नई दिल्ली/नोएडा: कबाड़ माफिया रवि काना का दाहिना हाथ कहे जाने वाले महकी नागर ने मंगलवार को जनपद गौतमबुद्ध नगर न्यायालय सूरजपुर में सरेंडर कर दिया. उसकी गिरफ्तारी पर नोएडा पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. महकी नागर के सरेंडर करने से पुलिस की जांच पर सवालिया उठ रहे हैं.
पुलिस अधिकारी दावा कर रहे थे कि महकी और रवि काना की जल्द गिरफ्तारी की जाएगी. उसके घर की कुर्की की प्रक्रिया भी जारी थी, लेकिन उसने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया. बता दें कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना और उसके गैंग के आधा दर्जन लोगों के खिलाफ थाना सेक्टर 39 में एक युवती ने सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवाया था, जिसमें रवि काना- महकी नागर, राजकुमार नागर समेत कई आरोपी शामिल हैं. इसके अलावा उनके गैंग के 16 लोगों के खिलाफ थाना बीटा-दो में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. इस गैंग के कुछ लोगों की गिरफ्तारी थाना सेक्टर 39 पुलिस और थाना बीटा- दो पुलिस ने किया है, लेकिन रवि काना और महकी नगर दोनों फरार चल रहे थे.
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मंगलवार को अचानक महकी नागर जनपद न्यायालय पहुंचा और उसने अपने वकीलों के माध्यम से कोर्ट में सरेंडर कर दिया. महकी नागर के आत्मसमर्पण करने के बाद ये चर्चा जोर-शोर से शुरू हो गई है कि रवि काना भी आत्मसमर्पण कर सकता है. वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वो महकी नागर को रिमांड पर लेंगे साथ ही उससे पूछताछ भी की जायेगी. थाना सेक्टर 39 पुलिस सामूहिक दुष्कर्म मामले में उससे पूछताछ करने की तैयारी में जुट गई है.
नोएडा पुलिस की मानें तो उपायुक्त जोन प्रथम विद्या शंकर मिश्रा ने रवि काना और उसके साथी महकी पर सामूहिक दुष्कर्म मामले में 25-25 हजार रुपए का इनाम 3 दिन पहले घोषित किया था. उन्होंने बताया कि गैंगस्टर एक्ट के मामले मे पुलिस ने स्क्रैप माफिया रवि की पत्नी मधु को दिल्ली एयरपोर्ट के पास से गिरफ्तार किया था. उसने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि रवि काना अपनी पत्नी मधु और महिला मित्र काजल के साथ थाईलैंड भाग गया था. बाद में रवि अपनी महिला मित्र के साथ थाईलैंड में रूक गया, और पत्नी को भारत भेज दिया.
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