देहरादूनः कैंप कार्यालय देहरादून में रविवार को ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के अधिकारियों के साथ विभागीय बैठक की. साथ ही सेरकी, मालदेवता में अतिवृष्टि से हुए नुकसान की समीक्षा की. मंत्री गणेश जोशी ने पीएमजीएसवाई के अंतर्गत राज्य में बारिश से बंद हुई सड़कों की स्थिति जानी और उन्हें शीघ्रता से खोलने के अधिकारियों को निर्देश दिए.
ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों से कहा कि, अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्गों को खोलने के कार्य तेजी से किया जाए. इसके अलावा अधिकारियों को पीएमजीएसवाई के अंतर्गत सड़कों, पुलों के निर्माण कार्यों की समयबद्ध तरीके से कार्य करने के अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने पीएमजीएसवाई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले स्तरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेशभर में लैंडस्लाइड जोन का चिन्हीकरण कर परमानेंट समाधान करने हेतु ठोस नीति बनाने के निर्देश भी दिए.
मंत्री गणेश जोशी ने आपदा मद में होने वाले मरम्मत और पुनर्निर्माण के कार्यों के लिए शीघ्र बजट का इस्टीमेट बनाने और जल्द शासन में भेजने के अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को बंद पड़ी सड़कों में प्रयोग हुई जेसीबी मशीनों की देनदारी के संबंध में आ रही विसंगतियों को शीघ्र दूर करने के भी निर्देश दिए.
बारिश से नुकसान की समीक्षा: वहीं, मसूरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सेरकी गांव और मालदेवता में बारिश से हुए नुकसान की समीक्षा के दौरान मंत्री ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को सेरकी गांव, मालदेवता, भितरली और आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों में परमानेंट समाधान हेतु एक्शन प्लान तैयार करने और दीर्घकालिक योजना बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए. मंत्री ने पीएमजीएसवाई के मुख्य अभियंता को 27 अगस्त को स्थलीय भ्रमण करने के निर्देश दिए.
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने बताया कि दैवीय आपदा में प्रदेश में आज कुल 90 सड़कें बंद हैं. जिसमें 28 कुमाऊं और 62 गढ़वाल क्षेत्र की हैं. जिनको खोलने के लिए 212 जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं. बंद हुई सड़कों का कार्य तेज गति से किया जा रहा है.
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