीं गया. उसे स्थानीय स्तर पर लोगों से पता चला कि मादक पदार्थों की एक खेप की डिलीवरी में ही लाखों के वारे न्यारे हो जाते हैं. इसके चलते उसने मार्बल का काम छोड़ अफीम की तस्करी चुनी. झारखंड से पहली बार ट्रक में खेप लेकर आया था.

जोधपुर: रेंज आईजी कार्यालय की साइक्लोनर टीम लगातार वांछित इनामी अपराधियों की धरपकड़ कर रही है. मंगलवार को एक बार फिर टीम ने ऑपरेशन शैली के तहत तीन साल से फरार चल रहे 25 हजार के इनामी तस्कर लोहावट निवासी मोहम्मद इलियास को गिरफ्तार कर लिया है.

25 हजार के इनामी बदमाश को ऐसे दबोचा (ETV Bharat Jodhpur)

रेंज आईजी ने बताया कि इलियास पर लगातार नजर रखी जा रही थी. वह सुदूर असम में अपना ठिकाना बन चुका था और बरपेटा से उत्तरपूर्व से मारवाड़ तक तस्करी का नेटवर्क चला रहा था. उसे पकड़ने के लिए टीम गुवाहाटी जाने वाली थी. संयोगवश वह कार से राजस्थान के लिए रवाना हो गया. मंगलवार को वह राजस्थान में प्रवेश कर गया. सीमा से टीम उसके पीछे लग गई. जयपुर रिंग रोड पर वह एक ढाबे पर रुका. जिसके बाद पीछा करती टीम ने उसे दबोच लिया. आईजी ने बताया कि इलियास के नाम के अक्षरों को उलटा कर ऑपरेशन शैली तय किया गया था.

पढ़ें: साइक्लोनर टीम ने 6 साल से फरार 25 हजार का इनामी कुख्यात तस्कर को पकड़ा, दो साथी भी दबोचे - NOTORIOUS SMUGGLER ARRESTED

तस्करों को मिलवाता था, फिर खड़ा किया नेटवर्क: इलियास ने झारखंड से तस्करी की शुरुआत की थी. वहां से खेप लेकर आता था. 2019 में रतनगढ़ पुलिस ने उसे पकड़ा. अगले साल जमानत पर बाहर आने तक वह उसके कई तस्करों से सम्पर्क हो गए. 2022 वह फलोदी में पुलिस के हत्थे चढ़ने से बच गया. इसके बाद उसने गुवाहाटी में अपना काम शुरू किया. होटल संचालक की आड़ में वह मारवाड़ के तस्करों का उत्तर पूर्वी क्षेत्र के तस्करों से गठजोड़ करवाने लगा. इसके बाद धीरे धीरे अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया. फलोदी पुलिस ने उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था.

पढ़ें: ट्रेलर में छुपा रखा था 5 क्विंटल गांजा, दो गिरफ्तार, ओडिशा से लाई जा रही थी खेप - SMUGGLING IN JODHPUR

सऊदी अरब गया कमाने, वापस आकर तस्कर बना: रेंज आईजी ने बताया कि इलियास दसवीं तक पढ़ा हुआ है. दसवीं पास करने के बाद वह सऊदी अरब काम करने के लिए चला गया था, लेकिन वहां मेहनत ज्यादा थी. इसलिए जब वापस लौटा तो दोबारा नहीं गया. उसे स्थानीय स्तर पर लोगों से पता चला कि मादक पदार्थों की एक खेप की डिलीवरी में ही लाखों के वारे न्यारे हो जाते हैं. इसके चलते उसने मार्बल का काम छोड़ अफीम की तस्करी चुनी. झारखंड से पहली बार ट्रक में खेप लेकर आया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.