बाराबंकी: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को बाराबंकी से 100 दिवसीय विशेष राष्ट्रव्यापी सघन टीबी खोजो अभियान का शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होने कहा कि देश के सभी 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कुल 347 जिले ऐसे हैं जहां टीबी रोगियों की संख्या ज्यादा है. लिहाजा इन 347 जिलों में इस अभियान की शुरुआत की जा रही है. इसमें उत्तरप्रदेश के 15 जिले भी शामिल हैं. यूपी के इन 15 जिलों में बाराबंकी भी शामिल है जहां टीबी रोगियों की संख्या ज्यादा है, लिहाजा बाराबंकी जिले से ही अभियान का शुभारंभ किया गया.
केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि, दुनिया में जहां 8.3 फीसदी की दर से टीबी के मामलों में गिरावट हो रही है तो वहीं अकेले भारत मे 17.7 प्रतिशत की गिरावट हो रही है. उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी सरकार ने टीबी के समूल नाश को अपनी प्राथमिकता बनाया है. यही वजह है कि टीबी का जो बजट साल 2015-16 में महज 640 करोड़ हुआ करता था. आज वह बजट 3 हजार 4 सौ करोड़ हो चुका है. इस मौके पर लाभार्थियों को पोषण पोटली दी गई. इसके साथ ही टीबी रोग के नाश के लिए प्रयास करने वालों और टीबी मुक्त हो चुके टीबी चैंपियंस को सम्मानित भी किया गया.
बाराबंकी शहर के जीआइसी ऑडिटोरियम से 100 दिवसीय विशेष राष्ट्रव्यापी टीबी खोजो अभियान का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर पटेल ने कहा कि, प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान पर टीबी के खिलाफ हमारा जो ये प्रयास है ये एक जन भागिदारी का आंदोलन बन चुका है. उन्होने कहा कि देश को अगर किसी समस्या से मुक्त करना है तो केवल सरकारी और प्रशासनिक तंत्र के सहारे ही ये काम संभव नहीं हो सकता. इसके लिए देश के सभी 140 करोड़ लोगों को आगे आना होगा.
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