नीमच: मध्य प्रदेश का एक ऐसा शहर जहां सर्राफा बाजार में लोग सोना-चांदी नहीं बल्कि, सब्जी खरीदने आते हैं. आमतौर पर सर्राफा बाजार में लोग सोने-चांदी के आभूषण खरीदने जाते हैं. लेकिन गोवर्धन पूजा के दिन सर्राफा बाजार में सब्जी की मंडी लगती है. यह मंडी साल में 1 दिन ही लगती है. बताया जाता है कि यह परंपरा करीब 125 वर्ष से अधिक पुरानी है. अन्नकूट के प्रसाद के लिए सब्जी खरीदने लोगों को दूर न जाना पड़े, इसके लिए इस दिन सब्जी व्यापारी सोने चांदी की दुकान के बाहर सब्जी की दुकान लगाते हैं.
नहीं की जाती है कोई मोल भाव
सर्राफा बाजार में गोवर्धन पूजा के दिन हर तरह की सब्जियां उपलब्ध होती है. मान्यता है कि भगवान को भोग लगाने के लिए सब्जियों की खरीदारी होती है, इसलिए कोई भी ग्राहक मोलभाव नहीं करता है. वहीं, सब्जी विक्रेता भी उचित दाम पर ही सब्जी बेचते हैं और जो सब्जी बच जाती है, उसे मंदिरों में अर्पित कर देते हैं. बताया जाता है कि 100 साल पहले शहर का मुख्य बाजार सर्राफा ही था. अन्नकूट के प्रसाद के लिए लोगों को आसानी से सब्जी उपलब्ध हो जाए, इसके लिए सर्राफा बाजार में सब्जी मंडी लगाई जाने लगी. तब से ही इस परंपरा का पालन किया जा रहा है. नीमच सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग यहां खरीदारी करने पहुंचते हैं.
सर्राफा बाजार के अन्य दुकानें होती है बंद
गोवर्धन पूजा के दिन सर्राफा बाजार की अन्य दुकानें बंद रहती है. सब्जी खरीदने पहुंचे पारस सोनी बताते है, यहां आस-पास काफी मंदिर है, जहां पर अन्नकूट की प्रसाद बनाने के लिए लोगों को भटकना न पड़े, इसके लिए यह परंपरा चली आ रही है." सब्जी बेच रहे जगदीश जोशी बताते हैं कि "कोई भी सर्राफा व्यापारी किसी को परेशान नहीं करता है, वे हमारी खातिरदारी करते हैं. वर्षों पुरानी परंपरा इसी तरह चली आ रही है." वहीं, सर्राफा व्यापारी नंदू सराफ बताते हैं कि "गोवर्धन पूजन वाले दिन यहां सब्जी मंडी लगती है. इसमें हमारा पूरा सहयोग होता है. सुबह 5 बजे से मंडी लग जाती है. यहां सभी तरह के व्यापार, व्यवसाय होता है."