नई दिल्ली: कोलकाता में डॉक्टर की रेप और हत्या के बाद देश भर में डॉक्टरों ने हड़ताल की घोषणा की है. सोमवार को दिल्ली के तमाम सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर्स ने काम बंद कर दिया. OPD सेवाएं बंद रहीं, सर्जरी लैब जैसी सुविधाएं भी मरीजों को नहीं मिल पाई. वहीं ये हड़ताल आज मंगलवार को भी जारी है. डॉक्टर्स ने हड़ताल को आज भी जारी रखने का ऐलान किया है.
दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक, जीबी पंत और गुरु नानक आई केयर सहित अन्य अस्पतालों में आज दूसरे दिन भी रेजिडेंट डॉक्टरों की सुबह से फिर हड़ताल शुरू हो गई है. अस्पतालों की ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे मरीजों के पर्चे नहीं बनाए जा रहे हैं. मरीज परेशान होकर वापस घर लौटने को मजबूर हैं.
RML के बाहर मरीजों की भारी भीड़, यहां-वहां भटक रहे मरीज
आरएमएल अस्पताल में ओपीडी ब्लॉक के बाहर मरीजों की भारी भीड़ देखी गई. बुजुर्ग-बच्चे परेशान नजर आए. सैंकड़ों की तादाद में मरीज अस्पताल परिसर में डॉक्टर मिलने का इंतजार कर रहे हैं. बता दें यहां भी OPD सर्विस हड़ताल के मद्देनजर बंद की गई हैं.
#WATCH | Delhi: A relative of a patient waiting outside RML Hospital says, " i have been waiting here since 8 in the morning. currently, there is only one doctor in the room. due to the crowd, it is taking time for our turn to come...i have come here for treatment of my mother." pic.twitter.com/GMIktoCpXe
— ANI (@ANI) August 13, 2024
हड़ताल से LNJP अस्पताल में मरीज हुए परेशान
लक्ष्मी मार्केट से लोकनायक अस्पताल में डॉक्टर को अपने बेटे के गले में गांठ की समस्या को दिखाने आई वहीदा ने बताया कि ओपीडी का पर्चा तो बन गया लेकिन अब डॉक्टर देख नहीं रहे हैं. जो घटना हुई है वह गलत हुई है. ऐसा नहीं होना चाहिए. जब डॉक्टर के साथ ऐसा हो रहा है तो आम पब्लिक के साथ क्या होगा. वहीदा ने बताया कि अब डॉक्टर के न बैठने से बिना बेटे को बिना दिखाए ही वापस घर लौटना पड़ रहा है.
यूपी के लोनी से आए मोहम्मद अमरूल ने बताया कि मुझे अस्पताल में खून की जांच करानी थी. लेकिन, जांच करने के लिए आज कोई बैठा नहीं है. सिक्योरिटी गार्ड अस्पताल को खाली करा रहे हैं. अंदर जाने के दरवाजे बंद कर दिए हैं. बाहर जाने के दरवाजे खोलकर लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. कुछ मरीजों के पुराने पर्चों पर मोहर लगा कर उनको अंदर भेज दिया गया है. नया किसी का पर्चा नहीं बन रहा है. ना ही किसी का सैंपल लिया जा रहा है.
इसी तरह पूर्वी दिल्ली के डॉक्टर हेडगेवार, ज़ीटीबी, स्वामी दयानंद और इहबास सहित सभी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों ने सुबह से ही हड़ताल शुरू कर दी. 10 बजे से डॉक्टरों ने अस्पताल में इकट्ठा होना शुरू किया और फिर न्याय की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू की. डॉक्टर हैडगेवार अस्पताल में आरडीए के पदाधिकारी डॉक्टर नदीम ने बताया कि हम सभी लोग आज भी हड़ताल पर हैं और जब तक आरजीकर मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों की मांगे पूरी नहीं हो जाती और उनके प्रदर्शन करने के दौरान पुलिस द्वारा उनके साथ जोर जबरदस्ती बंद नहीं हो जाती तब तक हम लोगों की हड़ताल जारी रहेगी.
