जयपुर. राजधानी की सड़कों पर रविवार को एक अनूठा विरोध-प्रदर्शन देखने को मिला. यहां रेजिडेंट डॉक्टर्स 'बलि का बकरा' बनकर सड़कों पर उतरे और अपनी मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया. साथ ही चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो उनकी हड़ताल आगे भी जारी रहेगी, जिसमें अन्य मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स भी शामिल होंगे.
कांवटिया अस्पताल प्रकरण में 3 को किया था निलंबित : एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुड़े रेजिडेंट डॉक्टर्स ने मुंह पर बकरे का मास्क लगाकर 'बलि का बकरा' बनकर रैली निकाली तो जेएलएन मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों के कदम ठिठक गए. दरअसल, जयपुर के बीते दिनों कांवटिया हॉस्पिटल में महिला के प्रसव के दौरान हुई लापरवाही की घटना में तीन रेजिडेंट्स को निलंबित कर दिया गया था. रेजिडेंट्स का आरोप है कि उन्हें 'बलि का बकरा' बनाया जा रहा है. इस कार्रवाई के विरोध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज से जुडे़ सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर हैं. एक सप्ताह से रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल चल रही है.
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आंदोलन की दी चेतावनी : जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डाक्टर्स (जार्ड) के बैनर तले हड़ताल जारी है. रेजिडेंट्स की मानें तो जिन रेजिडेंट डॉक्टर्स पर कार्रवाई की गई है वो निर्दोष पीजी छात्र हैं. असली दोषियों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है. रेजिडेंट डॉक्टर्स यूनियन जार्ड ने ये दावा किया कि उनके इस आंदोलन में अब बाकी सरकारी मेडिकल कॉलेजों से जुड़े रेजिडेंट भी उनके साथ आ रहे हैं और कार्य बहिष्कार किया जा रहा है. जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगा. रेजिडेंट डॉक्टर्स पर की गई कार्रवाई के विरोध में अब उनके समर्थन में राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेजों के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी हड़ताल की चेतावनी दे दी है.