शिमला: बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही वहां अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा जारी है. बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आज संजौली में हिंदू संगठनों ने आक्रोश यात्रा निकाली. इस दौरान संजौली चौक पर प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश का जनाजा निकाला और जमकर नारेबाजी की.
शिमला का संजौली एक बार फिर सुर्खियों में है. संजौली में हिंदू संगठनों ने शनिवार को बांग्लादेश में धर्म के आधार पर अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रदर्शन किया. ढली टनल से आक्रोश यात्रा शुरू हुई और संजौली चौक तक पहुंची. इस दौरान हिंदू संगठनों के लोग अपने कंधों पर बांग्लादेश का जनाजा निकालते नजर आए. आक्रोश रैली में बांग्लादेश के सत्ताधारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. हिंदू संगठनों की मांग है कि इस पूरे घटनाक्रम में मोदी सरकार भी हस्तक्षेप करे. हिंदू संगठनों ने मांग उठाई है कि मोदी सरकार, बांग्लादेश सरकार से बात कर वहां हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रोकने का काम करे.
हिंदू संगठन के नेता विजय शर्मा ने कहा, "बांग्लादेश में धर्म के आधार पर अल्पसंख्यक हिंदुओं के खिलाफ अत्याचार किए जा रहे हैं. जगह-जगह से दिल दहला देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. ऐसे में भारत के हिंदू चाहते हैं कि उनके भाइयों और बहनों की रक्षा की जाए".
उन्होंने मोदी सरकार मामले में यूनाइटेड नेशन से भी हस्तक्षेप की मांग की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में धर्म के आधार पर हिंदुओं के साथ हिंसा की जा रही है. बांग्लादेश में हिंदू बहनें भी सुरक्षित नहीं हैं. इस दौरान उन्होंने लोकसभा सांसद और AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा.
विजय शर्मा ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी को फिलिस्तीन में सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लोगों का ही दर्द नजर आता है. पड़ोसी राष्ट्र बांग्लादेश में हिंदुओं पर धर्म के आधार पर अत्याचार किया जा रहा है, लेकिन इस पर वह कोई बात नहीं कर रहे हैं. उन्हें देश की सरकार पर भरोसा है कि वह बांग्लादेश में सत्ताधारियों से बात कर हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार को रुकवाने का काम करेंगे.
विजय शर्मा ने आरोप लगाया कि देश विश्व भर में हिंदुओं को दबाने की कोशिश की जा रही है. अब यही हिंदू जागरण का वक्त है और अत्याचार से बचने के लिए एकता ही सबसे बड़ा मंत्र है.
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