नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी में गर्मी इन दिनों लगातार अपनी चरम पर बनी हुई है. बीते कल ही गर्मी का अब तक का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया. वहीं, रविवार को तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने शहर में भीषण गर्मी की स्थिति होने के कारण 'रेड अलर्ट' जारी किया है.
दिल्ली में हाल के दिनों में तापमान में लगातार वृद्धि देखी गई है, जिसका असर यह है कि रविवार को इस गर्मी में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया. जहां शनिवार का तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, शुक्रवार को 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिन के दौरान दिल्ली की सापेक्षिक आर्द्रता 57 प्रतिशत से 15 प्रतिशत के बीच रही.
अगर सफदरजंग की बात करें तो यहां तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं, शहर के अन्य हिस्सों में पारा 47 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया. नजफगढ़ में अधिकतम तापमान 47.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
जबकि, मुंगेशपुर में 47.7 डिग्री, आया नगर में 46.4 डिग्री, पूसा में 46.5 डिग्री, पीतमपुरा में 47 डिग्री और पालम में 45.1 डिग्री दर्ज किया गया. इस बीच विभाग ने थोड़ी राहत जताई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को मुख्य रूप से साफ आसमान और 25-35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भीषण गर्मी की स्थिति का पूर्वानुमान जारी किया है. वहीं, दिल्ली के कई हिस्सों में लू चलने की संभावना जताई है.
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आईएमडी ने सात दिनों को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है. आईएमडी ने कहा कि दिल्ली वासियों को अगले सात दिनों तक लू से राहत नहीं मिलेगी. इस दौरान गर्मी की लहर के बीच "कमजोर लोगों के लिए अत्यधिक देखभाल" का आग्रह किया है. सभी उम्र के लोगों में गर्मी से संबंधित बीमारी और हीट स्ट्रोक विकसित होने की बहुत अधिक संभावना बनती है. खासकर शिशुओं, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले कमजोर व्यक्तियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चिंता का विषय है. इसलिए ऐसे मौसम में गर्मी से बचाव करें और खुद को ठंडा रखें.
वहीं, मौसम विभाग ने हाइड्रेटेड रहने के लिए पर्याप्त पानी पीने और ओआरएस या घर पर बने लिक्विड जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी और छाछ जैसे चीजों का उपयोग करने का सुझाव दिया है. उन्होंने आगे बताया कि हीटवेव की सीमा तब पूरी होती है जब किसी मौसम केंद्र का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री और पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री तक पहुंच जाता है और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री का विचलन होता है. यदि सामान्य से तापमान 6.4 डिग्री से अधिक हो तो भीषण लू की घोषणा की जाती है.
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