हरिद्वार: शहर में आए दिन जाम लगने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं हरिद्वार में बन रहे 15 किलोमीटर लंबे रिंग रोड का निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रहा है. बहादराबाद से श्यामपुर कांगड़ी को जोड़ने वाली रिंग रोड को इस साल के अंत तक बनकर तैयार होना था. लेकिन निर्माण काम धीमी गति से होने के कारण साल 2025 तक रिंग रोड का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है. करीब 800 करोड़ रुपए की लागत से बनकर तैयार हो रहे रिंग रोड में 16 अंडरपास बनाए जाएंगे.
एनएचएआई के द्वारा करीब 2 साल पहले रिंग रोड का निर्माण शुरू किया गया था. निर्माण के दौरान भूमि अधिग्रहण और कई जगहों पर अंडरपास खोलने की मांग को लेकर निर्माण कार्य की गति प्रभावित हुई. इस रिंग रोड के तैयार हो जाने के बाद हरिद्वार में दिल्ली देहरादून हाईवे पर वाहनों का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा. वहीं जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि उनकी पहली प्राथमिकता रिंग रोड बनाना है, क्योंकि रिंग रोड के बन जाने से हरिद्वार में जाम की स्थिति में सुधार होगा.
पिछले कुछ सालों में हरिद्वार में वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, जिसका उपाय रिंग रोड ही है. उन्होंने बताया कि लगातार उनके द्वारा अधिकारियों के साथ मीटिंग की जा रही है. स्नान पर्व हो या मेला या फिर तकनीकी कोई दिक्कतें जिस कारण कार्य धीमा चल रहा है. संभावना है कि साल 2025 अगस्त तक रिंग रोड का कार्य पूरा हो जाएगा. प्रयास है कि उससे पहले ही रोड बनकर तैयार हो जाए तो यह हरिद्वार की जनता के लिए अच्छा होगा.
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