नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर-30 स्थित बी-ब्लॉक में सात दिन पहले कारोबारी के घर में परिवार को बंधक को बनाकर 3.50 लाख रुपये की लूट को अंजाम देने वाले बदमाशों ने बताया कि वे शौक पूरे करने के लिए पहले चोरी और लूटपाट के छोटे-मोटे वारदात करते थे और इस बार उनकी मंशा बड़ा हाथ मारने की थी. पुलिस ने रविवार को लूट के मामले का खुलासा करते हुए बताया कि करीब एक हजार सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद बदमाशों की पहचान की जा सकी. उन्हें पकड़ने के लिए आठ टीमों को लगाया गया था. टीम को सूचना मिली थी कि चारों बदमाश मोटरसाइकिल और स्कूटी से डीएनडी की तरफ से सेक्टर 18 नोएडा की ओर आने वाले हैं. पुलिस डीएलएफ तिराहे पर चेक पोस्ट लगा दिया.
नोएडा डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि शनिवार देर रात पुलिस को सूचना मिली थी कि बी-11, सेक्टर-30 में घटना को अंजाम देने वाले बदमाश मोटर साइकिल और स्कूटी पर सवार होकर डीएनडी से सेक्टर-18 नोएडा की ओर आ रहे है. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने डीएलएफ तिराहे पर चेकिंग शुरू की. जैसे ही बदमाशों ने पुलिस को देखा, वे नाले की तरफ अंधेरे में भागने लगे. पुलिस ने पीछा किया तो बदमाशों ने घिरने पर फायरिंग शुरू कर दी. आत्मरक्षा में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें चार बदमाश घायल हो गए. घायल बदमाश अनस, एजाज और समीर मूल रूप से बिहार के अररिया के और शाहनवाज सुपौल का रहने वाला है. चारों वर्तमान में दिल्ली के अशोक नगर और फेज वन थाना क्षेत्र के अलग-अलग जगहों पर किराये का कमरा लेकर परिवार के साथ रहते हैं.
पुलिस ने बताया कि उनके कब्जे से दो लाख पांच हजार रुपये नकद और आधार कार्ड, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, पासपोर्ट, राशन कार्ड आदि बरामद हुआ है. घटना में प्रयुक्त एक चोरी की मोटरसाइकिल, स्कूटी, चार तमंचे, छह खोखा और पांच जिंदा कारतूस बरामद हुआ है. उनकी निशानदेही पर ई रिक्शा भी बरामद हो गया है. घायल बदमाशों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है.
शौक के लिए अंजाम देते थे चोरी की घटना
घायल बदमाशों ने बताया कि चारों दोस्त हैं. वे अपने शौक को पूरा करने के लिए चोरी और लूट जैसी घटनाओं को अंजाम देते थे. उन्होंने पहले भी नोएडा और आसपास के इलाकों में मोबाइल, लैपटॉप और ई-रिक्शा चुराए हैं. उनकी मंशा बड़ी घटना करने की थी, इसलिए उन्होंने लूटपाट की योजना बनाई. पहले उन्होंने सेक्टर-15 नया बांस से ई-रिक्शा चोरी किया. उसी ई-रिक्शे और एक स्कूटी से डीपीएस स्कूल के पास पहुंचे. वहां समीर बाहर खड़ा रहा, जबकि अनस, एजाज और शाहनवाज ने सेक्टर-30 के घर की रेकी की इसके बाद 23 दिसंबर को घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि लूट के कुछ पैसे उन्होंने अपने परिजनों को खर्च करने के लिए दिए.
ये भी पढ़ें: