शिमला: हिमाचल प्रदेश एसएमसी अध्यापकों का 43वें दिन क्रमिक अनशन समाप्त हो गया. एसएमसी अध्यापकों ने 27 जनवरी से क्रमिक अनशन शुरू किया था और 8 फरवरी से 18 फरवरी तक पेन डाउन स्ट्राइक भी किया था. 19 फरवरी को एसएमसी शिक्षकों ने बड़ी संख्या में शिमला पहुंचकर प्रदर्शन किया था. जिसके बाद से उनका क्रमिक अनशन जारी था. आज शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने एसएमसी शिक्षकों की मांगों को लेकर कैबिनेट में ठोस नीति बनाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद एसएमसी अध्यापकों ने अपना विरोध प्रदर्शन खत्म कर दिया.
गौरतलब है कि 19 फरवरी को एसएमसी अध्यापकों ने शिमला में विरोध प्रदर्शन किया था. उस समय शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने ये आश्वासन दिया कि आगामी कैबिनेट में आपकी नीति से संबंधित फैसला किया जायेगा. 7 मार्च को कैबिनेट में एसएमसी अध्यापकों को नियमित करने के लिए भर्ती एवं पदोन्नति नियमों में संशोधन करने और ठोस नीति के तहत नियमित करने का कदम लिया गया है. कैबिनेट के तुरंत बाद एसएमसी अध्यापक संघ शिक्षा मंत्री से मिला. इस दौरान उन्होंने शिक्षा मंत्री से इसको लेकर जल्द अधिसूचना जारी करने और शीघ्र इस प्रक्रिया को शुरू करने की मांग की.
एसएमसी अध्यापक संघ ने निवेदन पर शिक्षा मंत्री ने जल्द इस प्रक्रिया को शुरू करेंगे और सभी को नियमित करने का आश्वासन दिया. एसएमसी अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री सहित पूरे कैबिनेट को धन्यवाद किया. इस अवसर पर हिमाचल शिक्षक महासंघ के अध्यक्ष प्रेम शर्मा और महासचिव लायक राम ने 43वें दिन जूस पिलाकर अनशन को तुड़वाया. इस दौरान उन्होंने कहा हम आगामी समय में आप के साथ हैं.
एसएमसी अध्यापक संघ ने हिमाचल शिक्षक महासंघ का भी धन्यवाद किया. उन्होंने कहा जब हम अनशन में बैठे थे और पेन डाउन किया था तो, सबसे पहले आपने हमे समर्थन दिया था. गौरतबल है कि एसएमसी अध्यापक नियमतिकरण की मांग कर रहे हैं और 19 फरवरी से कक्षाओं का बहिष्कार भी कर रहे थे. सरकार ने 2 मार्च को कैबिनेट बैठक के बाद आश्वाशन दिया था कि अगली कैबिनेट की बैठक में एसएमसी पर फैसला किया जाएगा.
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