धर्मशाला: जिला कांगड़ा की बनेर खड्ड में मंगलवार सुबह एक बड़ा होते-होते टल गया. दरअसल बनेर खड्ड में 6 श्रद्धालु पानी के तेज बहाव में फंस गए थे. ये श्रद्धालु नहाने के लिए बनेर खड्ड में गए थे, जब अचानक पानी का जलस्तर बढ़ गया. फायर ब्रिगेड और पुलिस की टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है.
फायर ब्रिगेड कर्मियों ने किया रेस्क्यू
फायर ऑफिसर अशोक कुमार ने बताया कि बनेर खड्ड के साथ दमकल विभाग का कार्यालय है. जब वो सुबह उठे तो देखा कि सैंकड़ों की संख्या में श्रद्धालु बनेर खड्ड किनारे पहुंचे हुए थे और इनमें से कुछ श्रद्धालु पानी में नहा रहे थे. जब उन्होंने खड्ड का जलस्तर बढ़ते हुए देखा तो तुरंत अन्य कर्मचारियों को सूचित किया और मौके पर पहुंच गए. इस दौरान खड्ड में नहा रहे 6 श्रद्धालु पानी के तेज बहाव में फंस गए. उन्होंने तुरंत रेस्क्यू अभियान चलाया और रस्सों की मदद से श्रद्धालुओं को पानी से बाहर निकाला.
प्रशासन की लोगों से अपील
अशोक कुमार ने बताया कि अगर दमकल विभाग का ऑफिस बनेर खड्ड के पास न होता तो एक बड़ा हादसा हो सकता था. वहीं, सूचना मिलने पर एसडीएम कांगड़ा भी पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंच गए. एसडीएम कांगड़ा ने लोगों से अपील की है कि बरसात का मौसम शुरू हो चुका है, ऐसे में बनेर खड्ड में नहाने के लिए न उतरें, ताकि किसी भी तरह की कोई अप्रिय घटना न हो.
ब्रजेश्वरी मंदिर में दर्शन करने आए थे श्रद्धालु
एएसपी कांगड़ा हितेश लखनपाल ने बताया कि बनेर खड़ में पानी का बहाव बढ़ने से छह लोग फंस गए थे, जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है. उन्होंने कहा कि इनमें से चार श्रद्धालु उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे और प्रसिद्ध शक्तिपीठ ब्रजेश्वरी देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए आए हुए थे. इस दौरान डुबकी लगाने के लिए ये श्रद्धालु बनेर खड्ड में गए थे. जिसके बाद बनेर खड्ड में अचानक पानी बढ़ जाने से ये लोग बीच में ही फंस गए. उन्होंने कहा कि मानसून का सीजन सिर पर है. ऐसे में पर्यटकों और श्रद्धालुओं को इस तरह नदी नालों में नहीं जाना चाहिए, ताकि कोई हादसा न हो. उन्होंने कहा कि ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करेगी.
हर साल बनेर खड्ड में डूबते हैं कई लोग
गौरतलब है कि हर साल बनेर खड्ड में लगभग एक दर्जन से ऊपर लोग अपनी जान नहाते हुए गंवा देते हैं. अभी हाल ही में रैहन का एक युवक बनेर खड्ड में नहाते समय काल का ग्रास बन गया था. बरसात के सीजन में लोगों के डूबने की आशंका ज्यादा बढ़ जाती है, क्योंकि खड्ड में अचानक से जलस्तर बढ़ जाता है और लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं.
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