देहरादून: महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर राष्ट्रीय लोक दल के कार्यकर्ताओं ने गांधी पार्क में धरना देकर प्रदर्शन किया. राष्ट्रीय लोक दल का कहना है कि भले ही राष्ट्रीय लोकदल ने एनडीए से गठबंधन किया हुआ है, लेकिन भ्रष्टाचार को लेकर राष्ट्रीय लोकदल ने समर्पण नहीं किया है.
राष्ट्रीय लोक दल के प्रदेश महासचिव अशोक चौधरी का कहना है कि आज राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ताओं को महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार के विरोध में धरना देने पर मजबूर होना पड़ा है. उनका आरोप है कि बार-बार सक्षम अधिकारियों को बताने के बावजूद भ्रष्टाचारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उनका आरोप है कि विभाग में निरंतर अनियमितताएं बरती जा रही है. आउटसोर्स के कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है.
राष्ट्रीय लोक दल के जिला अध्यक्ष सुंदर रावत ने कहा महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्रालय में आउटसोर्सिंग के माध्यम से तैनाती कर रही एजेंसी नौकरी देने के नाम पर 19 हजार रुपये कमीशन के रूप में ले रही है. सात हजार नौ सौ रुपये के करीब सिक्योरिटी भी जमा कर रही है. उनका कहना है कि जब एक आउटसोर्सिंग कंपनी के माध्यम से कार्य करने वाला व्यक्ति इतना कमीशन देने में असमर्थ है. ऊपर से उनका वेतन मान भी सरकार की नीतियों के बराबर नहीं है. उनका कहना है कि ऐसे कई आउटसोर्स कर्मी हैं, जिनको अब तक 3 माह से वेतन भी नहीं मिला है. दल के जिलाध्यक्ष का कहना है कि अगर आउटसोर्सिंग कर्मियों का शोषण बंद नहीं किया जाता है तो ऐसे में राष्ट्रीय लोकदल को मजबूरन अपना आंदोलन तेज करना होगा. जिसके बाद वे विभागीय मंत्री और मुख्यमंत्री आवास घेरने को मजबूर होंगे.
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