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पंकज उधास के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर, गायकों ने गजल सम्राट को दी श्रद्धांजलि

Tribute To Singer Pankaj Udhas: पंकज उधास के निधन की खबर से उनके फैंस के बीच शोक की लहर दौड़ चुकी है. उनके फैंस उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहे हैं. दिल्ली के रहने वाले म्यूजिक कंपोजर पंडित अभय और गायिका सुधा रघुरामन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 26, 2024, 8:10 PM IST

पंकज उधास के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर

नई दिल्ली: लेजेंडरी सिंगर पंकज उधास का 26 फरवरी को निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की खबर ने सिनेमा उद्योग और उनके फैंस को बड़ा झटका लगा है. दिल्ली के रहने वाले मशहूर संतूर वादक और म्यूजिक कंपोजर पंडित अभय रुस्तम सोपोरी और कर्नाटक गायिका सुधा रघुरामन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

अभय रुस्तम ने कहा कि गजल गायक पंकज उधास का निधन संगीत की दुनिया के लिए बहुत बड़ी क्षति है. गजल की दुनिया में उनका बड़ा योगदान रहा है. शायद ही कोई हो जिसने पंकज उधास की गजलें न सुनी हों. हम सभी उनकी गजलों को सुनते हुए बड़े हुए हैं. गजल को लोकप्रियता बनाने में भी उनका बड़ा योगदान है. इसे दुनिया हमेशा याद रखेगी. वो अपने संगीत के जरिए हमेशा जिन्दा रहेंगे.

कर्नाटक गायिका सुधा रघुरामन ने शोक व्यक्त करते हुए अपने भाव साझा किए. उन्होंने बताया कि संगीत जगत की दुनिया में सुप्रसिद्ध पंकज उधास का योगदान जग जाहिर है. वो गजल की दुनिया में बहुमुखी कलाकार थे. उनके द्वारा गाए गए गीत हो या गजल सभी दिल को छूने वाले रहे. उनके निधन से संगीत जगत में काफी खालीपन महसूस होगा. अंत में सुधा ने ॐ शांति के साथ पंकज उधास को श्रद्धांजलि दी.

दरअसल, पंकज उधास की मौत सोमवार सुबह 11 बजे मुंबई में हुई. पिछले कुछ समय से वे मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती थे. इसी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. जानकारी के मुताबिक पंकज उधास को कुछ महीने पहले कैंसर डिटेक्ट हुआ था और वो पिछले कुछ महीने से किसी से मिल नहीं रहे थे.

सिंगर पंकज उधास का जन्म गुजरात के जेतपुर में 17 मई 1951 को हुआ था. 1980 में गजल एल्बम 'आहट' से शुरुआत करने के बाद उन्होंने 'मुकरार', 'तरन्नुम' औ 'महफ़िल' जैसे एल्बम से पॉप्युलैरिटी हासिल की थी. तीन साल में ही उन्होंने मनोरंजन जगत में अपनी पहचान बना ली थी. इसके अलावा पंकज उधास ने महेश भट्ट की फिल्म 'नाम' में गाना 'चिट्ठी आई है' गाया और वो रातोंरात सुपरहिट हो गया.

पंकज उधास के निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर

नई दिल्ली: लेजेंडरी सिंगर पंकज उधास का 26 फरवरी को निधन हो गया. वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनके निधन की खबर ने सिनेमा उद्योग और उनके फैंस को बड़ा झटका लगा है. दिल्ली के रहने वाले मशहूर संतूर वादक और म्यूजिक कंपोजर पंडित अभय रुस्तम सोपोरी और कर्नाटक गायिका सुधा रघुरामन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

अभय रुस्तम ने कहा कि गजल गायक पंकज उधास का निधन संगीत की दुनिया के लिए बहुत बड़ी क्षति है. गजल की दुनिया में उनका बड़ा योगदान रहा है. शायद ही कोई हो जिसने पंकज उधास की गजलें न सुनी हों. हम सभी उनकी गजलों को सुनते हुए बड़े हुए हैं. गजल को लोकप्रियता बनाने में भी उनका बड़ा योगदान है. इसे दुनिया हमेशा याद रखेगी. वो अपने संगीत के जरिए हमेशा जिन्दा रहेंगे.

कर्नाटक गायिका सुधा रघुरामन ने शोक व्यक्त करते हुए अपने भाव साझा किए. उन्होंने बताया कि संगीत जगत की दुनिया में सुप्रसिद्ध पंकज उधास का योगदान जग जाहिर है. वो गजल की दुनिया में बहुमुखी कलाकार थे. उनके द्वारा गाए गए गीत हो या गजल सभी दिल को छूने वाले रहे. उनके निधन से संगीत जगत में काफी खालीपन महसूस होगा. अंत में सुधा ने ॐ शांति के साथ पंकज उधास को श्रद्धांजलि दी.

दरअसल, पंकज उधास की मौत सोमवार सुबह 11 बजे मुंबई में हुई. पिछले कुछ समय से वे मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती थे. इसी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली. जानकारी के मुताबिक पंकज उधास को कुछ महीने पहले कैंसर डिटेक्ट हुआ था और वो पिछले कुछ महीने से किसी से मिल नहीं रहे थे.

सिंगर पंकज उधास का जन्म गुजरात के जेतपुर में 17 मई 1951 को हुआ था. 1980 में गजल एल्बम 'आहट' से शुरुआत करने के बाद उन्होंने 'मुकरार', 'तरन्नुम' औ 'महफ़िल' जैसे एल्बम से पॉप्युलैरिटी हासिल की थी. तीन साल में ही उन्होंने मनोरंजन जगत में अपनी पहचान बना ली थी. इसके अलावा पंकज उधास ने महेश भट्ट की फिल्म 'नाम' में गाना 'चिट्ठी आई है' गाया और वो रातोंरात सुपरहिट हो गया.

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