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आधी रात को शिमला के रामकृष्ण मिशन आश्रम में बवाल, दो गुटों में भिड़ंत के बाद पथराव...कई घायल

शिमला शहर में रामकृष्ण आश्रम में बीती रात हंगामा हो गया. स्थिति को काबू करने के लिए मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी.

आश्रम में लोगों की भीड़ और मौके पर पहुंची पुलिस
आश्रम में लोगों की भीड़ और मौके पर पहुंची पुलिस (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : 2 hours ago

शिमला: शहर में अभी संजौली मस्जिद विवाद थमा नहीं है, लेकिन इसी बीच राजधानी शिमला में रामकृष्ण आश्रम में बीती रात कब्जे को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. यहां दो गुटों के लोग आपस में भिड़ गए. यहां हंगामे के साथ मारपीट और पथराव भी हुआ. पुलिस के कुछ जवान भी पथराव में घायल बताए जा रहे हैं.

स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया. आश्रम में संन्यासियों ने कुछ लोगों पर आश्रम पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक, शिमला स्थित रामकृष्ण आश्रम को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. आश्रम की जमीन को लेकर हिमालयन ब्रह्मो समाज और रामकृष्ण मिशन संस्थाओं में पिछले कई सालों से कोर्ट में केस चल रहा है.

रामकृष्ण मिशन आश्रम शिमला के सचिव स्वामी तन्महीमानंद ने बताया कि, 'देर रात मिशन की प्रॉपर्टी में कुछ लोग भक्त बनकर आश्रम में घुसे. आश्रम का माली कुछ लोगों के साथ मंदिर में आरती के लिए आया, लेकिन 8:30 बजे प्रवचन खत्म होने के बाद भी ये लोग आश्रम में बैठे रहे और जोर-जोर से ब्रम्हो समाज के नारे लगाने लगे. मंदिर के अन्दर जबरन अपना धर्म कलश स्थापित करने लग गए. इन्हें कलश स्थापित करने से रोका गया. इस दौरान किसी को अंदर नहीं जाने दे रहे थे और दोनों दरवाजों पर बैठ गए. इसके बाद माहौल तनाव पूर्ण हो गया. तब उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर मदद मांगी.'

हिमाचल ब्रह्मो समाज शिमला के ट्रस्टी एमआर संगरोली ने कहा कि, 'ये छोटा सा विवाद है. ब्रह्मो समाज के लोग पहले से ही इस मंदिर में आते रहे हैं, लेकिन पहली बार मंदिर के परिसर को कब्जे में लिया गया है. कोर्ट में केस चल रहा है. मामले में स्टे मिला है. न हाईकोर्ट औ न ही डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने किसी को मंदिर जाने से मना किया है. मंदिर सबके लिए खुला है और मंदिर में जाने का सभी को अधिकार है.'

वहीं, हंगामे की सूचना मिलते ही एएसपी नवदीप के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शान्त करवाया. वहीं, एएसपी नवदीप ने बताया कि, 'आश्रम में मौजूद कुछ व्यक्ति जिसमें एक महिला शीतल ब्यास भी शामिल थी, ने कुर्सी उठाकर दूसरे पक्ष ब्रह्मो समाज की महिलाओं को मारना शुरू कर दिया और अपने अन्य ABVP छात्रों के साथ मिलकर पुलिस की क्यूआरटी टीम पर पत्थर फेंके, जिससे क्यूआरटी के कुछ जवान घायल हुए हैं, जिस पर उपरोक्त व्यक्तियों के खिलाफ थाना बालूगंज में मुकदमा दर्ज हुआ हैं. पुलिस मामले में जांच के रही है.'

ये भी पढ़ें: हिमाचल का लाल, सेवाएं बेमिसाल, एचपीपीएससी प्रमुख कैप्टन रामेश्वर ठाकुर की सेवाओं को सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र का सलाम

शिमला: शहर में अभी संजौली मस्जिद विवाद थमा नहीं है, लेकिन इसी बीच राजधानी शिमला में रामकृष्ण आश्रम में बीती रात कब्जे को लेकर हंगामा खड़ा हो गया. यहां दो गुटों के लोग आपस में भिड़ गए. यहां हंगामे के साथ मारपीट और पथराव भी हुआ. पुलिस के कुछ जवान भी पथराव में घायल बताए जा रहे हैं.

स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस बल को मौके पर तैनात किया गया. आश्रम में संन्यासियों ने कुछ लोगों पर आश्रम पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है. जानकारी के मुताबिक, शिमला स्थित रामकृष्ण आश्रम को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है. आश्रम की जमीन को लेकर हिमालयन ब्रह्मो समाज और रामकृष्ण मिशन संस्थाओं में पिछले कई सालों से कोर्ट में केस चल रहा है.

रामकृष्ण मिशन आश्रम शिमला के सचिव स्वामी तन्महीमानंद ने बताया कि, 'देर रात मिशन की प्रॉपर्टी में कुछ लोग भक्त बनकर आश्रम में घुसे. आश्रम का माली कुछ लोगों के साथ मंदिर में आरती के लिए आया, लेकिन 8:30 बजे प्रवचन खत्म होने के बाद भी ये लोग आश्रम में बैठे रहे और जोर-जोर से ब्रम्हो समाज के नारे लगाने लगे. मंदिर के अन्दर जबरन अपना धर्म कलश स्थापित करने लग गए. इन्हें कलश स्थापित करने से रोका गया. इस दौरान किसी को अंदर नहीं जाने दे रहे थे और दोनों दरवाजों पर बैठ गए. इसके बाद माहौल तनाव पूर्ण हो गया. तब उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर मदद मांगी.'

हिमाचल ब्रह्मो समाज शिमला के ट्रस्टी एमआर संगरोली ने कहा कि, 'ये छोटा सा विवाद है. ब्रह्मो समाज के लोग पहले से ही इस मंदिर में आते रहे हैं, लेकिन पहली बार मंदिर के परिसर को कब्जे में लिया गया है. कोर्ट में केस चल रहा है. मामले में स्टे मिला है. न हाईकोर्ट औ न ही डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने किसी को मंदिर जाने से मना किया है. मंदिर सबके लिए खुला है और मंदिर में जाने का सभी को अधिकार है.'

वहीं, हंगामे की सूचना मिलते ही एएसपी नवदीप के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शान्त करवाया. वहीं, एएसपी नवदीप ने बताया कि, 'आश्रम में मौजूद कुछ व्यक्ति जिसमें एक महिला शीतल ब्यास भी शामिल थी, ने कुर्सी उठाकर दूसरे पक्ष ब्रह्मो समाज की महिलाओं को मारना शुरू कर दिया और अपने अन्य ABVP छात्रों के साथ मिलकर पुलिस की क्यूआरटी टीम पर पत्थर फेंके, जिससे क्यूआरटी के कुछ जवान घायल हुए हैं, जिस पर उपरोक्त व्यक्तियों के खिलाफ थाना बालूगंज में मुकदमा दर्ज हुआ हैं. पुलिस मामले में जांच के रही है.'

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