जौनपुर : श्वेता सिंह ने यूपी पीसीएस में फर्स्ट एटेंप्ट में प्रदेश की टॉप लिस्ट में 11 वां स्थान हासिल किया तो महिलाओं में तीसरा स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया है. श्वेता का सफर यही नहीं थमने वाला है. उनका सपना आईएएस बनना है. श्वेता मूल रूप से जिले के सिकरारा थाना क्षेत्र के जाम की रहने वाली हैं. उनके पिता टीडी इंटर कालेज में प्रिंसिपल हैं जबकि मां सुनीता हाउस वाइफ हैं. श्वेता तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं. जब से यूपीएससी का रिजल्ट आया है तब से श्वेता के फोन पर लगातार शुभकामनाएं मिल रही हैं. प्रयागराज से घर पहुंचने पर श्वेता का ढोल बाजे के साथ श्वेता का भव्य स्वागत किया गया. बड़ी संख्या में परिचित श्वेता को आशीर्वाद देने के लिए गांव सिकरारा जाम पहुंच रहे हैं.
क्या था टाइम टेबल,कितने घंटे करती थीं पढ़ाई
श्वेता सिंह ने कहा कि प्रतियोगियों परीक्षाओं को लेकर भ्रम है कि 18 से 20 घंटे पढ़ना चाहिए. आप नियमित रूप से 8 से 10 घंटे पढ़कर भी प्रतियोगी यह मुकाम हासिल कर सकते हैं. श्वेता ने प्रयागराज में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को लेकर पिछले ढाई साल से लगी हुई थीं. जब आईएएस में असफलता मिली तो परिवार जनों ने यूपी पीसीएस के लिए तैयारी करने को कहा. श्वेता ने पहली बार में ही पूरे प्रदेश में 11 वां स्थान और महिलाओं की लिस्ट में तीसरा स्थान हासिल कर पूरे जिले का नाम रोशन किया. श्वेता ने इंटरव्यू में दस में से आठ सवालों का जवाब बड़ी बेबाकी से दिया.
मेरठ के थापर नगर की शुभि गुप्ता ने पीसीएस परीक्षा में सातवीं रैंक प्राप्त की है. महिला कैटेगरी में मेरठ की बेटी शुभि टॉपर हैं. वर्तमान में वह गाजियाबाद में जीएसटी ऑफिसर के तौर पर सेवा दे रही हैं. ईटीवी भारत से उनके परिवार के सदस्यों ने खास बातचीत की.
थापर नगर में शुभि के घर लोग बधाई देने पहुंच रहे हैं. शुभी के दादा राजेंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि वह बैंकिंग सेक्टर से रहे हैं और उनकी कोशिश थी कि बच्चों की अच्छे ढंग से परवरिश हो जाए.
शुभी के बारे में बताया कि उसकी पढ़ाई कानपुर में ही हुई है. वहीं से बीटेक किया. इसी के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की तरफ रुझान बढ़ा. बताते हैं कि इससे पूर्व में शुभि ने डिप्टी एसपी की रैंक भी यूपीपीसीएस में हासिल की थी, लेकिन वहां ज्वाइन नहीं किया.
शुभि की दादी हेमलता कहती हैं कि उन्हें बेहद खुशी है, क्योंकि उनकी पोती ने वह कर दिखाया है जो उनके परिवार में कभी कोई नहीं कर पाया. बताया कि शुभी पिछले 5 साल से तैयारी में लगी हुई थीं.
शुभि गुप्ता वर्तमान में गाज़ियाबाद में रहती हैं.
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