कैथल: सोमवार को पंजाबी सेवा सदन में आयोजित सिख न्याय चौपाल में हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे. सिख समाज ने उन्हें ज्ञापन देकर हरियाणा के सिखों की मांगों और दिक्कतों से अवगत कराया. इस ज्ञापन के माध्यम से सिखों ने विधानसभा चुनाव 2024 में शामिल करने की भी मांग की है. दीपक बावरिया ने बताया कि सिख समाज के लोगों ने जो मांगें रखी हैं. वह पूरी तरह से जायज है. आज तक बीजेपी ने हमेशा सिख समाज की अनदेखी की है. सिख समाज की मांगों को कांग्रेस आने वाले विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में भी शामिल करेगी.
सिखों की मांगें: दीपक बावरिया को दिए गए ज्ञापन में सिख समाज ने हरियाणा में गुरु गोविंद सिंह के नाम से यूनिवर्सिटी बनाने, अंबाला सिरसा बॉर्डर पर भगत सिंह के नाम से यादगार चिन्ह बनाने, अल्पसंख्यक आयोग का गठन करने, लंगर के लिए आने वाले खाद्य पदार्थों पर जीएसटी बंद करने, करतारपुर साहिब व ननकाना साहिब में जाने की प्रक्रिया को सरल करने, आर्म लाइसेंस प्रक्रिया को सरल करने, सिख युवाओं को नौकरियों में आर्थिक आधार पर आरक्षण देने, गतका विद्या को संरक्षण देने, सिख छात्रों को पुलिस भर्ती में प्राथमिकता देने, एचएसजीएमसी को सरकार के प्रभाव से मुक्त करने व सिखों को राजनीति में उनकी संख्या के अनुसार बराबर का हिस्सा देने की मांग की.
कांग्रेस गुटबाजी पर बोले बाबरिया: वहीं, कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को लेकर बावरिया ने कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी पर बीजेपी के मीडिया सेल ने एक नैरेटिव सेट किया है. जो कांग्रेस की गुटबाजी का प्रचार करते रहते हैं और बीजेपी की गुटबाजी उसे नजर नहीं आती. राहुल गांधी के बाद सैलजा का आलाकमान को लेकर दिए गए बयान वाले सवाल पर बावरिया ने कहा कि सैलजा एक सुलझी हुई नेता है और आलाकमान हर बात का आकलन करती है. आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उनका पूरा संगठन बन जाएगा.