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समेज में लापता 36 लोगों का नहीं लगा सुराग, स्निफर डॉग और लाइव डिटेक्टर से की जा रही तलाश - Search operation in Samej - SEARCH OPERATION IN SAMEJ

Search operation in Samej: समेज गांव में लापता लोगों को ढूंढने के लिए बीते तीन दिन से सर्च ऑपरेशन जारी है. सर्च ऑपरेशन को तेज हुए करते हुए अब गांव में लाइव डिटेक्टर डिवाइस और स्निफर डॉग को लाया गया है.

Search operation in Samej
लाइव डिटेक्टर डिवाइस और स्निफर डॉग से ढूंढे जा रहे लापता लोग (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Aug 3, 2024, 9:26 PM IST

रामपुर: शिमला जिले की रामपुर तहसील के समेज में गांव में बीते 31 जुलाई की रात को बादल फटने से हुई तबाही को तीन दिन गुजर चुके हैं. अब भी लापता हुए 36 लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

लाइव डिटेक्टर डिवाइस से सर्च ऑपरेशन जारी

एनडीआरएफ की टीम गांव में लापता लोगों को ढूंढने के लिए सर्च अभियान चला रही है. टीम मलबे के नीचे दबे लापता लोगों को ढूंढने के लिए लाइव डिटेक्टर डिवाइस का इस्तेमाल कर रही है. शनिवार को प्रभावित क्षेत्रों में लाइव डिटेक्टर डिवाइस की सहायता सर्च ऑपरेशन में ली गई लेकिन इससे अभी तक लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

Search operation in Samej
लाइव डिटेक्टर से की जा रही लापता लोगों की तलाश (ETV Bharat)

स्निफर डॉग भी सर्च ऑपरेशन का हिस्सा

इसके साथ ही स्निफर डॉग भी सर्च ऑपरेशन का हिस्सा बनाए गए हैं ताकि सर्च ऑपरेशन की गुणवत्ता में और बढ़ावा हो सके. उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया "लाइव डिटेक्टर डिवाइस की सहायता से मलबे के नीचे सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है ताकि मलबे के नीचे दबे लापता लोगों का पता लगाया जा सके" वहीं, रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय भी अगले आदेशों तक हर रात को 12 बजे तक खुला रहेगा ताकि आपदा राहत कार्य प्रभावित ना हो.

कैसे करता है लाइव डिटेक्टर डिवाइस काम

Search operation in Samej
सर्च ऑपरेशन करती टीम (ETV Bharat)

लाइव डिटेक्टर डिवाइस एक जीवन पहचान उपकरण है जिसका उपयोग आपदाओं के दौरान बचाव कार्यों के दौरान किया जाता है. वायरलेस या वायर्ड भूकंपीय सेंसर मलबे के नीचे जीवन के संकेतों (कंपन) का पता लगाते हैं और फिर पीड़ितों का सटीक तरीके से पता लग जाता है. यह जलरोधी संचार जांच प्रणाली है, जो 26 फीट केबल से सुसज्जित है, जिससे दबे हुए पीड़ितों से संपर्क किया जा सकता है और यह आंकलन किया जा सकता है कि उन्हें किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता है.

NDRF ने बनाया अस्थायी पुल

शनिवार को एनडीआरएफ की टीम ने अस्थायी पुल का निर्माण करके सर्च ऑपरेशन खड्ड की दूसरी ओर जाकर शुरू कर दिया है. पानी का बहाव तेज होने के कारण पुल निर्माण करने में बीते दो दिन से परेशानी आ रही थी.

रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय रात 12 बजे तक खुला रहेगा. समेज त्रासदी के प्रभावितों और पीड़ितों को मिलने वाली सहायता राशि व अन्य रेस्क्यू कार्यों के चलते रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय हर रोज अब रात 12 बजे तक खुला रहेगा. उपायुक्त अनुपम कश्यप ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा-30 के तहत उक्त आदेश जारी किए हैं. यह आदेश तत्काल प्रभाव से आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे.

समेज और सुन्नी में सर्च ऑपरेशन जारी

समेज में जारी सर्च ऑपरेशन में 301 जवान शामिल हैं. इनमें एनडीआरएफ के 67, पुलिस के 69, आईटीबीपी के 30, आर्मी के 110 जवान और सीआईएसएफ के 25 जवान शामिल हैं. वहीं, सुन्नी में चल रहे सर्च अभियान में 61 सदस्यीय टीम शामिल है जिसमें एनडीआरएफ के 30, एसडीआरएफ के 14, पुलिस के 07 और होमगार्ड के 10 कर्मी तैनात हैं.

