नई दिल्लीः जल संकट को लेकर दिल्ली और हरियाणा के बीच विवाद जारी है. इस बीच सोमवार को पेयजल संकट के मुद्दे पर राज निवास में दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी की एलजी के साथ मीटिंग हुई. अब सौरभ भारद्वाज ने प्रेसवार्ता कर कहा कि एलजी और उनके ऑफिस की ओर से जारी किए गए प्रेस नोट गलत हैं. उन्होंने कहा कि मीटिंग में हमने बताया कि हरियाणा सरकार की ओर से दिल्ली को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं दिया जा रहा है. वहीं, मीटिंग के बाद आतिशी ने मीडिया को बताया था कि उप राज्यपाल ने आश्वासन दिया है कि पेयजल संकट पर हरियाणा सरकार से वो बात करेंगे.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में पेयजल संकट पर एलजी के साथ चर्चा हुई. एलजी ऑफिस से जो प्रेस नोट जारी की गई है वह गलत है. तथ्यों को गलत तरीके से दिखाने की कोशिश की गई है. मैं और आतिशी जब एलजी साहब के पास मीटिंग के लिए पहुंचे तो वहां पर तीन कैमरे मीटिंग को रिकार्ड करने के लिए लगे हुए थे. एलजी से निवेदन है, इसकी वीडियो सार्वजनिक कर दें सब साफ हो जाएगा.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एलजी इस वीडियो को सार्वजनिक नहीं करेंगे क्योंकि वह एक्सपोज हो जाएंगे. दिल्ली की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी. एलजी और उनका कार्यालय गलत और गुमराह करने वाली प्रेस नोट जारी कर रहा है, जो कानूनी अपराध है. वीडियो सामने आने से पता चल जाएगा कि पानी की समस्या क्यों हो रही है. मीटिंग में चीफ सेक्रेटरी, सीईओ दिल्ली जल बोर्ड, एल जी के प्रमुख सचिव, सचिव, प्रेस सचिव भी मौजूद थे.
फोन जमा कराने का किया गया प्रयासः सौरभ भारद्वाज ने कहा कि जब हम और आतिशी अंदर मीटिंग के लिए जा रहे थे तो पुलिस ने फोन जमा कराने का प्रयास किया लेकिन आतिशी ने विरोध किया. पुलिस ने कहा कि आदेश हैं. इसपर हमने कहा कि आप अपने प्रिंसिपल सेक्रेटरी को बुलाइए. काफी देर तक रोककर रखा गया. अंदर जाने के बाद हमने एलजी से इसका विरोध किया और कहा कि आप मंत्रियों के फोन क्यों जमा कराना चाहते हैं. इसपर एलजी ने कहा कि माफी चाहता हूं मिस कम्यूनिकेशन हो गया. एलजी साहब को ये डर था कि कहीं हम उनकी आवाज न रिकार्ड कर लें. जबकि उन्होंने वीडियो रिकार्डिंग की.
जब जगह मिल जाएगी तो कार्यालय खाली करेगी आपः सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी नेशनल पार्टी है, दिल्ली के अंदर दो दफ्तर मिलने चाहिए. जो केंद्र सरकार को देना है. पार्टी कार्यालय जहां पर है. इससे पहले यहां पर हमारी पार्टी के एक मंत्री रहा करते थे. उससे पहले कांग्रेस के मंत्री रहा करते थे. सरकारी जगह है. हमको जगह मिल जाएगी तो हम पार्टी कार्यालय खाली कर देंगे. सुप्रीम कोर्ट ने भी यह बात कही है.
जीतनराम माझी के बयान पर भाजपा को घेराः सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा से सवाल पूछना चाहता हूं कि क्या भगवान राम काल्पनिक हैं. क्या रामायण काल्पनिक है. क्या राम से ज्यादा बेहतर रावण थे. ये इसलिए पूछ रहा कि जीतन राम माझी ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली. जिस दिन पीएम मोदी भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में इलेक्शन रिजल्ट वाले दिन आए तो भाजपा के जितने भी नेता थे. वह कह रहे थे कि मोदी जी को जय श्रीराम. मोदी ने जय श्रीराम का जवाब, जय जगन्नाथ कहा. पीएम मोदी ने एक ही दिन में जवाब बदल दिया. इतना ही नहीं जीतन राम माझी जिन्हें पीएम ने अपनी कैबिनेट में लिया, वह कह रहे हैं कि रामायण काल्पनिक है. राम काल्पनिक हैं. ऐसे में पीएम मोदी ने उस व्यक्ति को मंत्री क्यों बनाया.
भाजपा पर अपनी एलायंस पार्टियों को तोड़ने का आरोपः सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अलग-अलग राज्यों में अपने ही एलायंस की पार्टियों को तोड़कर धोखा दिया. महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा में जिस तरीके से पार्टियों को तोड़ने की कवायद भाजपा ने अपनाई है. ऐसे में कोई भी पार्टी भाजपा पर विश्वास नहीं करेगी. जब पहले भी एनडीए की सरकार थी तो डीटीपी के स्पीकर हुआ करते थे. ऐसे आदमी को स्पीकर बनाया जाए जो एंटी डिफेक्शन हो तो एमपी को डिसक्वालीफाई कर सके. यदि भाजपा अपना ही स्पीकर बनाना चाहती है तो जरूर दाल में कुछ काला है.