भरतपुर. इस बार 24 मार्च को होली और 25 मार्च को धुलंडी का त्योहार मनाया जाएगा, लेकिन साथ ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी 25 मार्च यानी धुलंडी को लगने वाला है. चंद्र ग्रहण का प्रभाव हमेशा नकारात्मक माना गया है. इस बार होली पर पड़ने वाले चंद्र ग्रहण से लोग आशंकित हैं, लेकिन हकीकत में साल के इस पहले चंद्र ग्रहण का न तो होली पर कोई नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और न ही त्योहार के दिन लोगों को चिंता करने की आवश्यकता है. जानिए इस चंद्र ग्रहण से आखिर अपना होली का त्योहार किस तरह सुरक्षित है.
पंडित मनु मुद्गल ने बताया कि इस बार 25 मार्च को यानी पूर्णमासी को सुबह 10.23 बजे से दोपहर 3.02 बजे तक चंद्र ग्रहण रहेगा. चंद्र ग्रहण के परमग्रस का समय दोपहर 12.43 बजे रहेगा. यह ग्रहण कन्या राशि में लगेगा. पंडित मनु मुद्गल ने बताया कि चंद्र ग्रहण को अशुभ प्रभावकारी माना गया है, लेकिन इस बार यह चंद्र ग्रहण भारतवासियों के लिए अशुभकारी नहीं रहेगा.
इसे भी पढ़ें - मेवाड़ जाने से पहले श्रीनाथजी ने पीतांबर की गाल में खेली थी होली, बसंत पंचमी से ढोल उत्सव तक रहा था पड़ाव - Holi 2024
पंडित मनु मुद्गल ने बताया कि यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं लगेगा. इसलिए इसका नकारात्मक/अशुभ प्रभाव भी भारत और यहां रहने वाले लोगों पर नहीं होगा. धुलंडी का त्योहार लोग पूरे धूमधाम से मनाएं. चंद्र ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरती जाती हैं, लेकिन इस बार ग्रहण में किसी तरह की सावधानी बरतने की आवश्यकता नहीं है.
चंद्र ग्रहण पर इन बातों का रखना होता है ध्यान : पंडित मनु मुद्गल ने बताया कि आमतौर पर चंद्र ग्रहण का सूतक लगते ही कई तरह की सावधानियां बरती जाती हैं. सूतक लगते ही मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं. गर्भवती स्त्रियों को घर के बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है. ग्रहण के समय में भोजन पकाना और खाना भी निषेध बताया गया है. ग्रहण काल में भगवान का स्मरण कर ध्यान लगाना चाहिए. लेकिन इस बार भारत में चंद्र ग्रहण के दौरान ये सावधानी रखने की जरूरत नहीं है. क्योंकि इस ग्रहण का प्रभाव भारत में नहीं होगा.
इसे भी पढ़ें - होली विशेषः बीकानेर की पहचान है 400 साल पुरानी 'रम्मत', पीढ़ी दर पीढ़ी सहेज रहे इस खास कला को
इन देशों में ग्रहण का प्रभाव : पंडित मनु मुद्गल ने बताया कि इस बार भारत को छोड़कर कई देशों पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव रहेगा. इनमें अमेरिका, जापान, रूस, आयरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, इटली, जर्मनी, हॉलैंड, बेल्जियम, फ्रांस आदि देश शामिल हैं.