नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम मेयर चुनाव रद्द होने पर आम आदमी पार्टी के नेता भाजपा पर हमलावर दिख रहे हैं. AAP नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान के जरिए अधिकार दिया था कि पांच साल में एक बार दलित का बेटा दिल्ली मेयर की कुर्सी पर बैठे, लेकिन भाजपा यह अधिकार छीन रही है. अगर बीजेपी 2024 का लोकसभा चुनाव जीत गई तो संविधान और आरक्षण दोनों खत्म हो जाएंगे. पिछले 10 साल में कई सरकारें तोड़-जोड़कर बनाई गई.
संजय सिंह ने कहा कि नफरती मानसिकता वाले लोग दलितों को तालाब में पानी पीने से रोकते थे, कुर्सी पर बैठेने से रोकते थे. अगर किसी दलित के कान में वेद की ऋचाएं पहुंच जाती थीं तो वे उसके कान में पारा डाल देते थे. आज 75 साल बाद उनके अधिकार मिले हैं, लेकिन ऐसी मानसिकता के लोग खत्म करना चाहते हैं.
चुनाव रद्द करने के लिए बीजेपी ने एलजी को बनाया मोहरा
इधर, एलजी को मोहरा बनाकर दिल्ली में मेयर चुनाव रद्द करवा दिया. एलजी ने कहा कि बिना मुख्यमंत्री की सलाह के हम प्रिसाइडिंग ऑफिसर की नियुक्ति नहीं कर सकते हैं. जबकि, एक साल पहले जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सबसे वरिष्ठ पार्षद को प्रिसाइडिंग ऑफिसर बनाया जाया और उसके लिए मुकेश गोयल का नाम भेजा तो दिल्ली के एलीजी ने कहा कि हम भाजपा की पार्षद सत्या शर्मा को प्रिसाइडिंग ऑफिसर बनाएंगे.
इसलिए मेरा आरोप सही साबित होता है कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान की विरोधी बीजेपी ने एलजी से झूठ बुलवाया है. मुख्यमंत्री की सलाह के बिना सत्या शर्मा को प्रिसाइडिंग ऑफिसर नियुक्त किया गया. भाजपा को इसका जवाब देना होगा कि उन्होंने इससे पहले चुनाव में बिना मुख्यमंत्री की सलाह के भाजपा की पार्षद सत्या शर्मा को प्रिसाइडिंग ऑफिसर क्यों बनाया था.
चंडीगढ़ की तरह दिल्ली चुनाव में भी गड़बड़ी फैलाना चाहती है बीजेपी- संजय सिंह
आज दिल्ली में मेयर का चुनाव क्यों रद्द किया. एलजी ने पिछली बार के मेयर चुनाव में भाजपा के 10 कार्यकर्ताओं को पार्षद नामित कर दिया था. मुख्यमंत्री ने 10 नामों को नामित पार्षद बनाने के लिए भेजा गया था, लेकिन 10 पार्षद बीजेपी के कार्यकर्ताओं को बना दिया गया और वोटिंग का अधिकार दे दिया. जब मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो कोर्ट ने कहा कि नामित लोगों को वोटिंग का अधिकार नहीं है. यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव नहीं हो पा रहा है. चंडीगढ़ में भी भारतीय जनता पार्टी ने यही काम किया जब एक सफाईकर्मी का बेटा मेयर की कुर्सी पर बैठने जा रहा था तो वोट में गड़बड़ी कर दी.
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भाजपा दलित विरोधी है - कुलदीप कुमार
पूर्वी दिल्ली सामान्य सीट है, लेकिन आप ने इंडिया अलायंस के तहत दलित समुदाय से आने वाले कुलदीप कुमार को उम्मीदवार बनाया है. कुलदीप कुमार ने कहा कि बीजेपी ने एलजी के जरिए यह संदेश दिया है कि संविधान ने भले ही दलित समाज के बेटे को दिल्ली में मेयर की कुर्सी पर बैठने का अधिकार दिया है, लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं होने देगी. मैं देश को बताना चाहता हूं कि जब संसद का उद्घाटन होता है तो देश की सर्वोच्च नागरिक राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं किया जाता क्योंकि वह आदिवासी समुदाय से आती हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी दलित विरोधी है.
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