चंडीगढ़: कांग्रेस महासचिव और राज्यसभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने चंडीगढ़ में एक प्रेस कांफ्रेंस कर एमएसपी के मुद्दे पर प्रदेश सरकार को घेरा. सुरजेवाला ने धान खरीद पर भी सैनी सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा है कि 83 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद कम हुई है. धान खरीद में आधे से ज्यादा कटौती की गई है. उन्होंने एमएसपी पर बात करते हुए कहा कि एमएसपी को खत्म करने का भाजपाई षड्यंत्र बेनकाब हो चुका है. इन लोगों ने धान की खरीद में भी कटौती की है. रजिस्ट्रेशन करने वाले किसानों की संख्या में आधे से ज्यादा कमी देखी गई है. साफ है कि इस बार 83 लाख मीट्रिक टन कम खरीद हुई है.
"किसान आंदोलन का बदला ले रही सरकार" : सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि किसान आंदोलन का अब बदला लिया जा रहा है. इस षड्यंत्र में मोदी सरकार, हरियाणा और पंजाब सरकार तीनों का हाथ है. इन्होंने फूड और फर्टिलाइजर की सब्सिडी को समाप्त कर दिया है. साथ ही पंजाब-हरियाणा के किसानों को खरीद के रजिस्ट्रेशन से बाहर किया जा रहा है. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार ने फूड, फ्यूल और फर्टिलाइजर में पिछले 5 साल में 3 लाख 30 हजार की कटौती की है. पहले ये जीडीपी का 3.8 प्रतिशत थी, आज 1.3 प्रतिशत है. पिछले 5 साल में 78 हजार करोड़ रुपए फूड सब्सिडी के काट दिए गए हैं. वहीं, उन्होंने प्रदेश में जारी खाद की किल्लत पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि डीएपी और यूरिया उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है. वहीं, मंडी के आढ़ती की रोजी रोटी पर हमला किया जा रहा है, ताकि किसान फसल बेच ना सके.
साजिश का लगाया आरोप : सुरजेवाला ने आगे कहा कि एमएसपी पर फसल खरीद को कम करने का एक सुनियोजित षडयंत्र चल रहा है. आज के दिन तक हरियाणा और पंजाब के आंकड़े चौंकाने वाले हैं. इस बार 83 लाख मीट्रिक टन कम खरीद हुई है. एमएसपी पर खरीद के लिए रजिस्ट्रेशन करने वाले हरियाणा के किसानों का आंकड़ा 4 लाख 19 हजार है. इनमें केवल 1 लाख 33 हजार किसानों को ही एमएसपी पर खरीद मिली है. 2 लाख 86 हजार किसानों को एमएसपी पर फसल खरीद नहीं मिली है.
एमएसपी पर कम खरीदी हुई : सुरजेवाला ने आगे कहा कि हरियाणा में पिछले साल 58 लाख 92 हजार मीट्रिक टन खरीद हुई थी. जबकि अभी तक 29 अक्टूबर तक 37 लाख 23 हजार मीट्रिक टन की खरीद हुई है. मोदी जी ने कहा था कि 8 अक्टूबर से 3100 रुपये धान का एमएसपी होगा, जबकि अब 2100 भी नहीं मिल रहा है.
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