जयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 की आचार संहिता खत्म होने के साथ ही शुक्रवार को आरसीए की एडहॉक कमेटी की मीटिंग हुई. उम्मीद थी कि इस मीटिंग में आरसीए के चुनाव को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा, लेकिन यहां मीटिंग के दौरान प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने, बीसीसीआई की तर्ज पर युवा खिलाड़ियों के लिए आरसीए का खेल कैलेंडर जारी करने और आर्थिक संकट से जूझ रहे आरसीए के लिए बीसीसीआई से पैसा लेने का फैसला लिया.
बीते दिनों राजस्थान क्रिकेट संघ की कार्यकारिणी भंग कर एडहॉक कमेटी का गठन किया गया था और आरसीए को चलाने की जिम्मेदारी एडहॉक कमेटी को सौंपी गई थी. लेकिन लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के चलते किसी तरह के फैसले नहीं लिए जा सके. हालांकि, आदर्श आचार संहिता खत्म होने के साथ ही शुक्रवार को एडहॉक कमेटी की मीटिंग हुई.
एडहॉक कमेटी के संयोजक जयदीप बियानी ने बताया कि कमेटी की मीटिंग में कुछ पॉलिसी मैटर्स पर बात हुई है. युवा खिलाड़ियों के क्रिकेट का सीजन खाली न जाए उसके लिए कोई ना कोई व्यवस्था करके, आगामी सीजन खेल से भरा हुआ हो इसकी तैयारी कर रहे हैं. बाकि जिस उद्देश्य से एडहॉक कमेटी बनाई गई है, उस उद्देश्य की पूर्ति में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह बीसीसीआई ने अपना कैलेंडर जारी किया है. उसी तर्ज पर आरसीए का भी कैलेंडर जारी किया जाएगा. उन्होंने आरोप लगाया कि पिछली कमेटी ने सारा खजाना खाली कर दिया और ये भी स्पष्ट है कि पैसे का काम पैसे से ही चलेगा. इसलिए अब बीसीसीआई से पैसा लेने का प्रयास किया जा रहा है.
वहीं, आरसीए के चुनाव को लेकर उन्होंने अभी कुछ भी कहने से साफ इनकार किया. हालांकि, ये जरूर कहा कि कमेटी बनते ही लोकसभा चुनाव आ गए. उसकी आचार संहिता लग गई और इस एडहॉक कमिटी में कुछ पॉलिटिकल पर्सन भी हैं, जिनकी अलग-अलग जगह ड्यूटी लग गई. हालांकि, चुनाव होंगे, लेकिन फिलहाल जो काम अधूरे हैं, उनको पूरा करना प्राथमिकता रहेगी. जहां तक एडहॉक कमेटी के कार्यकाल का सवाल है तो इसका फैसला सरकार के हाथ में है. उन्होंने कहा कि आरसीए जिस उम्मीद के साथ क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए बना है, उसी उम्मीद के साथ काम करेगा.