बाड़मेर : राजस्थान के बाड़मेर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में जमीन का एक बड़ा घोटाला सामने आया है. जिले के प्रतिबंधित एरिया की जमीनें बाहरी लोगों को बेचने का यह मामला बताया जा रहा है. आरोप है कि प्रतिबंधित एरिया की जमीनें बिकवाने का ये खेल जिले के रामसर एसडीएम ने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर किया. इस विषय पर कैबिनेट मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि इस मामले की जांच कलेक्टर की ओर से की जा रही है.
एसडीएम ने दी ये सफाई : एसडीएम अनिल जैन के मुताबिक जमीन की खरीद-फरोख्त हुई होगी या उन्होंने जमीन ली होगी, ये उनका व्यापार है. उनके पिता 40 साल से ये काम कर रहे हैं. सीलिंग एक्ट से ज्यादा जमीन ली तो उसे बेच दी. अब उनके पास कहां है जमीन. मेरे नाम से तो रजिस्ट्री हुई है तो बताएं. वैसे कुछ भी गलत नहीं हुआ है.
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कैबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने इस मामले पर कहा कि कोई शिकायत मिली है तो उसकी जांच करवाई जाती है. इस मामले की कलेक्टर जांच कर रही हैं. इसके बाद दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, जिले के शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी के अनुसार अति संवेदनशील क्षेत्र में लोक सेवकों की ओर से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा को ताक पर रखते हुए किए जाने वाली राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में लिप्त होना सभी के लिए चिंता का विषय है. बता दें कि जिले के रामसर एसडीएम अनिल जैन पर गंभीर आरोप है कि वह अपना गृह क्षेत्र गडरा रोड होते हुए भी राजनीतिक रसूख के दम पर वहां के एसडीएम का अतिरिक्त चार्ज लेकर एसडीएम व उनके परिजन ने 2350.49 बीघा जमीनों की खरीद-फरोख्त की है.