नई दिल्ली: दिल्ली में पानी और सीवर से संबंधित अलग-अलग इलाकों में हो रही समस्याओं को लेकर विधानसभा के विशेष सत्र में शुक्रवार को सरकार के मुख्य सचिव नरेश कुमार और जल बोर्ड के अधिकारी पेश हुए. 9 मार्च को विधायकों ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में पानी की किल्लत और सीवर के ओवरफ्लो करने की शिकायतों को सदन में बताया था, आज मंत्री आतिशी ने उसका जवाब दिया.
विधानसभा के मुख्य सचेतक दिलीप पांडे ने विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा क्षेत्र की समस्या से संबंधित शिकायतों को लेकर संकल्प प्रस्ताव पेश किया. उन्होंने कहा कि 9 मार्च को सदन में कई विधायकों ने इस संबंध में समस्याएं रखी थी. जिसके बाद यह संकल्प प्रस्ताव पेश किया गया और अधिकारियों को इस पर जवाब देने के लिए कहा गया है.
विधानसभा में कहा गया था कि मुख्य सचिव को खुद व्यक्तिगत तौर पर इन समस्याओं को देखने के लिए कहा गया था. मुख्य सचिव और जल बोर्ड के इंजीनियर विधानसभा आए हैं तो अब जलमंत्री आतिशी अधिकारी से प्राप्त रिपोर्ट सदन में पेश करें. आम आदमी पार्टी के विधायक राजेश गुप्ता, नरेश यादव, गोविंद ऋतुराज, राजेश ऋषि ने अपने विधानसभा क्षेत्र में पानी की समस्या बताई.
इसके बाद मंत्री आतिशी ने अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट और बीते एक सप्ताह में समस्याओं को दूर करने में जल बोर्ड ने क्या किया?, उसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अधिकांश समस्याओं को लेकर जल बोर्ड से दो लाइन में जवाब आया है. लंबित कार्यों के वर्क आर्डर कर दिए हैं और इसका मुहूर्त कर दिया है, ऐसे जवाब हैं.
आतिशी में सदन में कहा कि पानी और सीवर के मुद्दे पर अधिकांश सदस्यों की समस्याएं थी, उनका समाधान काफी हद तक करने की कोशिश भी हुई है. इसी विधानसभा में गत 9 मार्च को यह मुद्दा संकल्प प्रस्ताव के रूप में लाया गया था. यह जांच का भी विषय है कि जो काम पिछले चार-पांच दिनों में हो गया, वह काम पिछले चार-पांच महीने से क्यों नहीं हो रहा था? क्यों नहीं अधिकारी कार्रवाई कर रहे थे? जनता को जो समस्या हुई है इस पर जांच अब होगी.
पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने अपने क्षेत्र की समस्याएं और पिछले 5-6 दिनों में जिस तरह उसका निवारण किया गया उसे पर संतोष जताते हुए अधिकारियों को धन्यवाद किया. अन्य विधायक पिछले एक हफ्ते में हुए काम से काफी हद तक संतुष्ट नजर आए. बीजेपी विधायक अभय वर्मा ने कहा कि चौथे वर्ष में अचानक पानी और सीवर की समस्या क्यों है? इस पर विचार करना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि नगर निगम में पिछले एक साल से आम आदमी पार्टी की सरकार है. इस वर्ष सीवर की सफाई नहीं हुई, इस वजह से यह परेशानी हुई.
अधिकारी बताते हैं कि जल बोर्ड के पास मेंटेनेंस के भी पैसे नहीं है. आखिर यह समस्या क्यों हुई? उन्होंने इस पर सरकार से श्वेत पत्र लाने की मांग की. दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने दिल्ली जल बोर्ड में जूनियर इंजीनियरों, असिस्टेंट इंजीनियरों के पिछले दिनों हुए तबादले का मुद्दा उठाते हुए कहा कि जो नए इंजीनियर आए हैं उन्हें ठीक से क्षेत्र के बारे में जानकारी नहीं है और इस वजह से परेशान हो रही है. कार्यवाही के अंत में विधायक दिलीप पांडे द्वारा पेश संकल्प ध्वनिमत से पारित हो गया.