एम्स अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
दिल्ली के एम्स अस्पताल और कई अन्य अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है. दिल्ली के एम्स अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर्स दूसरे दिन भी हड़ताल पर बैठे हुए है. सुबह से ही एम्स अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर जवाहरलाल नेहरू सभागार के सामने एकत्रित हुए और जमकर नारेबाजी की. दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में रेजीडेंट डॉक्टर की हड़ताल के बाद कई ओपीडी प्रभावित है. हालांकि ओपीडी को अभी बंद नहीं किया गया है इमरजेंसी सेवाएं और ओपीडी सेवाएं सुचारू हैं. एम्स अस्पताल में लगभग 3000 रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं. इससे पहले एम्स अस्पताल में रविवार शाम को कैंडल मार्च निकाला गया था.
एम्स अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों की मांग है कि जल्द से जल्द इस मामले की सीबीआई जांच की जाए डॉक्टर के लिए सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट लाया जाए ताकि डॉक्टर पर हो रहे हमले को रोका जा सके. हड़ताली डॉक्टर्स का कहना है कि अगर हमारी सब मांगे पूरी नहीं हुई तो हम इसी तरह हड़ताल को जारी रखेंगे हम लोगों से भी अपील करना चाहेंगे कि हमारी इस लड़ाई में वह भी हिस्सा ले ताकि एक महिला डॉक्टर को इंसाफ मिल सके.
केंद्रीय मंत्री के साथ बातचीत में नहीं बन पाई सहमति
- देर रात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की टीम के साथ मांगों पर सहमति नहीं बनने के बाद फोर्डा ने किया हड़ताल जारी रखने का ऐलान
- अस्पताल में बंद रहेंगी ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी और लैब की सेवाएं
क्या है फोर्डा की मांगें?
- आरजी कर मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टरों की सभी मांगों को स्वीकृत कर शीघ्रता से उन पर एक्शन किया जाए.
- इस बात का पक्का आश्वासन होना चाहिए कि प्रदर्शनकारी डॉक्टरों के साथ कोई पुलिस बर्बरता या दुर्व्यवहार नहीं होगा.
- शांतिपूर्वक विरोध करने के उनके अधिकार का सम्मान किया जाना चाहिए.
- मृतक के लिए त्वरित न्याय मिले और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए
कोलकाता में एक रेजिडेंट डॉक्टर की रेप के बाद हत्या को लेकर पूरे देश के डॉक्टर गुस्से में हैं. इस घटना के विरोध में रेजिडेंट डॉक्टर के देशव्यापी संगठन फेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने मंगलवार को भी देश के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) से हड़ताल जारी रखने का आह्वान किया है. इसके चलते राजधानी दिल्ली के अस्पतालों की ओपीडी, इलेक्टिव सर्जरी और लैब में आज भी कामकाज ठप है.
फोर्डा के अध्यक्ष डॉक्टर अविरल माथुर ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा की टीम के साथ हमारी कल शाम हुई लंबी बातचीत के बाद मांगों को लेकर सहमति नहीं बन पाई. जिसके बाद हमने अपने पदाधिकारियों के विचार विमर्श करके हड़ताल को जारी रखने का निर्णय लिया. फोर्डा के आज भी हड़ताल जारी रखने के ऐलान के बाद राजधानी दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों के आरडीए ने भी अपनी तरफ से अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षकों को पत्र लिखकर मंगलवार को भी हड़ताल पर जाने का नोटिस दे दिया है. दिल्ली के बड़े अस्पतालाें में शामिल एम्स, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एवं संबंधित कलावती बाल चिकित्सालय, सुचेता कृपलानी हॉस्पिटल, सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से संबंधित लोकनायक अस्पताल, जीबी पंत, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल, इहबास अस्पताल, महरौली स्थित टीबी अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल, इंदिरा गांधी अस्पताल और राव तुला राम अस्पताल सहित अन्य बड़े और छोटे सरकारी अस्पतालों ने भी हड़ताल जारी रखने की बात कही है.े भी पढ़ें- आज हड़ताल पर हैं... इलाज नहीं होगा, दिल्ली में चरमराईं स्वास्थ्य सेवाएं, दिनभर भटके मरीज
ये भी पढ़ें- दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में आज OPD बंद-सर्जरी रद्द, हजारों डॉक्टर्स हड़ताल पर, कोलकाता रेप केस में न्याय की मांग