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सीएम सुक्खू के गृह विधानसभा क्षेत्र में अध्यापक का तबादला, परिजनों ने बच्चों को स्कूल से निकालने की दी चेतावनी - teacher transfer Naidun - TEACHER TRANSFER NAIDUN

नादौन विधानसभा क्षेत्र के पठियालु प्राथमिक पाठशाला में अध्यापक का तबादला होने पर स्कूल की एसएमसी ने नाराजगी जताई है. इसे लेकर कमेटी ने प्राथमिक शिक्षा उपनिदेशक से भी मुलाकात की है. अभिभावकों ने चेतावनी दी है कि तबादला रद्द न होने पर वो अपने बच्चों को स्कूल से निकाल लेंगे.

शिक्षा उपनिदेशक से मिलने आए अभिभावक
शिक्षा उपनिदेशक से मिलने आए अभिभावक (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 29, 2024, 7:07 PM IST

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र में राजकीय प्राथमिक पाठशाला पठियालु में अध्यापक का तबादला किए जाने पर एसएमसी ने कड़ा एतराज जताते हुए शिक्षा उपनिदेशक से मुलाकात की है. एसएमसी प्रधान मोनिका की अगवाई में आए प्रतिनिधिमंडल ने प्रारम्भिक शिक्षा उपनिदेशक से मांग की है कि शिक्षक के तबादले को रद्द किया जाए और शिक्षक को दोबारा से इसी स्कूल में भेजा जाए. ऐसा न होने पर सभी ग्रामीण स्कूल से बच्चों को निकाल लेंगे.

बता दें कि पिछले कई सालों से अध्यापक रविकांत अपनी सेवाएं प्राथमिक पाठशाला पठियालु में दे रहा थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही अध्यापक का तबादला अन्य जगह के लिए किया गया है. वहीं, अध्यापक के तबादले के विरोध में अभिभावकों ने शिक्षा उपनिदेशक प्रारम्भिक को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि जल्द तबादला किए गए अध्यापक को वापिस पठियालू स्कूल में भेजा जाए. एसएमसी प्रधान मोनिका ने बताया कि, 'स्कूल के अध्यापक तबादला किए जाने के चलते अब बच्चे भी स्कूल में नहीं जाना चाहते हैं और इससे अभिभावक भी परेशान हो गए हैं, जब सरकार ने अध्यापकों के तबादले को बंद कर दिया है तो फिर कैसे इस महीने अध्यापक का तबादला हुआ है. लोगों ने निजी स्कूलों से बच्चों को निकाल कर सरकारी स्कूल में डाला था, लेकिन अब तबादला होने पर बच्चे भी स्कूल में जाने से इन्कार कर रहे हैं.'

ताबदल रद्द पर भेजेंगे बच्चों को स्कूल

अभिभावक मनीषा का कहना है कि, 'अध्यापक का तबादला किए जाने पर ग्रामीण विरोध कर रहे है, क्योंकि अध्यापक बच्चों की अच्छे से पढ़ाई करवाते हैं. अब तबादला होने पर सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि अगर अध्यापक को वापस इसी स्कूल में नहीं लाया गया तो बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे और दूसरी जगह दाखिला दिला देंगे.' वहीं, इस बारे में शिक्षा उपनिदेशक प्रारम्भिक अशोक कुमार का कहना है कि, 'अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंप कर अध्यापक के तबादले को रद्द करने की मांग की है. इस संबंध में शिमला निदेशालय को लिखित पत्र भेजा गया है, जैसे ही शिमला से निर्देश आएंगे वैसा ही कार्रवाई इस संबंध में की जाएगी.'

