शहडोल। जिले में नशे का कारोबार काफी तेजी से बढ़ रहा है, इसीलिए यहां नशे की तस्करी के मामले आए दिन सामने आते रहते हैं. फिर चाहे वह गांजा की तस्करी हो या फिर नशीले इंजेक्शनों की. एक ऐसा ही मामला शहडोल के कोतवाली थाना क्षेत्र से आया है. जहां पुलिस को 108 एंबुलेंस में मरीज नहीं बल्कि नशीले इंजेक्शनों की बड़ी खेप मिली है. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
एंबुलेंस में नशे का कारोबार
ये मामला शहडोल जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र का है. जहां पुलिस को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि उमरिया जिले के पाली की ओर से एक 108 एंबुलेंस आ रही है, जिसमें नशीले इंजेक्शन की एक बड़ी खेप रखी हुई है. ये जानकारी लगते ही पुलिस अलर्ट हुई और उस एंबुलेंस को रोककर उसकी जांच पड़ताल की. इसके बाद पुलिस को एंबुलेंस से नशीले इंजेक्शनों की बड़ी खेप बरामद हुई. एंबुलेंस में 255 नग इंजेक्शन पाए गए जो कि बिक्री के लिए प्रतिबंधित हैं. इन इंजेक्शनों की कुल कीमत पुलिस ने लगभग ₹25,000 रुपये बताई है. वहीं एंबुलेंस की कीमत लगभग 10 लाख रुपए आंकी गई है. इस प्रकार से कुल 10 लाख 25 हजार का मसरूका पुलिस ने बरामद किया है.
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नशे की खेप का इंतजार कर रहा था एंबुलेंस चालक
कोतवाली थाने की पुलिस के मुताबिक, आरोपी नशीले इंजेक्शनों की खेप ट्रेन के माध्यम से भोपाल से लेकर शहडोल आ रहे थे. शहडोल स्टेशन पर उनकी ओर किसी की नजर ना पड़े इसलिए तीनों आरोपी नशीले इंजेक्शन से भरे बैग को लेकर चतुराई के साथ पाली के समीप ही मुदरिया स्टेशन पर उतर गए. जहां पर पहले से ही प्लान के मुताबिक 108 एंबुलेंस लेकर उसका चालक विजय केवट उनका इंतजार कर रहा था. इसके बाद इंजेक्शन लेकर आए तीनों आरोपी एंबुलेंस में सवार होकर शहडोल की तरफ चल दिए. तभी आकाशवाणी के समीप पुलिस ने इन आरोपियों को दबोच लिया. चारों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. कोतवाली थाना प्रभारी राघवेंद्र तिवारी ने बताया कि ''नशे के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाई की गई है. जिसमें 108 एंबुलेंस से नशीले इंजेक्शन बरामद किए गए हैं और चारों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, पूछताछ जारी है.''