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रोते बिलखते शहीद आनंद सिंह को परिवार ने किया विदा, हजारों आंखें हुई नम, बेटे ने दी मुखाग्नि - Last Rites Of Martyr Anand Singh

Last Rites Of Martyr Anand Singh शहीद सूबेदार आनंद सिंह रावत का उनके पैतृक घाट सूर्यप्रयाग में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के 15 वर्षीय बड़े बेटे ने पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान सेना के जवानों के साथ ही बड़ी संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Jul 10, 2024, 5:50 PM IST

Updated : Jul 10, 2024, 10:03 PM IST

Last Rites Of Martyr Anand Singh
रोते बिलखते शहीद आनंद सिंह को परिवार ने किया विदा (PHOTO-ETV BHARAT)
रोते बिलखते शहीद आनंद सिंह को परिवार ने किया विदा (VIDEO-ETV BHARAT)

रुद्रप्रयाग: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए रुद्रप्रयाग के कांडा भरदार निवासी सूबेदार आनंद सिंह रावत को सैन्य सम्मान के साथ आज अंतिम विदाई दी गई. पैतृक घाट सूर्यप्रयाग में हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. जैसे ही उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कांडा भरदार पहुंचा तो परिजन बिलख उठे. शहीद आनंद की पत्नी, मां, भाई और बच्चों सहित अन्य परिजनों को पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर सूर्यप्रयाग घाट लाया गया. यहां गमगीन माहौल में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई.

बुधवार को शहीद का पार्थिव शरीर ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग दोपहर डेढ़ बजे उनके गांव कांडा भरदार लाया गया. 6 ग्रेनेडियर के सीओ हितेष वशिष्ट और मेजर निखिल की मौजूदगी में 30 सदस्यीय दल द्वारा शहीद के पार्थिव शरीर को गांव में लाते ही माहौल गमगीन हो गया. यहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. जैसे ही सेना के जवानों द्वारा तिरंगे में लिपटा शहीद के पार्थिव शरीर का ताबूत गांव पहुंचा तो गांव में कोहराम मच गया. शहीद की पत्नी, मां और बच्चों ने रो-रोकर बुरा हाल कर दिया. शहीद की मां, पत्नी और बच्चों ने रोते बिलखते शहीद के पार्थिव शरीर के दर्शन किए. साथ ही पार्थिव शरीर पर लिपट गए.

रोते बिलखते परिवार ने अंतिम दर्शन करने के साथ ही गांव के लोगों ने दर्शन किए और इसके बाद सेना के जवानों के साथ ही बड़ी संख्या में जन सैलाब के साथ 'भारत माता की जय, शहीद आनंद सिंह अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा आनंद तेरा नाम रहेगा, आनंद तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिन्दुस्तान' के नारों के बीच पार्थिव शरीर को पैतृक घाट सूर्यप्रयाग लाया गया. यहां पर 6 ग्रेनेडियर के अफसरों एवं प्रशासनिक अफसरों ने पुष्प चक्र के साथ श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पार्थिव शरीर को चिता में रखा गया, जिसके बाद बड़े बेटे मनीष और शहीद के भाई कुंदन सिंह रावत ने मुखाग्नि दी. इस दौरान पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.

बता दें कि नायब सूबेदार 41 वर्षीय शहीद आनंद सिंह रावत 22 गढ़वाल राइफल में तैनात थे और 2001 में सेना में भर्ती हुए. बीते दिनों जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में वे शहीद हो गए.

इस मौके पर रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी जखोली भगत सिंह फोनिया, कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल, ब्लॉक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल, यूकेडी नेता मोहित डिमरी, जिपं उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, लक्ष्मण रावत, पूर्व प्रधान कांडा अमित रावत, धर्मेद्र कंडवाल सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

ये भी पढ़ेंः उत्तराखंड में सैन्य सम्मान के साथ हुआ पांचों शहीदों का अंतिम संस्कार, कठुआ आतंकी हमले में गंवाई थी जान

रोते बिलखते शहीद आनंद सिंह को परिवार ने किया विदा (VIDEO-ETV BHARAT)

रुद्रप्रयाग: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए रुद्रप्रयाग के कांडा भरदार निवासी सूबेदार आनंद सिंह रावत को सैन्य सम्मान के साथ आज अंतिम विदाई दी गई. पैतृक घाट सूर्यप्रयाग में हजारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. जैसे ही उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव कांडा भरदार पहुंचा तो परिजन बिलख उठे. शहीद आनंद की पत्नी, मां, भाई और बच्चों सहित अन्य परिजनों को पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के बाद पार्थिव शरीर सूर्यप्रयाग घाट लाया गया. यहां गमगीन माहौल में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई.

बुधवार को शहीद का पार्थिव शरीर ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग दोपहर डेढ़ बजे उनके गांव कांडा भरदार लाया गया. 6 ग्रेनेडियर के सीओ हितेष वशिष्ट और मेजर निखिल की मौजूदगी में 30 सदस्यीय दल द्वारा शहीद के पार्थिव शरीर को गांव में लाते ही माहौल गमगीन हो गया. यहां पहले से ही बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे. जैसे ही सेना के जवानों द्वारा तिरंगे में लिपटा शहीद के पार्थिव शरीर का ताबूत गांव पहुंचा तो गांव में कोहराम मच गया. शहीद की पत्नी, मां और बच्चों ने रो-रोकर बुरा हाल कर दिया. शहीद की मां, पत्नी और बच्चों ने रोते बिलखते शहीद के पार्थिव शरीर के दर्शन किए. साथ ही पार्थिव शरीर पर लिपट गए.

रोते बिलखते परिवार ने अंतिम दर्शन करने के साथ ही गांव के लोगों ने दर्शन किए और इसके बाद सेना के जवानों के साथ ही बड़ी संख्या में जन सैलाब के साथ 'भारत माता की जय, शहीद आनंद सिंह अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा आनंद तेरा नाम रहेगा, आनंद तेरा यह बलिदान याद रखेगा हिन्दुस्तान' के नारों के बीच पार्थिव शरीर को पैतृक घाट सूर्यप्रयाग लाया गया. यहां पर 6 ग्रेनेडियर के अफसरों एवं प्रशासनिक अफसरों ने पुष्प चक्र के साथ श्रद्धांजलि दी. इसके बाद पार्थिव शरीर को चिता में रखा गया, जिसके बाद बड़े बेटे मनीष और शहीद के भाई कुंदन सिंह रावत ने मुखाग्नि दी. इस दौरान पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.

बता दें कि नायब सूबेदार 41 वर्षीय शहीद आनंद सिंह रावत 22 गढ़वाल राइफल में तैनात थे और 2001 में सेना में भर्ती हुए. बीते दिनों जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में वे शहीद हो गए.

इस मौके पर रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे, अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा, मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी जखोली भगत सिंह फोनिया, कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल, ब्लॉक प्रमुख जखोली प्रदीप थपलियाल, यूकेडी नेता मोहित डिमरी, जिपं उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी, लक्ष्मण रावत, पूर्व प्रधान कांडा अमित रावत, धर्मेद्र कंडवाल सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे.

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Last Updated : Jul 10, 2024, 10:03 PM IST
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