सीएम और विधायक कमलेश ठाकुर से भी की थी मुलाकात

शिक्षा निदेशक के कार्यालय पहुंचे लोगों ने कहा कि पिछले दिनों इस मामले को लेकर विधायक कमलेश ठाकुर से भी मुलाकात की थी, लेकिन उनकी समस्या को नहीं सुना गया. इसके बाद वो शिमला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कार्यालय में पहुंचे, लेकिन वहां भी उनको सिक्योरिटी ने ये तर्क दिया कि मुख्यमंत्री की हालत ठीक नहीं है, जिस कारण मुख्यमंत्री नहीं मिल सकते हैं. इन लोगों को शिमला जाकर भी निराशा ही हाथ लगी है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में शराब के ठेकों की नीलामी में सरकार पर घोटाले का आरोप, सदन से विपक्ष ने किया वॉकआउट

हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र में राजकीय प्राथमिक पाठशाला पठियालु में अध्यापक का तबादला किए जाने पर एसएमसी ने कड़ा एतराज जताते हुए शिक्षा उपनिदेशक से मुलाकात की है. एसएमसी प्रधान मोनिका की अगवाई में आए प्रतिनिधिमंडल ने प्रारम्भिक शिक्षा उपनिदेशक से मांग की है कि शिक्षक के तबादले को रद्द किया जाए और शिक्षक को दोबारा से इसी स्कूल में भेजा जाए. ऐसा न होने पर सभी ग्रामीण स्कूल से बच्चों को निकाल लेंगे.

बता दें कि पिछले कई सालों से अध्यापक रविकांत अपनी सेवाएं प्राथमिक पाठशाला पठियालु में दे रहा थे, लेकिन कुछ दिन पहले ही अध्यापक का तबादला अन्य जगह के लिए किया गया है. वहीं, अध्यापक के तबादले के विरोध में अभिभावकों ने शिक्षा उपनिदेशक प्रारम्भिक को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि जल्द तबादला किए गए अध्यापक को वापिस पठियालू स्कूल में भेजा जाए. एसएमसी प्रधान मोनिका ने बताया कि, 'स्कूल के अध्यापक तबादला किए जाने के चलते अब बच्चे भी स्कूल में नहीं जाना चाहते हैं और इससे अभिभावक भी परेशान हो गए हैं, जब सरकार ने अध्यापकों के तबादले को बंद कर दिया है तो फिर कैसे इस महीने अध्यापक का तबादला हुआ है. लोगों ने निजी स्कूलों से बच्चों को निकाल कर सरकारी स्कूल में डाला था, लेकिन अब तबादला होने पर बच्चे भी स्कूल में जाने से इन्कार कर रहे हैं.'

ताबदल रद्द पर भेजेंगे बच्चों को स्कूल

अभिभावक मनीषा का कहना है कि, 'अध्यापक का तबादला किए जाने पर ग्रामीण विरोध कर रहे है, क्योंकि अध्यापक बच्चों की अच्छे से पढ़ाई करवाते हैं. अब तबादला होने पर सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि अगर अध्यापक को वापस इसी स्कूल में नहीं लाया गया तो बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे और दूसरी जगह दाखिला दिला देंगे.' वहीं, इस बारे में शिक्षा उपनिदेशक प्रारम्भिक अशोक कुमार का कहना है कि, 'अभिभावकों के प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंप कर अध्यापक के तबादले को रद्द करने की मांग की है. इस संबंध में शिमला निदेशालय को लिखित पत्र भेजा गया है, जैसे ही शिमला से निर्देश आएंगे वैसा ही कार्रवाई इस संबंध में की जाएगी.'

सीएम और विधायक कमलेश ठाकुर से भी की थी मुलाकात

शिक्षा निदेशक के कार्यालय पहुंचे लोगों ने कहा कि पिछले दिनों इस मामले को लेकर विधायक कमलेश ठाकुर से भी मुलाकात की थी, लेकिन उनकी समस्या को नहीं सुना गया. इसके बाद वो शिमला मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू कार्यालय में पहुंचे, लेकिन वहां भी उनको सिक्योरिटी ने ये तर्क दिया कि मुख्यमंत्री की हालत ठीक नहीं है, जिस कारण मुख्यमंत्री नहीं मिल सकते हैं. इन लोगों को शिमला जाकर भी निराशा ही हाथ लगी है.

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