चंडीगढ़: रादौर से विधायक श्याम सिंह राणा राजपूत समाज के बड़े नेताओं में शुमार है. उनको हरियाणा की राजनीति का एक लंबा तजुर्बा है. जिसके चलते भारतीय जनता पार्टी ने उनको अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है. कहीं न कहीं वह राजपूत समाज के साथ-साथ दूसरे समाज के लोगों में भी अच्छा जनसमर्थन है. वहां पर पूर्व मंत्री कंवरपाल गुर्जर की हार के बाद यमुनानगर जिले के अंतर्गत आने वाली रादौर विधानसभा से विधायक बनने के बाद उनको मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
बीजेपी की जीत में राणा का हे अहम रोल!: श्याम सिंह राणा के राजनीति में आने से पहले की बात करें तो वह एक किसान के तौर पर जाने जाते थे. किसान परिवार से आने के चलते वह 2020 में हुए किसान आंदोलन का समर्थन करते थे. जिसके चलते उन्होंने बीजेपी को छोड़ दिया था. लेकिन कहीं न कहीं भारतीय जनता पार्टी को मालूम था कि श्याम सिंह राणा हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी की तीसरी बार सरकार बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई. जिसके चलते उनको मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है. क्योंकि यह एक तजुर्बेदार नेता है. उत्तरी भारत सहित पूरे भारत में राजनीति की काफी अच्छी समझ रखते हैं.
इनेलो में भी रह चुके हैं श्याम सिंह: श्याम सिंह राणा की आयु 76 वर्ष है और उन्होंने 1973 में कुरुक्षेत्र विवि से बीए की थी. बता दें राणा इनेलो में शामिल होने से पहले बीजेपी के कई पदों पर आसीन रह चुके थे. वह बीजेपी के जिलाध्यक्ष व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भी रहे. 2009 और 2014 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा. जिसमें 2014 में जीत हासिल कर विधायक बने थे.
मनोहर सरकार में मिला मुख्य पद: उन्हें मनोहर सरकार के पहले कार्यकाल में मुख्य संसदीय सचिव भी बनाया गया था. 2020 में उन्होंने किसान आंदोलन के चलते भारतीय जनता पार्टी को छोड़ या था. लेकिन एक बार फिर से वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो ए थे. 2024 में उन्होंने रादौर विधानसभा से बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. अब उन्हें मंत्रिमंडल में भी शामिल किया गया है.
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