ये भी पढ़ें: दिल में दहशत और रोंगटे खड़ा कर देने वाला था समेज गांव का मंजर, अंदर तक हिला देंगी पीड़ितों की दास्तां

रामपुर: शिमला जिले की रामपुर तहसील के समेज में गांव में बीते 31 जुलाई की रात को बादल फटने से हुई तबाही को तीन दिन गुजर चुके हैं. अब भी लापता हुए 36 लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

लाइव डिटेक्टर डिवाइस से सर्च ऑपरेशन जारी

एनडीआरएफ की टीम गांव में लापता लोगों को ढूंढने के लिए सर्च अभियान चला रही है. टीम मलबे के नीचे दबे लापता लोगों को ढूंढने के लिए लाइव डिटेक्टर डिवाइस का इस्तेमाल कर रही है. शनिवार को प्रभावित क्षेत्रों में लाइव डिटेक्टर डिवाइस की सहायता सर्च ऑपरेशन में ली गई लेकिन इससे अभी तक लापता लोगों का कोई सुराग नहीं लग पाया है.

Search operation in Samej
लाइव डिटेक्टर से की जा रही लापता लोगों की तलाश (ETV Bharat)

स्निफर डॉग भी सर्च ऑपरेशन का हिस्सा

इसके साथ ही स्निफर डॉग भी सर्च ऑपरेशन का हिस्सा बनाए गए हैं ताकि सर्च ऑपरेशन की गुणवत्ता में और बढ़ावा हो सके. उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया "लाइव डिटेक्टर डिवाइस की सहायता से मलबे के नीचे सर्च ऑपरेशन किया जा रहा है ताकि मलबे के नीचे दबे लापता लोगों का पता लगाया जा सके" वहीं, रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय भी अगले आदेशों तक हर रात को 12 बजे तक खुला रहेगा ताकि आपदा राहत कार्य प्रभावित ना हो.

कैसे करता है लाइव डिटेक्टर डिवाइस काम

Search operation in Samej
सर्च ऑपरेशन करती टीम (ETV Bharat)

लाइव डिटेक्टर डिवाइस एक जीवन पहचान उपकरण है जिसका उपयोग आपदाओं के दौरान बचाव कार्यों के दौरान किया जाता है. वायरलेस या वायर्ड भूकंपीय सेंसर मलबे के नीचे जीवन के संकेतों (कंपन) का पता लगाते हैं और फिर पीड़ितों का सटीक तरीके से पता लग जाता है. यह जलरोधी संचार जांच प्रणाली है, जो 26 फीट केबल से सुसज्जित है, जिससे दबे हुए पीड़ितों से संपर्क किया जा सकता है और यह आंकलन किया जा सकता है कि उन्हें किस प्रकार की सहायता की आवश्यकता है.

NDRF ने बनाया अस्थायी पुल

शनिवार को एनडीआरएफ की टीम ने अस्थायी पुल का निर्माण करके सर्च ऑपरेशन खड्ड की दूसरी ओर जाकर शुरू कर दिया है. पानी का बहाव तेज होने के कारण पुल निर्माण करने में बीते दो दिन से परेशानी आ रही थी.

रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय रात 12 बजे तक खुला रहेगा. समेज त्रासदी के प्रभावितों और पीड़ितों को मिलने वाली सहायता राशि व अन्य रेस्क्यू कार्यों के चलते रामपुर कोषाधिकारी कार्यालय हर रोज अब रात 12 बजे तक खुला रहेगा. उपायुक्त अनुपम कश्यप ने आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा-30 के तहत उक्त आदेश जारी किए हैं. यह आदेश तत्काल प्रभाव से आगामी आदेशों तक लागू रहेंगे.

समेज और सुन्नी में सर्च ऑपरेशन जारी

समेज में जारी सर्च ऑपरेशन में 301 जवान शामिल हैं. इनमें एनडीआरएफ के 67, पुलिस के 69, आईटीबीपी के 30, आर्मी के 110 जवान और सीआईएसएफ के 25 जवान शामिल हैं. वहीं, सुन्नी में चल रहे सर्च अभियान में 61 सदस्यीय टीम शामिल है जिसमें एनडीआरएफ के 30, एसडीआरएफ के 14, पुलिस के 07 और होमगार्ड के 10 कर्मी तैनात हैं.

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