चंडीगढ़: हरियाणा में किसान डीएपी की खाद को लेकर परेशान हैं. प्रदूषण को लेकर पराली पर भी लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. इन सबको लेकर हरियाणा सरकार ने भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. इन मुद्दों के साथ ही अन्य राजनीतिक मामलों को लेकर कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी.
साउथ अफ्रीका से मंगवाया जाता है खाद: कृषि मंत्री ने कहा कि हरियाणा में डीएपी खाद की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. 3 नवंबर से हर रोज हरियाणा में डीएपी खाद की रैक की आपूर्ति हो रही है, जो 11 नवंबर तक चलेगी. उन्होंने कहा कि हरियाणा में खाद साउथ अफ्रीका से मंगवाया जाता है. 2 साल पहले इसका ऑर्डर देना पड़ता है. कई बार उत्पादन स्तर पर कुछ दिक्कतें आ जाती है, जिसके चलते खाद की आपूर्ति में थोड़ी देर हो जाती है.
पराली की घटनाओं में कमी आई : वहीं उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार के उठाए गए कदमों के चलते पराली जलाने की घटनाओं में बड़ी गिरावट आई है. हरियाणा में आग लगने की कुल 857 घटनाएं हुई है, जिनकी जांच करने पर पता चला है कि 558 मामले पराली में आग लगाने के थे. पराली जलाने को लेकर सरकार ने 273 FIR दर्ज की है. 353 मामलों में जुर्माना भी लगाया गया है.
पराली जलाने के मामले में राजनीति न की जाए : वहीं उन्होंने पंजाब के आम आदमी पार्टी के सांसद मालविंदर कंग के बयान को खारिज करते हुए कहा कि पंजाब को पराली की समस्या से निपटने के लिए केंद्र सरकार पर्याप्त फंड दे रही है. सुप्रीम कोर्ट ने भी निर्देश केंद्र सरकार को दिए हैं. पराली जलाने के मामले में राजनीति न की जाए. बल्कि पराली जलाने से रोकने के कदम उठाए जाएं.
फायदा नहीं ले पाई कांग्रेस : किसान नेता दर्शन पाल सिंह के बयान पर कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि किसान नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ थे. हुड्डा जहां जहां जाते थे, वहां किसान नेता थे. लेकिन कांग्रेस को कोई फायदा नहीं मिला. बीजेपी एक कार्यकर्ता आधारित पार्टी है. जनता ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नायब सैनी के नाम पर वोट दिए.
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