भरतपुर. नगर निगम क्षेत्र के सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाल रही ठेका कंपनी की मनमानी के खिलाफ मंगलवार को सफाई कर्मचारियों ने काम छोड़कर हड़ताल कर दी. करीब 200 सफाई कर्मचारी और टिपर चालकों ने शहर का कचरा नहीं उठाया. कर्मचारियों का कहना है कि ठेका कंपनी ने बीते दो माह से उनके वेतन का भुगतान नहीं किया है. कर्मचारियों की हड़ताल की सूचना के बाद नगर निगम कमिश्नर कर्मचारियों से मिलने पहुंचे और ठेका कंपनी को भी लताड़ लगाई.
राष्ट्रीय सफाई मजदूर संघ के अध्यक्ष महेश वाल्मीकि ने बताया कि नगर निगम के स्थाई सफाई कर्मचारियों को महीने की 1 से 7 तारीख के बीच में वेतन मिल जाता है. लेकिन सफाई ठेका कंपनी लायंस सर्विस लिमिटेड अपने करीब 200 कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं देती. हर बार कर्मचारियों को महीने के अंत में तनख्वाह दी जाती है. इस बार तो कर्मचारियों को दो माह की तनख्वाह नहीं मिली. जिसकी वजह से सभी सफाई कर्मचारियों ने काम छोड़कर हड़ताल कर दी है.
महेश वाल्मीकि ने बताया कि करीब 200 सफाई कर्मचारी और टिपर चालकों ने मंगलवार को शहर में कहीं से कचरा नहीं उठाया. कर्मचारियों ने मंगलवार को काम छोड़कर शहर के सुभाष नगर स्थित ठेका कंपनी के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया.
कर्मचारियों की हड़ताल की सूचना पाकर नगर निगम आयुक्त श्रवण कुमार भी मौके पर पहुंचे और ठेका कंपनी के जिम्मेदारों को फटकार लगाई. आयुक्त श्रवण कुमार ने बताया कि नगर निगम की ओर से कई बार ठेका कंपनी को भुगतान होने में देरी हो जाती है, लेकिन कर्मचारियों को समय पर वेतन देने की ठेका कंपनी की जिम्मेदारी है. ठेका कंपनी को कर्मचारियों को समय पर वेतन देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में ठेका कंपनी को नोटिस दिया जाएगा. सफाई कर्मचारियों को काम पर लौटने की अपील की है .